एमट्रेडिंग खातों की फीस

पोर्टफोलियो की जानकारी भी जरूरी
कई ब्रोकरेज हाउस आपके पोर्टफोलियो की जानकारी आपको समय-समय पर देते रहते हैं। इससे आपको अपने निवेश से मिलने वाले रिटर्न की जानकारी रखने में मदद मिलेगी।
यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों
नोएडा. हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो एमट्रेडिंग खातों की फीस सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment in stock market) के करने से पहले क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट (Financial expert) और ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर रीपू दमन गॉड ने बताया कि शेयर बाजार में निवेश या ट्रेड करने के लिए एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। यह अकाउंट किसी भी शेयर ब्रोकर के माध्यम से खुलवाया जा सकता है। ये दोनों अकाउंट एक साथ खुल जाते हैं। आमतौर पर डीमैट अकाउंट को खुलवाने की औसतन फीस 500 रुपए तक होती है, लेकिन ज्यादातर ब्रोकर कंपनियां (Broakage houses in india) पहले एक साल के लिए यह अकाउंट फ्री खोल देती है। हालांकि, इसके बाद हर साल कंपनी अकाउंट मेंटेनेंस के लिए 200 से 500 रुपए तक फीस चार्ज करती है।
शेयर मार्केट में निवेश: डीमैट अकाउंट खोलते समय ट्रांजेक्शन और मेंटेनेंस चार्ज सहित इन 5 बातों का रखें ध्यान, इससे आपको मिलेगा ज्यादा फायदा
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके बिना आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। कहीं भी डीमैट अकाउंट खोलने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस ब्रोकेज हाउस में आप डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं वो आपको कौन-कौन सी सुविधाएं देता और आपसे इसके बदले में कितना चार्ज लेगा। हम आपको ऐसी 5 बातों के बारे में बता रहें हैं जिनका ध्यान आपको डीमैट अकाउंट खोलते समय रखना चाहिए।
ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन फीस
भारत में ब्रोकरों के बीच डीमैट अकाउंट खोलने और ब्रोकरेज चार्ज अलग-अलग हैं। जबकि उनमें से ज्यादातर आजकल मुफ्त डीमैट खाते खोल रहे हैं। वे इक्विटी खरीदने और बेचने पर आपसे लेनदेन (ट्रांजेक्शन) फीस ले सकते हैं। डीमैट अकाउंट की फीस के अलावा सालाना मेंटेनेंस चार्ज और ट्रांजेक्शन फीस की भी जांच करें, कि आपके डीमैट अकाउंट का सालाना खर्च कितना है। ट्रांजेक्शन फीस को लेकर ब्रोकरों के बीच बड़ा अंतर हो सकता है।
SBI YONO ऐप पर खोलिए डीमैट अकाउंट, नहीं देनी होगी कोई फीस
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने पिछले दिनों शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों की बढ़ती भागीदारी पर खुशी जताई थी.
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश की योजना बना रहे हैं तो एमट्रेडिंग खातों की फीस इसमें निवेश करने के लिए एक डीमैट और ट्रेडिंग खाते की जरूरत पड़ेगी. वहीं, एसबीआई अपने मोबाइल ऐप योनो (SBI YONO) के जरिए ग्राहकों को फ्री में डीमैट अकाउंट खोलने का ऑफर दे रहा है.
- News18Hindi
- Last Updated : April 15, 2022, 18:02 IST
नई दिल्ली. शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) जरूर होना चाहिए. इसके साथ ही ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) भी जरूरी है. आमतौर पर डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको फीस देनी होती है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) अपने मोबाइल ऐप योनो (SBI YONO) के जरिए ग्राहकों को फ्री में डीमैट अकाउंट खोलने का ऑफर दे रहा है. इसके अलावा पहले साल में अकाउंट एमट्रेडिंग खातों की फीस होल्डर को किसी तरह का एएमसी (AMC) चार्ज नहीं देना होगा.
SBI Demat अकाउंट खोलने के मिलते हैं जबरदस्त फायदे, ट्रांजैक्शन और निवेश हो जाता है आसान
SBI Demat Account: एसबीआई डीमैट अकाउंट में आपको 24X7 घंटे सर्विस मिलती हैं. कस्टमर फोन के जरिये पूछताछ, सलाह और अपने अकाउंट से जुड़ी दूसरी जानकारियां ले सकते हैं. आप एमट्रेडिंग खातों की फीस ईमेल पर अकाउंट डिटेल और बिल हासिल कर सकते हैं.
एसबीआई डीमैट अकाउंट को इंटरनेट बैंकिंग (www.onlinesbi.com) के जरिये ऑपरेट कर सकते हैं.
SBI demat account : अगर आप मार्केट में निवेश करने की शुरुआत कर रहे हैं तो जाहिर है आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी कस्टमर्स को डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा देता है. हालांकि एसबीआई डीमैट अकाउंट SBI Cap Securities Ltd मैनेज करता है. आप एसबीआई डीमैट अकाउंट में कई सुविधाओं का फायदा ले सकते हैं. डीमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसके जरिये आप भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करते हैं. जब निवेशक एक्सचेंज में शेयर की शेयर की खरीदारी करता है तो मोनेटरी राशि के बदले पेमेंट करना होता है तो आपके शेयर डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं. जब आप इन शेयरों को बेचते हैं तो उसी डीमैट अकाउंट से जुड़े शेयर की संख्या में कटौती होती है.
शेयर ट्रेडिंग से लेकर बैंकिंग तक, कल से बदल जाएंगे ये 5 नियम, पड़ेगी महंगाई की मार!
अगस्त के महीने से देश में शेयर बाजार ट्रेडिंग, बैंकिंग, सैलरी-पेंशन के भुगतान इत्यादि से जुड़े नियम बदलने जा रहे है. इसमें एटीएम, बैंकिंग चार्जेस के बढ़ने से आपकी जेब पर असर पड़ेगा. तो कुछ कारें भी अपने दाम बढ़ाने जा रही हैं. जानें क्या-क्या बदल रहा है.एमट्रेडिंग खातों की फीस
अगर आप शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त करते हैं तो आपके पास निश्चित तौर पर डीमैट अकाउंट होगा. ऐसे में एमट्रेडिंग खातों की फीस आपको आज यानी 31 जुलाई को ही अपने डीमैट अकाउंट की केवाईसी पूरी कर लेनी चाहिए, क्योंकि ऐसा नहीं करने पर आपका अकाउंट डिएक्टिवेट भी हो सकता है.