ईएमए की गणना

कोरोना के खिलाफ 76 फीसदी तक प्रभावी पाई गई एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन, लगा था आंकड़े छिपाने का आरोप
इस हफ्ते के शुरुआत में किए गए अध्ययन में एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन (AstraZeneca Vaccine) के 79 फीसदी तक प्रभावी होने का दावा किया था.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: शिल्पा
Mar 25, 2021 | 11:29 AM
AstraZeneca Claims Its Vaccine is 76 Percent Effective: एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 के खिलाफ तैयार वैक्सीन (AstraZeneca Coronavirus Vaccine) बीते कुछ समय से चर्चा में बनी हुई है. ब्रिटेन और स्वीडन दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अमेरिकी अधिकारियों से मिली फटकार के बीच बुधवार को कहा कि उसकी वैक्सीन अत्यंत प्रभावी है. एस्ट्राजेनेका ने देर रात जारी की प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि उसने अध्ययन के आंकड़ों की पुनर्गणना की और इस नतीजे पर पहुंची है कि वैक्सीन कोरोना वायरस संक्रमण के ऐसे मामलों में 76 फीसदी तक प्रभावी है, जिनमें संक्रमण के लक्षण होते हैं.
इस हफ्ते के शुरुआत में किए गए अध्ययन में उसने वैक्सीन के 79 फीसदी तक प्रभावी होने का दावा किया था (AstraZeneca and Oxford Vaccine). एक दिन पहले ही अध्ययन का विश्लेषण करने वाली एक स्वतंत्र समिति ने एस्ट्राजेनेका पर आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाया था (AstraZeneca COVID Vaccine). समिति ने कंपनी और अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में कहा कि कंपनी ने अध्ययन में जिक्र किए गए कुछ कोविड-19 मामलों को छोड़ दिया है.
क्या अब खत्म होगा विवाद?
अध्ययनों में आंकड़ों को लेकर होने वाले विवाद आमतौर पर गोपनीय रखे जाते हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए एस्ट्राजेनेका को सार्वजनिक तौर पर विसंगतियों को दूर करने के लिए कहा था. अब सवाल यह है कि क्या कंपनी की नई गणना से तनाव खत्म हो जाएगा. बुधवार को अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जब संघीय नियामक सभी आंकड़ों की सार्वजनिक रूप से जांच कर लेंगे तो विवाद खत्म हो जाएगा (AstraZeneca Blood Clot). उन्होंने अनुमान जताया कि यह अच्छी वैक्सीन साबित होगी.
यूरोपीय देशों ने किया था बैन
एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को लेकर ये आरोप लगा था कि इसे लगाने वाले लोगों को ब्लड क्लॉटिंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जिससे कई लोगों की मौत भी हो गई है (AstraZeneca Ban in Europe). जिसके बाद यूरोप के कई देशों ने वैक्सीन के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगा दी थी. लेकिन बाद में यूरोपीय संघ की यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी और सुरक्षित है. जिसके बाद यूरोप के कुछ देशों ने कहा कि वह जल्द ही वैक्सीन का दोबारा इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे.
सोलाना [SOL] निवेशकों की चिंता जल्द खत्म नहीं हो सकती क्योंकि…
सोलाना का [SOL] हाल के प्रदर्शन ने निवेशकों को ठंडक दी क्योंकि इसकी कीमत में भारी गिरावट आई। इससे एसओएल को शीर्ष 10 की सूची में जगह मिली। हालांकि, सोलाना ने हाल ही में अपने एनएफटी स्पेस में वृद्धि दिखाई है, जो एसओएल को अपनी पिछली स्थिति को पुनः प्राप्त करने और इसके मूल्य चार्ट पर अधिक ग्रीन दर्ज करने में मदद कर सकती है।
इन एनएफटी हाइलाइट्स में मैजिक ईडन का हालिया अपडेट शामिल है, जो एसएफटी का समर्थन करने वाला लॉन्चपैड था, इंस्टाग्राम पर सोलाना एनएफटी उत्सव प्रतियोगिता, ऐप स्टोर में जेनोपेट्स v0.4.0 लाइव, और बहुत कुछ।
इसके अतिरिक्त, सेंटिमेंट के चार्ट से पता चला कि सोलाना के एनएफटी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी मीट्रिक वृद्धि ध्यान देने योग्य थी। सोलाना की कुल एनएफटी व्यापार गणना पिछले सप्ताह तेजी से बढ़ी, जैसा कि यूएसडी में इसकी कुल एनएफटी व्यापार मात्रा थी।
यह एक सकारात्मक विकास था क्योंकि इससे पता चलता है कि नेटवर्क पर अधिक लेनदेन हो रहे थे।
क्या SOL के लिए जल्द ही एक पुनरुद्धार आ रहा है?
सोलाना की हालिया वृद्धि और इसके NFT स्पेस में वृद्धि ने आशावाद को जन्म दिया। प्रेस समय में, SOL की कीमत पिछले 24 घंटों में 23% से अधिक ईएमए की गणना बढ़ गई थी और $6.32 बिलियन से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ $17.40 पर कारोबार कर रही थी।
दिलचस्प बात यह है कि कई ऑन-चेन मेट्रिक्स ने आने वाले दिनों में कीमतों में निरंतर वृद्धि की समान संभावना का भी खुलासा किया। उदाहरण के लिए, क्रिप्टो क्वांट जानकारी ने बताया कि एसओएल की कीमत एक ओवरसोल्ड स्थिति में थी, जो एक बड़े पैमाने पर तेजी का संकेतक है।
एसओएल को डेरिवेटिव बाजार से भी काफी दिलचस्पी मिली क्योंकि इसकी एफटीएक्स फंडिंग दर में पिछले सप्ताह तेजी दर्ज की गई, लेकिन बाद में नीचे चली गई।
आशा करना
दुर्भाग्य से, बाजार संकेतकों ने सुझाव दिया कि निवेशकों के लिए कठिन दिन बढ़ने वाले थे। अधिकांश संकेतकों ने कीमतों में और गिरावट की संभावना का समर्थन किया। उदाहरण के लिए, एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) रिबन ने संकेत दिया कि मंदड़ियों को बाजार में एक फायदा था।
एमएसीडी की रीडिंग ने ईएमए रिबन के डेटा को भी पूरक बनाया, जिससे कीमतों में गिरावट की संभावना बढ़ गई। इसके अलावा, एसओएल का चाइकिन मनी फ्लो (सीएमएफ) न्यूट्रल से काफी नीचे था, जो एक मंदी की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
बोलिंजर बैंड ने संकेत दिया कि एसओएल की कीमत एक उच्च अस्थिरता क्षेत्र में थी, जिसने एसओएल के लिए एक मामूली अवसर बनाया, जैसा कि मेट्रिक्स द्वारा सुझाया गया है।
प्रदेश में 18527 टीचर्स की भर्ती प्रक्रिया अक्टूबर से शुरू होगी
भोपाल
MP Teacher Recruitment 2022: मध्य प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक के 18,527 पदों पर भर्ती के लिए प्रोसेस जल्द शुरू होगी. गौरतलब है कि हाल ही में स्कूल शिक्षा विभाग ने भर्ती संबंधी नियमों में बदलाव करते हुए ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए निर्धारित क्वालीफाइंग अंक को 60 फ़ीसदी से घटाकर 50 फ़ीसदी कर दिया था.
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में लोक शिक्षण आयुक्त के हवाले से जानकारी दी गई है कि हालिया संशोधन ईएमए की गणना के आधार पर भर्ती परीक्षा का रिजल्ट तैयार हो रहा है. वहीं भर्ती प्रक्रिया को लेकर बताया गया है कि यह अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में शुरू होगी.
गौरतलब है कि उपरोक्त भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में 7429 एवं जनजातीय विभाग के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में 11098 पद भरे जाने हैं. इन पदों पर काउंसिलिंग स्कूल शिक्षा एवं जनजातीय कार्य विभाग की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित की जाएगी.
स्कूल शिक्षा विभाग तथा आदिम जाति कल्याण विभाग संयुक्त रूप से होगी भर्ती
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है आपको बता दें कि अब मध्य प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया स्कूल शिक्षा विभाग के साथ ही जनजाति कार्य विभाग दोनों विभागों की संयुक्त भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाने वाली है।
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षकों के रिक्त 7429 पदों पर वही जनजाति कार्य विभाग के रिक्त 11098 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अगले माह अक्टूबर में प्रारंभ कर दी जाएगी।
इस प्रकार मध्य प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती कुल 18527 पदों पर संयुक्त रूप से की जाएगी।
ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों को होगा यह बड़ा फायदा
मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों को बड़ी राहत प्रदान की गई है। आपको बता दें कि अभी हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देश के मुताबिक प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को बड़ा फायदा मिलने वाला है।
स्कूल शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में ईडब्ल्यूएस आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा मैं उत्तीर्ण अंक अब 60% से घटाकर 50% कर दिए गए हैं।
यानी कि अब प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में ईडब्ल्यूएस आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थी जिन्होंने प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त किए हैं वह भी भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकेंगे। आपको बता दें कि पहले ईडब्ल्यूएस के लिए प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में न्यूनतम 60% उत्तरण अंक होना अनिवार्य थे। जिसे घटाकर अब 50% कर दिया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार द्वारा बताया गया कि मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल शिक्षा के भर्ती नियम 2018 में अनारक्षित वर्ग के कमजोर वर्ग के लिए प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के अंक 60% से घटाकर 50% कर दिए गए हैं, वहीं जनजाति कार्य विभाग द्वारा संशोधन की कार्रवाई प्रचलन में हैं।
श्री इंदर सिंह परमार द्वारा बताया गया कि किए गए संशोधन अनुसार परीक्षा परिणाम तैयार करने की कार्रवाई अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में शुरू कर दी जाएगी। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए स्कूल शिक्षा और जनजाति कार्य विभाग द्वारा संयुक्त काउंसलिंग की जाएगी।
आपके द्वारा बताया गया कि ईएमए की गणना स्कूल शिक्षा विभाग के 7429 जनजाति कार्य विभाग की 11098 इस प्रकार कुल 18527 पदों के लिए प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।
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