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शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
शेयर या स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर आप अपने पैसे को निवेश करके अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं. यह मार्केट पूरी तरह से देश की अर्थव्यवस्था, वैश्विक संकेतों, मुद्रा और आरबीआई की नीतियों आदि पर निर्भर करता है. स्टॉक मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के नाम से शेयर होते हैं. इसमें निवेश करते समय नए निवेशकों को शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जब वही निवेशक शेयर मार्केट को अच्छी तरह से समझने लगता है तब वह एक अनुभवी खिलाड़ी बन जाता है.

Online Trading Kaise Kare | मोबाइल से शेयर ट्रेडिंग कैसे करें | Online Trading in Hindi

आपके पास समय की कमी होने के बावजूद भी आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते हैं केवल आपको एक बेहरीन और विश्वशनीय एप आपने मोबाइल में डाउनलोड करना है और ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट ओपन करना है जो कि फ्री होता है।

पिछेल कुछ सालों में मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में एक क्रांति आ गयी आपके हर काम मोबाइल एप की सहायता से हो रहे है चाहे बिल का भुगतान हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग।

इन ऐप की के माध्यम से आप दुनिया के किसी भी कोने में हो वही से शेयर की ट्रेडिंग कर सकतें हैं और आपने पोर्टफोलियो पर नजर रख सकतें हैं।

हाल के कुछ महीनों में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading Kaise Kare) का चलन काफी बढ़ गया है और जिन लोगों को शेयर मार्किट से डर लगता था आज वैसा नहीं है क्यूंकि ढेरो जानकारी इंटरनेट पर मौजूद है।

इस लेख में आप जानेंगे की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) की जाती है? ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे और नुक्सान और कौनसा एप सबसे विश्वसनीय है ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के लिए।

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ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें? – Online Trading Kaise Kare

ऑनलाइन ट्रेडिंग के शुरू करने के लिए आपको कुछ कदम उठाने होते है जी बेहद जरुरी है। जिसकी शुरुवात आपको एक इंटरनेट कनेक्शन से करनी होती है जो फ़ास्ट होना चाहिए। कुछ जरुरी स्टेप के बाद आप ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग शुरू कर सकतें हैं।

  • सबसे पहले आपको किसी बेहतरीन ऑनलाइन ट्रेडिंग एप का चयन करना होगा, मैं आपको Upstox Pro App के लिए सलाह देता हूँ।
  • Upstox Pro App पर आपको डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा जो बेहद आसान है कुछ सिंपल स्टेप से अकाउंट ओपन हो जाता है।
  • Upstox Pro एप आपके रजिस्ट्रेशन के सभी बेसिक फॉर्मेलिटी पूरा होने का इंतज़ार करें जो कुछ मिनटों में हो जायेगा।
  • अब आपके पास आपका यूजर आईडी, पासवर्ड और एक पिन नंबर मिलता है जो आपके अकाउंट में लॉगइन करने के लिए दिया जाता है।
  • केवल आपको ट्रेडिंग अकॉउंट में फण्ड डालना होगा।

इसे भी पढ़ें – न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए

Upstox Pro एप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें?

आप किसी भी प्लेटफार्म से शेयर की ट्रेडिंग करें सभी का एक ही तरीका होता है। चलिए जानते हैं आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) कर सकतें हैं।

  1. सबसे पहले, आपको अपने ऐप या वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में पर्याप्त राशि हो। अगर राशि पर्याप्त नहीं है तो राशि जमा करें।
  2. अब आप जिस स्टॉक को खरीदना चाहते शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें हैं उसके लिए सर्च बॉक्स खोजें।
  3. आप अपने सामने स्टॉक देखेंगे जहां कीमत में उतार-चढ़ाव हो रहा है। स्टॉक के ऊपर क्लिक करो
  4. अब आपके सामने एक नयी विंडो खुल गई है और निचे Buy और Sale का ऑप्शन नजर आ रहा होगा। Buy के ऑप्शन पर क्लिक करो।
  5. अब आपके सामने एक नई विंडो खुल गई है जिसमें शेयर की कीमत ऊपर दिखाई गई है। उसके नीचे, डिलीवरी या इंट्राडे चुनें, फिर कितनी मात्रा में खरीदना है भरो फिर आपको मार्किट प्राइस का ऑप्शन दिखाए देगा उसे चुने या फिर आपने रेट भरें। अब रिव्यु वाले बटन पर क्लिक करें।
  6. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन दबा दें।
  7. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन क्लिक करके खरीद ले।
  8. आपको आर्डर आपके आर्डर सेक्शन में दिखाई देगा।
  9. यदि आपको शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें इसे बेचना है तो आपको पोर्टफोलियो वाले सक्शन में जाये और जिस शेयर को बेचना है उसे क्लिक करें।
  10. आप आपको एक स्क्वायर ऑफ (Square Off) का बटन दिख रहा होगा जो बेचने वाला है उस पर क्लिक करें और वही स्टेप फॉलो करें जो खरदीने में किया गया था।

ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे

  • आप दुनिया में कहीं से भी शेयर ट्रेडिंग कर सकते हैं।
  • पेपर लेस ट्रेडिंग।
  • इनफार्मेशन तक आसानी से पहुँच।
  • आपने पोर्टफोलियो की आसान निगरानी।
  • ट्रेडिंग निपटान में जोखिम में कमी

ऑनलाइन ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?

जब आप शेयर ट्रेडिंग करते है तो इसके दो विकल्प है जिनको जानना जरुरी है। आपको (Online Trading Kaise Kare) शेयर की खरीद और बिक्री दो प्रकार से कर सकते हैं एक लिमिट और दूसरा मार्किट.

Market: –जब आप किसी शेयर को खरीदते या बेचते हैं तो उस समय जो शेयर की कीमत जिस बाजार में होती है उस कीमत पर ट्रेडिंग करना मार्किट कहलाता है।

Limit:- लिमिट में आपके पास विकल्प होता है कि आपने ट्रेडिंग के रेट को सेट कर सकते हैं जब शेयर का रेट उस होगा तभी शेयर में ट्रेडिंग होगी अन्यथा नहीं होगी।

ऑनलाइन सिक्योरिटी को कैसे मजबूत करें?

हालंकि की ये बड़ी कंपनियों है जिन पर सेबी की कड़ी गाइडलाइन को फॉलो करना होता है इसलिए यहाँ सुरक्षा की चूक होने की सम्भवना कम होती है फिर भी आपको कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट को देखना चाहिए।

  • अपना ओटीपी, पासवर्ड, यूजर आईडी, अकाउंट पिन कोड किसी दूसरे व्यक्ति शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें से शेयर ना करें।
  • वेबसाइट का सस्ल सर्टिफिकेट जरूर चेक करें।
  • इन्वेस्टर की जानकारी ले।

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

सेबी (SEBI) के निर्देशानुसार ने सभी ब्रोकर एक्सचेंज को आदेश किया है शेयर की खरीद होने के बाद एक वर्किंग डे के भीतर ही आपके शेयर को पूल अकाउंट से डीमेट अकाउंट में ट्रांसफर करना होगा। ऐसा ही शेयर के बेचने में मामले में भी है तब ब्रोकर को राशि को आपके अकाउंट में ट्रांफर करने के आदेश है।

भारतीय स्टॉक मार्केट T+2 साइकिल पर आधारित है जिस कारण यह अंतराल होता है।

यदि आपने उसी दिन शेयर खरीदे और बेचे हैं तो कुछ शुल्क कटाने में बाद राशि अंतर आपके अकाउंट में एडजस्ट कर दी जाएगी।

कुछ ब्रोकर एजेंसी ऑनलाइनऑफलाइन ट्रेडिंग के चार्ज में भरी (Online Trading Kaise Kare) अंतर है।

सबसे विश्वसनीय ऑनलाइन ट्रेडिंग एप

सबसे विश्वसनीय ट्रेडिंग एप की बात करें तो मैं आपको Upstox Pro इस्तेमाल करने की सलाह दूंगा। इसका सबसे बड़ी वजह इसमें श्री रतन टाटा की हिस्सेदारी है जो मुझे काफी विश्वसनीय बनाती है। दूसरा इसक इंटरफ़ेस सिंपल है जो पहली बार में ही समझ आ जाता है कैसे इस्तेमाल होगा।

इसका यूजर बेस 1 करोड़ से अधिक है कुछ ही सालों में जिन्होंने इसको 4.5 की रेटिंग दी है जो सभी ट्रेडिंग एप से अधिक है।

इसे भी पढ़ें – शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं?

FAQ – Online Trading Kaise Kare

मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करे?

मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक बेस्ट ट्रेडिंग एप का इस्तेमाल करना चाहिए जिसका इंटरफ़ेस सिंपल हो। ऊपर मोबाइल से कैसे ट्रेडिंग करें पूरी जानकारी दी गई है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें?

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सिखने के लिए आपको बुक्स और लगातार प्रेक्टिस की आवश्कता होती है या आप चाहे तो ऑनलाइन कोर्स की सहायता से भी सिख सकतें हैं।

सबसे अच्छा शेयर मार्केट कौन सा है?

सबसे अच्छा शेयर मार्केट वो है जहा आपको पैसा बनाने का मौका मिलता हो यदि हम भारत की बात करें तो NSE सबसे अच्छा शेयर मार्किट है।

सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?

Upstox Pro सबसे अच्छा और भरोसेमंद ट्रेडिंग एप है जिसमे श्री रतन टाटा जी का भी स्टेक है।

Final Verdict – Online Trading Kaise Kare

मुझे आशा है कि इस (Online Trading Kaise Kare) लेख ने आपके सभी सवालों का जवाब दिया होगा यदि आपके मन में अभी भी कोई सवाल रहता है तो आपको कमेंट बॉक्स में पूछ सकतें हैं। और मैं मनाता हूँ आपको आपको आज से ही निवेश शुरू करना शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें चाहिए जिसके आपको Upstox Pro को चुनना चाहिए।

अगर आप नौसीखिए हैं तो जानिए शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? | How to Start Online Trading in Hindi

How to Start your Trading Journey: अगर आप भी एक नौसीखिए है और शेयर मार्केट की दुनिया में ट्रेडिंग करना चाहते है तो यहां कुछ पॉइंट्स दिए गए है, जो आपको यह समझाने में मदद करेंगे कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)

How to do Share Trading: मिलेनियल्स शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश की ओर रुचि बढ़ा रहे हैं। यह युवा लोगों के बीच भी अधिक लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि बाजार में निवेश करने से पहले किसी को इस बारे में संक्षिप्त जानकारी होनी चाहिए कि बाजार में चीजें कैसे काम करती हैं। शेयर मार्केट एक बहुत ही जटिल संरचना है। लेकिन ज्ञान के द्वारा एक जटिल संरचना को भी सरल बनाया जा सकता है। यहां कुछ पॉइंट दिए गए हैं जो आपके ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने में मदद कर सकते हैं। तो आइए जानते है कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)

1) एक रणनीति सीखें

निवेश रणनीतियों से निवेशकों को यह तय करने में मदद मिलती है कि जोखिम, अवधि, रिटायरमेंट, उद्योग की पसंद आदि के अनुसार कहां और कैसे निवेश करना है। निवेशक उद्देश्य के अनुसार अपनी निवेश योजनाओं को सीख और तैयार कर सकते हैं। इनमें से कोई भी रणनीति अपनी ट्रेडिंग यात्रा को शुरू करने के लिए शुरुआत के रूप में सीख सकती है।

2) एक सेल्फ कन्फर्मेशन सिस्टम विकसित करें

किसी भी राशि का निवेश करने से पहले सेल्फ कन्फर्मेशन का अर्थ है खुद को आश्वस्त करना। लागू रणनीति पर लाभ अर्जित शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें करने के लिए आत्मविश्वास और आत्मविश्वास के साथ अपनी ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए सेल्फ कन्फर्मेशन एक ट्रिगर है।

3) रिस्क मैनेजमेंट

हर रणनीति रिस्क और अनिश्चितताओं के साथ आती है। रिस्क हर निवेश में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि कोई भी निवेशक अनावश्यक जोखिम नहीं लेना चाहता और नुकसान में डूबना नहीं चाहेगा। कुछ प्रकार के रिस्क लेने वाले निवेशक हाई रिस्क लेने वाले, मध्यम रिस्क लेने वाले और लो रिस्क लेने वाले निवेशक हैं। रिस्क मैनेजमेंट का अर्थ है न्यूनतम जोखिम लेना और लाभ अर्जित करना। एक बार जब निवेशक जोखिम का प्रबंधन करना जानता है, तो अपने वांछित व्यापार और लाभ के करीब एक कदम आगे बढ़ना आसान हो जाता है। कोई भी चुन सकता है कि हाई रिस्क लेना है, मीडियम रिस्क लेना है या कम रिस्क पर काम करना है।

बाजार में व्यापार शुरू करने से पहले नियमों को जानना बहुत जरूरी है। ट्रेड के नियमों को लिखने से निवेशक को ट्रेडिंग का सहज अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी। बाजार में बने रहने के लिए रूल्स और रेगुलेशन का पालन करना अनिवार्य है।

5) बैक टेस्ट

ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का मूल्यांकन करने में ट्रेडर बैक टेस्टिंग का उपयोग करते हैं। बैक टेस्टिंग सिमुलेशन के लिए रीयल-टाइम डेटा का उपयोग करने के बजाय हिस्टोरिकल डेटा का उपयोग करके लेनदेन का पुनर्निर्माण करता है, जैसा कि व्यापारी पेपर ट्रेडिंग के लिए उपयोग करेंगे। यह देखना है कि अतीत में कोई रणनीति सफल होती है या नहीं। परीक्षण का पूरा उद्देश्य व्यापारियों के लिए यह समझना है कि उनके व्यापारिक जोखिमों को कैसे कम किया जा सकता है और लाभ बढ़ाने के लिए काम किया जा सकता है।

अगर यह सही तरीके से किया जाता है, तो पॉजिटिव बैक टेस्टिंग रिजल्ट यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि भविष्य में एक निश्चित रणनीति सफल हो सकती है जो आपको एक ट्रेडिंग मॉडल में अधिक विश्वास दिलाएगी। लेकिन अगर रिजल्ट पॉजिटिव नहीं हैं, तो आप या तो रणनीति को बदल सकते हैं या इसे खत्म कर सकते हैं।

6) नियम को मॉडिफाई करें

निवेशक बाजार में बदलाव के अनुसार नियमों या तैयार की गई रणनीतियों में बदलाव कर सकता है। यहां तक ​​​​कि अगर कोई विशेष शेयर मौलिक रूप से महान है, तो संभावना है कि यह बाजार के प्रवाह के अनुसार अपनी प्रकृति को बदल सकता है। बाजार के रुझान के अनुसार नियमों को मॉडिफाई करना जरूरी है।

7) फिर से करें बैक टेस्ट

एक बार जब निवेशक नियमों को मॉडिफाई करता है तो निवेशक को फिर से टेस्ट करना पड़ता है। इससे निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने और अपने निवेश को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

8) छोटी पूंजी के साथ लाइव ट्रेडिंग

निवेशक छोटी पूंजी के साथ व्यापार करना शुरू कर सकता है जब वह पर्याप्त रूप से आश्वस्त हो और बाजार में काम करने के लिए हर संभव चीज को जानता हो। छोटी पूंजी के साथ व्यापार करने से निवेशक को लाइव ट्रेडिंग का अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा जो अंततः भविष्य की ट्रेडिंग एक्टिविटीज के लिए मदद करेगा।

9) बड़ी पूंजी के साथ ट्रेडिंग शुरू करें

एक बार जब निवेशक ने छोटे पूंजी निवेश के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है, तो वह बाजार में बड़ी पूंजी निवेश करने और व्यापार का विश्लेषण करने की ओर देख सकता है।

आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?

लाखों शौकिया हर साल ऑनलाइन ट्रेडिंग में अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन अधिकांश अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने में विफल रहते हैं और थोड़ा गरीब और बहुत समझदार हो जाते हैं। एक बात जो सभी असफल व्यक्तियों में समान होती है, वह यह है कि उनके पास अपने पक्ष में पैमाना बनाने के लिए आवश्यक मूलभूत जानकारी का अभाव होता है। लेकिन अगर कोई बाजार के रुझानों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय व्यतीत करता है, तो वे अपनी सफलता की बाधाओं को सुधारने के रास्ते पर अच्छी तरह से हो सकते हैं। अधिकांश निवेशक मूल्य परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारकों को समझे बिना संपत्ति खरीदते हैं। बाजारों को प्रभावी ढंग से व्यापार करना सीखना कार्रवाई का एक बेहतर तरीका है।

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कैसे करें शेयर बाजार में निवेश ?

share market

शेयर या स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर आप अपने पैसे को निवेश करके अच्छी खासी रकम कमा सकते हैं. यह मार्केट पूरी तरह से देश की अर्थव्यवस्था, वैश्विक संकेतों, मुद्रा और आरबीआई की नीतियों आदि पर निर्भर करता है. स्टॉक मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के नाम से शेयर होते हैं. इसमें निवेश करते समय नए निवेशकों को शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जब वही निवेशक शेयर मार्केट को अच्छी तरह से समझने लगता है तब वह एक अनुभवी खिलाड़ी बन जाता है.

स्टॉक मार्केट में होते हैं कई सेक्टर

स्टॉक मार्केट में अलग-अलग तरह के क्षेत्र होते हैं. ऑयल, रियल इस्टेट, बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, मेटल, स्टील, पावर, संचार यह कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर निवेशक अपनी पसंद के अनुसार निवेश कर सकता है. अगर किसी निवेशक को अपनी पसंदीदा कंपनी चुननी है तो सबसे पहले उसे कंपनी के बारे में जानना होगा. बैलेंस सीट के साथ-साथ क्या है उस कंपनी का टर्नओवर उसके बारे में भी निवेशक को जानकारी हासिल करनी चाहिए.

चुनें अपने बेस्ट सेक्टर

जैसा कि हमने ऊपर देखा कि निवेशकों के सामने ऐसे बहुत सारे सेक्टर होते हैं जहां पर वह निवेश करता है. इन सेक्टरों में कौन सा सबसे अच्छा क्षेत्र होगा जो निवेशकों को छोटी और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दे सके इस बात को बता पाना किसी के लिए भी मुश्किल भरा काम है. यह काम और अधिक मुश्किल हो जाता है जब देश की अर्थव्यवस्था सही न हो और विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा हो. ऐसे स्थिति में विशेषज्ञों की सलाह होती है कि मिड कैप स्टॉक को चुनें क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में लार्ज कैप स्टॉक बहुत ही ज्यादा गोता लगाते हैं.

कैसे करें निवेश

निवेश करने वाले व्यक्ति के सामने यह पहला सवाल होगा कि निवेश कैसे किया जाए ? सबसे पहले ये तय करें कि आप जो भी निवेश करना चाह रहे हैं, उसकी आपको जरूरत कब है क्योंकि इससे आप लंबी और छोटी अवधि के शेयरों का चुनाव कर सकते हैं. निवेश करने के लिए आप जिस कंपनी का शेयर लेंगे उसके बारे में आप अच्छी तरह से जानकारी कर लें. इसके लिए आप सलाहकारों की मदद ले सकते हैं. यह जरूरी नहीं है कि आप एक ही कंपनी में निवेश करें. एक से अधिक कंपनियों में भी निवेश कर सकते हैं.

डीमैट अकाउंट है जरूरी

निवेश के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है इसके लिए आपको किसी भी बैंक या शेयर खान, रिलायंस मनी और इंडिया इन्फोलाइन जैसी शेयर ब्रोकरेज कंपनियों से संपर्क करना पड़ेगा. कुछ समय पहले तक शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग होती थी. इसमें शेयर सीधे ट्रांसफर होते थे. पर अब ऐसा नहीं है. अब इनकी खरीद-बिक्री किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के डीमैट खाते के जरिए होती है. आप खुद या आपके स्थान पर कोई शेयर ब्रोकिंग कंपनी शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकती है.

निवेश की अवधि

निवेशक निवेश करने के लिए दो तरह के तरीकों को अपना सकते हैं. लंबी और छोटी अवधि के लिए निवेश. छोटी अवधि में खरीदे गए शेयर को निवेशक 3-6 महीने के लिए अपने पास रख सकते हैं. जबकि लंबी अवधि में खरीदे गए शेयर को 6 महीने से ऊपर तक अपने पास रख सकते हैं. आम निवेशकों को सलाह दी जाती है कि लंबी अवधि का निवेश सही रहता है क्योंकि डे-ट्रेडिंग और छोटी अवधि के निवेश ज्यादा जोखिम भरे होते हैं.

आजकल शेयरों की ट्रेडिंग इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होती है. यह प्रक्रिया मुम्बई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के जरिए की जाती है. एक्सचेंज के अलावा निवेशक शेयर खान, रिलायंस मनी, आईसीआईसी डाइरेक्ट जैसे ब्रोकरेज हाउस की भी सहायता ले सकते हैं.

अगर आप नौसीखिए हैं तो जानिए शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? | How to Start Online Trading in Hindi

How to Start your Trading Journey: अगर आप भी एक नौसीखिए है और शेयर मार्केट की दुनिया में ट्रेडिंग करना चाहते है तो यहां कुछ पॉइंट्स दिए गए है, जो आपको यह समझाने में मदद करेंगे कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)

How to do Share Trading: मिलेनियल्स शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश की ओर रुचि बढ़ा रहे हैं। यह युवा लोगों के बीच भी अधिक लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि बाजार में निवेश करने से पहले किसी को इस बारे में संक्षिप्त जानकारी होनी चाहिए कि बाजार में चीजें कैसे काम करती हैं। शेयर मार्केट एक बहुत ही जटिल संरचना है। लेकिन ज्ञान के द्वारा एक जटिल संरचना को भी सरल बनाया जा सकता है। यहां कुछ पॉइंट दिए गए हैं जो आपके ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने में मदद कर सकते हैं। तो आइए जानते है कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)

1) एक रणनीति सीखें

निवेश रणनीतियों से निवेशकों को यह तय करने में मदद मिलती है कि जोखिम, अवधि, रिटायरमेंट, उद्योग की पसंद आदि के अनुसार कहां और कैसे निवेश करना है। निवेशक उद्देश्य के अनुसार अपनी निवेश योजनाओं को सीख और तैयार कर सकते हैं। इनमें से कोई भी रणनीति अपनी ट्रेडिंग यात्रा को शुरू करने के लिए शुरुआत के रूप में सीख सकती है।

2) एक सेल्फ कन्फर्मेशन सिस्टम विकसित करें

किसी भी राशि का निवेश करने से पहले सेल्फ कन्फर्मेशन का अर्थ है खुद को आश्वस्त करना। लागू रणनीति पर लाभ अर्जित करने के लिए आत्मविश्वास और आत्मविश्वास के साथ अपनी ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए सेल्फ कन्फर्मेशन एक ट्रिगर है।

3) रिस्क मैनेजमेंट

हर रणनीति रिस्क और अनिश्चितताओं के साथ आती है। रिस्क हर निवेश में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि कोई भी निवेशक अनावश्यक जोखिम नहीं लेना चाहता और नुकसान में डूबना नहीं चाहेगा। कुछ प्रकार के रिस्क लेने वाले निवेशक हाई रिस्क लेने वाले, मध्यम रिस्क लेने वाले और लो रिस्क लेने वाले निवेशक हैं। रिस्क मैनेजमेंट का अर्थ है न्यूनतम जोखिम लेना और लाभ अर्जित करना। एक बार जब निवेशक जोखिम का प्रबंधन करना जानता है, तो अपने वांछित व्यापार और लाभ के करीब एक कदम आगे बढ़ना आसान हो जाता है। कोई भी चुन सकता है कि हाई रिस्क लेना है, मीडियम रिस्क लेना है या कम रिस्क पर काम करना है।

बाजार में व्यापार शुरू करने से पहले नियमों को जानना बहुत जरूरी है। ट्रेड के नियमों को लिखने से निवेशक को ट्रेडिंग का सहज अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी। बाजार में बने रहने के लिए रूल्स और रेगुलेशन का पालन करना अनिवार्य है।

5) बैक टेस्ट

ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का मूल्यांकन करने में ट्रेडर बैक टेस्टिंग का उपयोग करते हैं। बैक टेस्टिंग सिमुलेशन के लिए रीयल-टाइम डेटा का उपयोग करने के बजाय हिस्टोरिकल डेटा का उपयोग करके लेनदेन का पुनर्निर्माण करता है, जैसा कि व्यापारी पेपर ट्रेडिंग के लिए उपयोग करेंगे। यह देखना है कि अतीत में कोई रणनीति सफल होती है या नहीं। परीक्षण का पूरा उद्देश्य व्यापारियों के लिए यह समझना है कि उनके व्यापारिक जोखिमों को कैसे कम किया जा सकता है और लाभ बढ़ाने के लिए काम किया जा सकता है।

अगर यह सही तरीके से किया जाता है, तो पॉजिटिव बैक टेस्टिंग रिजल्ट यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि भविष्य में एक निश्चित रणनीति सफल हो सकती है जो आपको एक ट्रेडिंग मॉडल में अधिक विश्वास दिलाएगी। लेकिन अगर रिजल्ट पॉजिटिव नहीं हैं, तो आप या तो रणनीति को बदल सकते हैं या इसे खत्म कर सकते हैं।

6) नियम को मॉडिफाई करें

निवेशक बाजार में बदलाव के अनुसार नियमों या तैयार की गई रणनीतियों में बदलाव कर सकता है। यहां तक ​​​​कि अगर कोई विशेष शेयर मौलिक रूप से महान है, तो संभावना है कि यह बाजार के प्रवाह के अनुसार अपनी प्रकृति को बदल सकता है। बाजार के रुझान के अनुसार नियमों को मॉडिफाई करना जरूरी है।

7) फिर से करें बैक टेस्ट

एक बार जब निवेशक नियमों को मॉडिफाई करता है तो निवेशक को फिर से टेस्ट करना पड़ता है। इससे निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने और अपने निवेश को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

8) छोटी पूंजी के साथ लाइव ट्रेडिंग

निवेशक छोटी पूंजी के साथ व्यापार करना शुरू कर सकता है जब वह पर्याप्त रूप से आश्वस्त हो और बाजार में काम करने के लिए हर संभव चीज को जानता हो। छोटी पूंजी के साथ व्यापार करने से निवेशक को लाइव ट्रेडिंग का अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा जो अंततः भविष्य की ट्रेडिंग एक्टिविटीज के लिए मदद करेगा।

9) बड़ी पूंजी के साथ ट्रेडिंग शुरू करें

एक बार जब निवेशक ने छोटे पूंजी निवेश के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है, तो वह बाजार में बड़ी पूंजी निवेश करने और व्यापार का विश्लेषण करने की ओर देख सकता है।

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