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उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता

उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता
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Free Trade Agreement: ऑस्ट्रेलियाई संसद में पारित हुआ भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता

Free Trade Agreement ऑस्ट्रेलियाई संसद में भारत और ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौता पारित हो गया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधामनंत्री एंथोनी अल्बानीस ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा भारत के साथ हमारा (भारत-ऑस्ट्रेलिया) मुक्त व्यापार समझौता संसद से पारित हो गया है।

नई दिल्ली, एजेंसी। Free Trade Agreement: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच के रिश्तों को और भी मजबूत बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की संसद में मंगलवार को एक बड़ा फैसला लिया गया। बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई संसद में भारत और ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौता पारित हो गया है।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधामनंत्री एंथोनी अल्बानीस ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, भारत के साथ हमारा (भारत-ऑस्ट्रेलिया) मुक्त व्यापार समझौता संसद से पारित हो गया है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर भी पोस्ट की है।

मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement)क्या होता है

मुक्त व्यापार समझौता या कहें फ्री ट्रेड एग्रीमेंट दो देशों के बीच के व्यापार को सरल बनाने के लिए होता है। एफटीए के तहत दो देशों के बीच आयात-निर्यात के तहत उत्पादों पर सीमा शुल्क, नियामक कानून, सब्सिडी और कोटा को कम करने के लिए समझौता किया जाता है। इससे दोनों ही देशों को काफी फायदा पहुंचता है। इस समझौते से बाकी देशों के मुकाबले उत्पादन लागत और भी सस्ती हो जाती है। दो देशों के व्यापार को बढ़ावा मिलता है और दो देशों की अर्थव्यवस्था को तेजी मिलती है।

मुक्त व्यापार समझौते से भारत को अब काफी फायदा होगा। दोनों देश एक-दुसरे के साथ 7 अरब डॉलर का व्यापार करते हैं। ऑस्ट्रेलिया से भारत को निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में मोती, सोना, तांबा, एल्यूमीनियम, शराब, फल और मेवे, कपास, ऊन आदि शामिल है। तो वहीं भारत से ऑस्ट्रेलिया में पेट्रोलियम उत्पाद, फार्मास्यूटिकल्स, रत्न और आभूषण जैसे उत्पाद जाते हैं।

NAFTA Full Form (North American Free Trade Agreement)

https://www.hindisarkariresult.com/nafta-full-form/

NAFTA Full Form

NAFTA Full Form in Hindi, NAFTA: North American Free Trade Agreement (उत्तरी अमेरिका निशुल्क व्यापर समझौता)

NAFTA का फुल फॉर्म है “North American Free Trade Agreement” जिसका हिंदी मतलब है “उत्तरी अमेरिका निशुल्क व्यापर समझौता”

NAFTA यानि उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता यू.एस., कनाडा और मैक्सिको के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लागू किया गया था। इस (NAFTA Full Form) समझौते के अंतर्गत इन तीन देशों के बीच व्यापार पर अधिकांश टैरिफ को समाप्त कर दिया. NAFTA 1 जनवरी, 1994 को प्रभावी हुआ तथा इसके बाद कई टैरिफ-विशेष रूप से कृषि उत्पादों, वस्त्रों और ऑटोमोबाइल से संबंधित टैरिफ को धीरे-धीरे 1 जनवरी 1994 तथा 1 जनवरी, 2008 के बीच समाप्त कर दिया गया था।

NAFTA से सम्बंधित प्रमुख तथ्य

  • NAFTA यानि उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता (नाफ्टा) 1994 में यू.एस., मैक्सिको और कनाडा के बीच व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए लागू किया गया था।
  • नाफ्टा ने भाग लेने वाले तीन देशों के बीच आयात और निर्यात पर शुल्क कम या समाप्त कर दिया, जिससे एक विशाल मुक्त व्यापार क्षेत्र बन गया।
  • नाफ्टा के साथ दो पक्ष के समझौतों का उद्देश्य कार्यस्थल सुरक्षा, श्रम अधिकारों और पर्यावरण संरक्षण उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता में उच्च सामान्य मानकों को स्थापित करना है, ताकि व्यवसायों को कम वेतन या शिथिल नियमों का फायदा उठाने के लिए अन्य देशों में स्थानांतरित होने से रोका जा सके।
  • संयुक्त राज्य-मेक्सिको-कनाडा समझौता (USMCA), जिसे 30 नवंबर, 2018 को हस्ताक्षरित किया गया था, और 1 जुलाई, 2020 को पूरी तरह से लागू हो गया, ने NAFTA को बदल दिया।
  • नाफ्टा एक विवादास्पद समझौता था: कुछ उपायों (व्यापार वृद्धि और निवेश) से, इसने यू.एस. अर्थव्यवस्था में सुधार किया; दूसरों द्वारा (रोजगार, व्यापार संतुलन), इसने अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया।

NAFTA (नाफ्टा) का इतिहास

NAFTA नाफ्टा कानून जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश के राष्ट्रपति पद के दौरान उनके एंटरप्राइज फॉर द अमेरिकास इनिशिएटिव के पहले चरण के रूप में विकसित किया गया था। क्लिंटन प्रशासन, जिसने 1993 में NAFTA को कानून में हस्ताक्षरित किया, का मानना ​​​​था कि यह दो साल के भीतर 200,000 अमेरिकी नौकरियां और पांच साल के भीतर 1 मिलियन नौकरियों का सृजन करेगा क्योंकि निर्यात अमेरिकी आर्थिक विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। प्रशासन ने कम टैरिफ के परिणामस्वरूप मेक्सिको से अमेरिकी आयात में नाटकीय वृद्धि का अनुमान लगाया।

कच्चे तेल, मशीनरी, सोना, वाहन, ताजा उपज, पशुधन और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जैसे सभी अमेरिकी आयातों का लगभग एक चौथाई मेक्सिको और कनाडा से उत्पन्न होता है, जो क्रमशः संयुक्त राज्य अमेरिका का दूसरा और तीसरा सबसे बड़ा आयात है।

भारत के साथ एक नया मुक्त व्यापार समझौता करेगा UK, Rishi Sunak ने हिंद-प्रशांत संग संबंधों के लिए बताया ज़रूरी

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हिंद-प्रशांत में अवसर काफी अच्छे हैं : UK PM ऋषि सुनक ( File Photo)

ब्रिटेन (UK) के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak ) ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र ( Indo-Pacific region) के साथ संबंधों को मजबूत करने पर अधिक ध्यान देने की योजना के तहत भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर अपने देश की प्रतिबद्धता को दोहराया है. भारतीय मूल के नेता सुनक ने पिछले महीने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से मुख्य विदेश नीति के संबंध में सोमवार रात को पहली बार भाषण दिया. ब्रिटिश भारतीय नेता ने अपनी धरोहर और स्वतंत्रता और खुलेपन को लेकर, ब्रिटिश मूल्यों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता पर विचार साझा किए.

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उन्होंने इस दौरान चीन (China) के संदर्भ में ‘‘चीजों को अलग तरह से करने'' का संकल्प लिया. उन्होंने कहा कि चीन ब्रिटेन के मूल्यों एवं हितों को ‘‘प्रणालीगत चुनौती'' दे रहा है.

सुनक ने कहा, ‘‘राजनीति में आने से पहले मैंने दुनियाभर के कारोबार में निवेश किया और हिंद-प्रशांत में अवसर काफी अच्छे हैं.''

उन्होंने कहा, ‘‘2050 तक वैश्विक विकास में आधे से अधिक योगदान हिंद-प्रशांत का होगा, जबकि यूरोप और नॉर्थ अमेरिका का योगदान एक चौथाई ही होगी, इसी लिए हम CPTPP(प्रशांत-पार साझेदारी के लिए वृहद और प्रगतिशील समझौते) में शामिल हो रहे हैं, भारत के साथ नया एफटीए कर रहे हैं और इंडोनेशिया के साथ भी हमारा एक समझौता है.''

सुनक ने कहा, ‘‘कई अन्य लोगों की तरह मेरे दादा-दादी, नाना-नानी पूर्वी अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप से ब्रिटेन आए और उन्होंने यहां अपना जीवन बनाया. हाल के वर्षों में, हमने हांगकांग, अफगानिस्तान और यूक्रेन से हजारों लोगों का स्वागत किया है. हमारा देश अपने मूल्यों के लिए खड़ा होता है और केवल कथनी से नहीं, बल्कि करनी से लोकतंत्र की रक्षा करता है.''

भारत सरकार

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वाणिज्‍य विभाग का विदेश व्‍यापार (नाफ्टा) प्रभाग संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के साथ भारत के द्विपक्षीय व्‍यापार का काम देखता है। तीनों ही देशों ने 1994 में हस्‍ताक्षरित उत्‍तरी अमरीका मुक्‍त व्‍यापार करार (उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता नाफ्टा) पर हस्‍ताक्षर किए हैं तथा यह विश्‍व के सबसे बड़े और अति महत्‍वपूर्ण व्‍यापार गुटों में से एक है। संयुक्‍त सचिव इस प्रभाग के मुखिया हैं तथा निम्‍नलिखित अधिकारियों की टीम द्वारा उनकी सहायता की जाती है :

  • सुश्री मुग्‍धा सिन्‍हा : निदेशक
  • श्री बलबीर सिंह : अवर सचिव
  • श्री नरेश चंद : अनुभाग अधिकारी

नाफ्टा देशों के संबंध में द्विपक्षीय व्‍यापार की सांख्यिकी निम्‍नलिखित लिंक पर उपलब्‍ध है :

हाल की संधिवार्ता के अनुसार जुलाई 2020 से नैफ्टा (उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता NAFTA) का स्थान कौन लेगा?

Key Points

नाफ्टा:

  • उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता ( नाफ्टा ) एक विवादास्पद व्यापार समझौता है जिस पर 1992 में बातचीत हुई थी, जिसने धीरे-धीरे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको के बीच से गुजरने वाली वस्तुओं और सेवाओं पर अधिकांश टैरिफ और अन्य व्यापार बाधाओं को हटा दिया।
  • समझौते ने उत्तरी अमेरिका के तीन सबसे बड़े देशों के बीच प्रभावी रूप से एक मुक्त व्यापार ब्लॉक बनाया।
  • नाफ्टा 1994 में लागू हुआ और 2020 तक चला, जब इसे बदल दिया गया।

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