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सबसे सक्रिय शेयर

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Over 20 lbs down from my (unhealthy) peak weight — Elon Musk (@elonmusk) August 28, 2022

दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk सबसे सक्रिय शेयर ने घटाया 9 किलो वजन, डाइट प्लान भी किया शेयर

Elon Musk: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने 9 किलो वजन घटाया है. उन्होंने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी. इसी के साथ उन्होंने वजन कम करने के राज के बारे में भी बताया.

By: ABP Live | Updated at : 31 Aug 2022 06:46 PM (IST)

टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क (फाइल फोटो)

Elon Musk Lost Weight: टेस्ला सबसे सक्रिय शेयर कंपनी के मालिक और इस समय दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) को कौन नहीं जानता. टेस्ला सीईओ एलन मस्क सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी एक्टिव रहते हैं और अपनी जिंदगी से जुड़ी तमाम बातें वो दुनियाभर के लोगों के साथ शेयर करते हैं. हाल ही में उन्होंने ट्विटर पोस्ट के माध्यम से बताया कि उन्होंने 9 किलो वजन घटाया है. मस्क ने लोगों को इसके लिए डाइट प्लान (Diet Plan) भी बताया.

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) सोशल मीडिया पर सबसे सक्रिय हस्तियों में से एक हैं. उनके ट्विटर पर 100 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं और नियमित रूप से पोस्ट और ट्विटर थ्रेड्स के माध्यम से उनके साथ बातचीत करते हैं. हाल ही में मस्क ने बताया कि वजन कम करने के लिए उन्होंने कभी-कभी उपवास रखा.

एक ट्विटर पोस्ट में एलन मस्क ने खुलासा किया कि वह समय-समय पर उपवास (Elon Musk Fasting) कर रहे हैं, जिससे उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है. ट्विटर थ्रेड में उनके वजन के बारे में पूछे जाने पर स्पेसएक्स के संस्थापक ने बताया कि उन्होंने अपने वास्तविक वजन लगभग 9 किलो कम कर दिया है.

आप भी देखिए उनका ये ट्वीट-

News Reels

On advice of a good friend, I’ve been fasting periodically & feel healthier

— Elon Musk (@elonmusk) August 28, 2022

खाने के शौकीन हैं मस्क!

जो लोग ये बात नहीं जानते हम उन्हें बता दें कि एलन मस्क भोजन के प्रति अपने प्यार के बारे में बहुत खुले हुए इंसान हैं. अलग-अलग इंटरव्यूज़ और टॉक शो में, उन्होंने भोजन पर जोर दिया और बिना वर्कआउट किए अपनी इच्छा के बारे में बात की.

Over 20 lbs down from my (unhealthy) peak weight

— Elon Musk (@elonmusk) August 28, 2022

एलन मस्क ने सुनी अपने पिता की बात!

वहीं हाल के दिनों में उनके पिता एरोल मस्क (Elon Musk Father) ने उनके सबसे सक्रिय शेयर खाने के पैटर्न की आलोचना की. एक टॉक शो में, सीनियर मस्क ने कहा, 'एलन बहुत मजबूती से बना है, लेकिन वह बुरी तरह खा रहा है.' अब ऐसा लगता है कि एलन मस्क ने अपने पिता की बात सुनी और कुछ वजन कम करने के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाई.

Published at : 31 Aug 2022 07:18 PM (IST) Tags: Tesla Elon Musk हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए आई बड़ी खबर, SEBI ने उठाया सख्त कदम

शेयर में कृत्रिम मांग के जरिये छोटे निवेशकों को धोखा देने के मामले में सेबी ने यह कार्रवाई की है. आरोप हैं कि इस तरह धोखाधड़ी के जरिए इन ऑपरेटरों ने एक-एक सौदे में लाखों रुपए बनाए हैं.

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए आई बड़ी खबर, SEBI ने उठाया सख्त कदम

संदीप ग्रोवर | Edited By: सुनील चौरसिया

Updated on: Dec 04, 2021 | 7:36 AM

शेयर बाजार के लिये साल 2021 रिकॉर्ड तेजी का साल रहा है, इस दौरान प्रमुख इंडेक्स ने वो स्तर देखे जो आज से पहले कभी दर्ज नहीं किये गये. बाजार की इस रिकॉर्ड तेजी में निवेशकों ने जमकर कमाई की, हालांकि इस ऊंचे रिटर्न की आस में कई छोटे निवेशको ने बाजार में हेराफेरी करने वाले शेयर ऑपरेटरों के हाथों अच्छा खासा नुकसान भी दर्ज किया. सेबी ने ऐसे ही कुछ स्टॉक मार्केट के ऑपरेटरों पर शिंकजा कसा है. खबरों के मुताबिक मार्केट रेग्युलेटर ने गुजरात के कुछ ऑपरेटर्स के खिलाफ छापेमारी भी की

शेयर ब्रोकर्स पर सेबी की कार्रवाई

शेयर में कृत्रिम मांग के जरिये छोटे निवेशकों को धोखा देने के मामले में सेबी ने यह कार्रवाई की है. आरोप हैं कि इस तरह धोखाधड़ी के जरिए इन ऑपरेटरों ने एक-एक सौदे में लाखों रुपए बनाए हैं. सेबी की जांच में इन ऑपरेटरों द्वारा शेयरों की खरीद और बिक्री वाले शेयरों से जुड़े कई मैसज सामने आए हैं. चूंकि शेयरों की कीमतों में हेराफेरी के लिए ऑपरेटरों की ओर से सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है इसलिए सेबी भी इस रास्ते से होने वाले गलत कामों पर सबसे सक्रिय शेयर अपना शिकंजा कस रहा है. ऐसे ऑपरेटर्स ज्यादातर छोटे निवेशकों को निशाना बनाते हैं. नए निवेशकों तक ट्रेडिंग टिप्स पहुंचाने का काम ज्यादातर वॉट्सऐप सबसे सक्रिय शेयर ग्रुप्स और टेलिग्राम चैनलों के जरिए होता है.

पंप एंड डंप तकनीक से निवेशकों के साथ हेराफेरी

दरअसल शेयर बाजार में मिले उंचे रिटर्न और रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए शेयर बाजार में कई ऐसे शेयर ऑपरेटर भी सक्रिय हो गये जो शेयरों में कृत्रिम मांग के जरिये कीमतों को मनमाने तरीके से नियंत्रित कर रहे थे. रणनीति के अनुसार ऐसे ऑपरेटर्स पहले शेयरों को सस्ते दामों पर खरीदते थे, जिसके बाद ट्रेडिंग टिप्स के नाम पर सोशल मीडिया, वॉट्सएप ग्रुप्स और टेलिग्राम चैनलों के जरिये इन शेयरों के लिये सकारात्मक माहौल बनाते थे. छोटे निवेशकों की भागेदारी बढ़ने के साथ स्टॉक में उछाल बढ़ने पर ये ऑपरेटर अपने सभी शेयर बेच कर बाजार से बाहर निकल जाते थे, और नुकसान छोटे निवेशकों को उठाना पड़ता था. इसी को देखते हुए सेबी ने ऐसे ऑपरेटर्स पर अपना शिकंजा कस दिया है.

आपको बता दें कि छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सेबी IPO के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रहा है. सेबी सबसे सक्रिय शेयर को मिली जानकारी के मुताबिक स्टॉक कीमतों में मनमाने तरीके से उछाल के जरिये स्टॉक ऑपरेटर्स ने एक एक सौदे में लाखों रुपये की कमाई की है.

भारत में स्टार्टअप्स के लिए शीर्ष सर्वाधिक सक्रिय एंजेल निवेशक

साल 2021 वास्तव में भारतीय स्टार्टअप्स के लिए बंपर साल रहा। इस वर्ष न केवल कई स्टार्टअप्स ने निजी से सार्वजनिक बाजार में कदम रखा, आईपीओ के रूप में धन जुटाया, बल्कि 42 भारतीय स्टार्टअप को यूनिकॉर्न क्लब में प्रवेश करते देखा।

वर्ष 2021 में, 100 के बाद से फंडिंग प्राप्त करने में स्टार्टअप इकोसिस्टम $ 2014 बिलियन को पार कर गया। अगर हम वर्ष के बारे में अधिक बात करते हैं, स्टार्टअप्स में $42 बिलियन से अधिक का निवेश किया गया था, सबसे सक्रिय शेयर जो एक वर्ष में भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा जुटाई गई सबसे अधिक राशि थी।

जबकि वीसी/पीई फर्मों का निवेश आदर्श रूप से तब सामने आता है जब ये स्टार्टअप एआरआर, राजस्व, बेचे गए उत्पादों आदि जैसे कुछ मानदंडों को पूरा करते हैं; यह एंजेल निवेशक हैं जो गठन के वर्षों के दौरान परिचालन खर्चों को पूरा करने में स्टार्टअप संस्थापकों का समर्थन करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स में एंजेल निवेशकों का योगदान अपूरणीय और अकाट्य हो गया है।

यहां भारत में शीर्ष सबसे सक्रिय एंजेल निवेशकों की सूची दी गई है

अमित लखोटिया

अब सूचीबद्ध भुगतान दिग्गज के पूर्व उपाध्यक्ष, Paytm, अमित लखोटिया अपना वेंचर पार्क+ चलाने के अलावा स्टार्टअप्स में निवेश करने में भी काफी रुचि रखते हैं। फिनटेक स्टार्टअप भारतपे और सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म ट्रेल में एंजेल निवेशक, लखोटिया ने 2019 में अपना स्मार्ट कार पार्किंग व्यवसाय पार्क+ शुरू किया। इसने पहले ही सिकोइया, मैट्रिक्स से $25 मिलियन का सीरीज बी राउंड जुटाया है। 2021 में, लखोटिया ने नौ फंडिंग सौदों और फिक्सक्राफ्ट, गोक्विक और जूनियो जैसे समर्थित स्टार्टअप में भाग लिया।

अमरीश रौ

1996 में सीमेंस निक्सडॉर्फ में सेल्स मैनेजर के रूप में अपने करियर की शुरुआत करते हुए, अमरीश राव ने दो बार के उद्यमी बनने के अपने तरीके को लगातार बढ़ाया है। उन्होंने 2013 में जितेंद्र गुप्ता के साथ मुंबई स्थित डिजिटल भुगतान स्टार्टअप साइट्रस पे की स्थापना की, जिसे बाद में 2016 में PayU को बेच दिया गया। 2020 में, वह शामिल हो गए। पाइन लैब्स के सीईओ के रूप में।

राऊ के नेतृत्व वाली पाइन लैब्स अब एक आईपीओ की ओर बढ़ रही है और हाल ही में उसे एसबीआई से 20 मिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ है। पिछले हफ्ते, राव ने अपने पूर्व सह-संस्थापक जितेंद्र गुप्ता के साथ मिलकर एक उद्यम फर्म शुरू करने की भी घोषणा की - व्हाइट वेंचर कैपिटल। वेंचर फर्म भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में फिनटेक स्टार्टअप्स के सीरीज ए राउंड में $250K - $1 मिलियन का निवेश करेगी।

2021 में, राउ ने लोकस, मल्टीप्लायर और वनकोड सहित 9 स्टार्टअप फंडिंग सौदों में भाग लिया। कुल मिलाकर राऊ ने 35 से ज्यादा स्टार्टअप्स में निवेश किया है।

आनंद चंद्रशेखरन

आनंद चंद्रशेखरन, जिन्होंने अब 2001 में NASDAQ सूचीबद्ध Aeroprise को कोफ़ाउंड किया, ने अपने पेशेवर करियर के दो दशकों में विभिन्न संगठनों में कई भूमिकाएँ निभाई हैं। चंद्रशेखरन ने जैसी कंपनियों में भी भूमिकाएँ निभाई हैं फेसबुक और फ्यूचर ग्रुप। अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने General Catalyst को पार्टनर के तौर पर ज्वाइन किया था।

कुल मिलाकर उन्होंने 130 सौदों में भाग लिया है, जिनमें से 70% भारतीय स्टार्टअप में हैं। भारत में उनके कुछ हालिया निवेशों में क्लाउड प्रबंधन स्टार्टअप OpsLyft; रिटेल एग्रीगेटर सुपरके और बी2बी ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म वेनविज।

अंजलि बंसाली

अवाना कैपिटल की संस्थापक अंजलि बंसल ने 2021 में अपनी व्यक्तिगत क्षमता से पांच से अधिक स्टार्टअप में निवेश किया है।

टाटा पावर, बाटा, कोटक एएमसी और पिरामल एंटरप्राइजेज के बोर्ड में शामिल बंसल ने आईपीओ-बाउंड जैसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स में निवेश किया है। Delhivery, अर्बन कंपनी, डार्विनबॉक्स, सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध Nykaa, और Lenskart। पिछले साल उसने क्लिनीक, मुड्रेक्स और कापिटा में निवेश किया था।

अनुज श्रीवास्तव

हाल ही में बनाए गए यूनिकॉर्न-लिवस्पेस के संस्थापक और सीईओ, श्रीवास्तव ने पेप्सिको मैनेजमेंट लीडरशिप प्रोग्राम में एक प्रबंधक के रूप में अपना करियर शुरू किया, श्रीवास्तव बाद में उत्पाद विपणन और विकास के वैश्विक प्रमुख के रूप में Google में शामिल हुए।

पिछले साल, उन्होंने होम डेकोर और लाइफस्टाइल ब्रांड Nestasia, एक आयुर्वेद डॉक्टर प्लेटफॉर्म NirogStreet, और हेल्थ इंश्योरेंस स्टार्टअप प्लम सहित लगभग 10 स्टार्टअप्स में निवेश किया था।

अनुपम मित्तल

अनुपम मित्तल ने अपने उद्यमी करियर की शुरुआत पीपल ग्रुप के साथ की, जो प्रबंधन करता है व्यवसायों जैसे शादी डॉट कॉम, मकान डॉट कॉम और मौज मोबाइल। इन वर्षों में, उन्होंने ओला, ड्रुवा और व्हाटफिक्स सहित 50 से अधिक स्टार्टअप में निवेश किया है।

मित्तल, जो शार्क टैंक इंडिया में शार्क में से एक थे, ने पिछले साल 11 भारतीय स्टार्टअप में निवेश किया है। पिछले साल उन्होंने वेंचर हाईवे, कुणाल बहल, रोहित बंसल के साथ एक्सप्रेस स्टोर्स के सीड राउंड ऑफ इन्वेस्टमेंट में भाग लिया था। मित्तल के अन्य उल्लेखनीय निवेशों में गोब्ली और गोक्विक का $15 मिलियन सीरीज ए राउंड शामिल है।

बिन्नी बंसल

के कोफाउंडर फ्लिपकार्ट, जो यकीनन $ 36 बिलियन में सबसे मूल्यवान भारतीय स्टार्टअप है, बिन्नी बंसल एक एंजेल निवेशक के रूप में स्टार्टअप में सक्रिय रूप से निवेश कर रहा है। फ्लिपकार्ट को वॉलमार्ट द्वारा 2018 के मई में अधिग्रहित किया गया था। बंसल उसी वर्ष नवंबर में कंपनी से बाहर हो गए। 2018 के दिसंबर में, उन्होंने xto10x, एक SaaS कंसल्टेंसी स्टार्टअप लॉन्च किया, जिसमें पूर्व eKart एक्जीक्यूटिव साईकिरन कृष्णमूर्ति और नीरज अग्रवाल शामिल थे।

पिछले साल उन्होंने 12 स्टार्टअप्स में निवेश किया था। उनके कुछ हालिया निवेशों में शामिल हैं - एडटेक स्टार्टअप प्लैनेटस्पार्क, स्किल-लिंक और फिनटेक स्टार्टअप रुपीफी।

निष्कर्ष

कभी-कभी एंजेल निवेशक कंपनी के कर्मचारियों की एक महत्वपूर्ण संख्या से पहले स्टार्टअप को फंड करते हैं और इससे पहले कि इस विचार की अवधारणा के प्रमाण को पूरा किया जाए कि वे व्यावसायीकरण करना चाहते हैं। जब आप हैं नया व्यवसाय शुरू करना और एंजेल निवेश की तलाश में हैं, तो यह पोस्ट आपको एक खोजने में मदद करेगी।

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए आई बड़ी खबर, SEBI ने उठाया सख्त कदम

शेयर में कृत्रिम मांग के जरिये छोटे निवेशकों को धोखा देने के मामले में सेबी ने यह कार्रवाई की है. आरोप हैं कि इस तरह धोखाधड़ी के जरिए इन ऑपरेटरों ने एक-एक सौदे में लाखों रुपए बनाए हैं.

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए आई बड़ी खबर, SEBI ने उठाया सख्त कदम

संदीप ग्रोवर | Edited By: सुनील चौरसिया

Updated on: Dec 04, 2021 | 7:36 AM

शेयर बाजार के लिये साल 2021 रिकॉर्ड तेजी का साल रहा है, इस दौरान प्रमुख इंडेक्स ने वो स्तर देखे जो आज से पहले कभी दर्ज नहीं किये गये. बाजार की इस रिकॉर्ड तेजी में निवेशकों ने जमकर कमाई की, हालांकि इस ऊंचे रिटर्न की आस में कई छोटे निवेशको ने बाजार में हेराफेरी करने वाले शेयर ऑपरेटरों के हाथों अच्छा खासा नुकसान भी दर्ज किया. सेबी ने ऐसे ही कुछ स्टॉक मार्केट के ऑपरेटरों पर शिंकजा कसा है. खबरों के मुताबिक मार्केट रेग्युलेटर ने गुजरात के कुछ ऑपरेटर्स के खिलाफ छापेमारी भी की

शेयर ब्रोकर्स पर सेबी की कार्रवाई

शेयर में कृत्रिम मांग के जरिये छोटे निवेशकों को धोखा देने के मामले में सेबी ने यह कार्रवाई की है. आरोप हैं कि इस तरह धोखाधड़ी के जरिए इन ऑपरेटरों ने एक-एक सौदे में लाखों रुपए बनाए हैं. सेबी की जांच में इन ऑपरेटरों द्वारा शेयरों की खरीद और बिक्री वाले शेयरों से जुड़े कई मैसज सामने आए हैं. चूंकि शेयरों की कीमतों में हेराफेरी के लिए ऑपरेटरों की ओर से सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है इसलिए सेबी भी इस रास्ते से होने वाले गलत कामों पर अपना शिकंजा कस रहा है. ऐसे ऑपरेटर्स ज्यादातर छोटे निवेशकों को निशाना बनाते हैं. नए निवेशकों तक ट्रेडिंग टिप्स पहुंचाने का काम ज्यादातर वॉट्सऐप ग्रुप्स और टेलिग्राम चैनलों के जरिए होता है.

पंप एंड डंप तकनीक से निवेशकों के साथ हेराफेरी

दरअसल शेयर बाजार में मिले उंचे रिटर्न और रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए शेयर बाजार में कई ऐसे शेयर ऑपरेटर भी सक्रिय हो गये जो शेयरों में कृत्रिम मांग के जरिये कीमतों को मनमाने तरीके से नियंत्रित कर रहे थे. रणनीति के अनुसार ऐसे ऑपरेटर्स पहले शेयरों को सस्ते दामों पर खरीदते थे, जिसके बाद ट्रेडिंग टिप्स के नाम पर सोशल मीडिया, वॉट्सएप ग्रुप्स और टेलिग्राम चैनलों के जरिये इन शेयरों के लिये सकारात्मक माहौल बनाते थे. छोटे निवेशकों की भागेदारी बढ़ने के साथ स्टॉक में उछाल बढ़ने पर ये ऑपरेटर अपने सभी शेयर बेच कर बाजार से बाहर निकल जाते थे, और नुकसान छोटे निवेशकों को उठाना पड़ता था. इसी को देखते हुए सेबी ने ऐसे ऑपरेटर्स पर अपना शिकंजा कस दिया है.

आपको बता दें कि छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सेबी IPO के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रहा है. सेबी को मिली जानकारी के मुताबिक स्टॉक कीमतों में मनमाने तरीके से उछाल के जरिये स्टॉक ऑपरेटर्स ने एक एक सौदे में लाखों रुपये की कमाई की है.

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