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अरबपति बनने के लिए

अरबपति बनने के लिए
3. चाहे तो वो गूगल हो या एपल या फ्री सोफ्टवेयर, हमारे कुछ शानदार प्रतिस्पर्धी अरबपति बनने के लिए हैं, जो हमे हमेशा चौकन्ना रखते हैं.

रातो रात करोड़पति कैसे बने

अरबपति बनने के लिए

सबसे अमीर व्यक्ति-हम सभी इस दुनिया मैं अमीर बनने की ख्वाहिश लेकर आते हैं, सभी लगभग एक ही सपना देखते हैं की कैसे वो एक आलीशान बंगला खरीद सके और लग्जरी जीवन जीए. लेकिन सपने देखना एक बात और उन्हें पूरा करना बेहद मुश्किल कार्य है. ऐसे में हम कभी ये समझ नहीं पाते की आखिर अमीर बनने के लिए क्या करना सही है और क्या गलत. लेकिन आज हम आपके सामने एक ऐसी शख्सियत लाए हैं जो खुद अरबपति बनने के लिए तो विश्व का सबसे अमीर इंसान है ही साथ ही वह दूसरो को कैसे अमीर बने की नसीहत भी देता है.

अब तक विश्व में सबसे लम्बे समय तक सबसे अमीर इंसान रहा है. उनका नाम है बिल गेट्स, सन 1975 में अपने एक साथी पाल एलन के साथ विश्व की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को खड़ा किया था. बिल गेट्स को कंप्यूटर की नीव या यू कह लीजिए की क्रांति श्रेणी के उद्यमी माना जाता है.

बिल गेट्स ३२ वर्ष से भी कम उम्र में विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे. यहाँ तक की वह फ़ॉर्ब्स की सूची में कई वर्षो तक पहले स्थान पर बने रहे. 1987 में अरबपति बनने के बाद बिल गेट्स को पीछे छोड़ पाना किसी भी बिजनेसमैन के लिए नामुमकिन था. २००७ में बिल गेट्स ने दुनिया में सबसे बड़ी रकम दान कि, यह राशि थी ४० अरब डॉलर यानी लगभग 1760 अरब रुपए थी. बेल गेट्स 75 वर्ष की उम्र में भी अपनी कंपनी खुद संभाल रहे हैं. बता दे की साल २०१० में बिल गेट्स की कंपनी ने ६३ बिलियन डॉलर का कारोबार किया था जिसमें उन्हें १९ अरब डॉलर का मुनाफा हुआ था.

9 Habits to make rich : अमीर बनने के लि‍ए जरूरी हैं ये 9 आदतें, आम लोगों की सोच से है अलग

9 habits to make rich in Hindi : दुनि‍या के बड़े अरबपतियों को देखकर हर व्‍यक्‍ति‍ उस मुकाम पर पहुंचने का सपना देखता है। अपने पैसे का इस्‍तेमाल कैसे कि‍या जाए और जीवन में आगे कैसे बढ़ा जाए यही बात और सोच एक अरबपति‍ को एक औसत कमाई वाले व्‍यक्‍ति‍ से अलग कर देती है। कहा यह भी जाता है कि‍ आज क्‍या है कर रहे हैं यही सबसे अहम बात है।

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‘रि‍च हैबि‍ट: द डेली सक्‍सेस ऑफ वेल्‍थी इंडि‍वि‍जि‍अल’ कि‍ताब के लेखक थॉमक कोरले ने बताया कि‍ हर रोज की सोच अमीरों को दूसरों से कैसे अलग करती है। कोरले ने अमीर व्‍यक्‍ति‍यों (16 लाख डॉलर और उससे ज्‍यादा की सालाना आय) और गरीब लोगों (35 हजार डॉलर और उससे कम की सालाना आय) दोनों के जीवन पर 5 साल तक अध्‍ययन कि‍या है। आज हम आपको उन बातों के बारे में बता रहा है जि‍ससे अमीरों और आम लोगों की सोच का फर्क नजर आता है। कोरले ने ‘रि‍च हैबि‍ट’ और ‘पॉवर्टी हैबि‍ट’ नाम से दो सेगमेंट बांट दि‍ए हैं।

कहां से आया ये विचार?

आर्थिक सीमावाद के सिद्धांत के पीछे बेल्जियम की अकादमिक रिसर्चर इनग्रिड रोबेयंस का नाम प्रमुखता से आता है. इनग्रिड रोबेयंस, नीदरलैंड्स की उट्रेष्ट यूनिवर्सिटी के दर्शनशास्त्र विभाग में पढ़ाती और रिसर्च करती हैं. वह मुख्य रूप से राजनीतिक दर्शन, सामाजिक न्याय और आचार पर काम करती हैं.

रोबेयंस ने 2012 में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान पहली बार सीमावाद का विचार सामने रखा. कुछ साल बाद इस मुद्दे पर उनका पहला अकादमिक पेपर आया. उसके बाद से ही वह लगातार इस विषय पर काम करती आ रही हैं. उनके इस विचार को लेकर दुनिया भर से अलग अलग किस्म की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.

डीडब्ल्यू से बातचीत में रोबेयंस ने कहा, "मेरे अनुभव से यूरोप में जनता सीमावाद के कई तर्कों को शेयर करती है. लेकिन अमेरिका में मुख्य धारा की बहस में यह विचार अभी बहुत दूर की चीज है." वह कहती हैं, "अमेरिकन ड्रीम का विचार पारंपरिक अमेरिकी अरबपति बनने के लिए संस्कृति का हिस्सा है-यह विश्वास दिलाता है कि पूरे समर्पण के साथ कोशिश करने पर हर किसी के अरबपति बनने के लिए पास बहुत अमीर बनने का मौका है."

हर अरबपति एक नीतिगत नाकामी है?

सीमावाद की थ्योरी, आय की असमानता से कहीं ज्यादा है. सीमावाद की बुनियाद नैतिकता पर टिकी है. समाज के हित के खातिर मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था पर नैतिकता और मूल्यों के बचाने के लिए कब दखल दिया जाए?

क्या बेहद अमीर लोग अरबपति बनने के लिए समाज को कुछ वापस दे रहे हैं या फिर वे कई कारोबारों या विकास करते पूरे देशों को ही लहूलुहान कर रहे हैं. क्या 10 कारें रखना, दो गाड़ियों के मुकाबले बेहतर है?

रोबेयंस कहती हैं, "कुछ लोग अब ये नारा इस्तेमाल कर रहे हैं, 'हर अरबपति एक नीतिगत नाकामी है.' मुझे लगता है कि यह सही है." रोबेयंस के मुताबिक सीमावाद के दो मुख्य स्तंभ हैं: लोकतंत्र की रक्षा और अनसुनी मांगों या सामूहिक प्रयास मांगने वाली सामाजिक समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन पर तुरंत ध्यान देना.

राजनीतिक असमानता की ओर इशारा करते हुए सीमावाद कहता है कि बढ़ती विषमता लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकती है. अमीर अपने पैसे का इस्तेमाल कर राजनेताओं को प्रभावित कर सकते हैं, वे लॉबी करने वालों के जरिए अपने एजेंडे को कानून का हिस्सा बना सकते हैं. अगर ये काम नहीं आया तो वे मीडिया संस्थाओं को खरीद कर या थिंक टैंक्स को खरीदकर लोगों की सोच को प्रभावित कर सकते हैं.

जलवायु परिवर्तन रोकने की राह में रईसी का रोड़ा

आर्थिक सीमावाद का मानना है कि संपत्ति का समान वितरण पूरी दुनिया के लोगों का जीवन बेहतर करेगा. उन लोगों की खासी मदद होगी जो भयानक गरीबी से जूझते हैं. रोबेयंस के मुताबिक, "अगर आपके पास पहले से ही एक करोड़ डॉलर हैं और उसके बाद आप एक लाख यूरो या डॉलर और कमाएं तो उससे आपकी लाइफस्टाइल में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होता है. लेकिन अगर आपके पास कोई संपत्ति नहीं है और फिर वह जुड़ती है तो ये अहम बदलाव लाती है." अरबपति बनने के लिए इसका मतलब है खाने के लिए पर्याप्त भोजन, रहने के लिए सुविधाजनक घर और गरीबी झेलने वाले बच्चों की कम संख्या.

बात सिर्फ पैसे की नहीं है. आर्थिक सीमावाद के समर्थक कहते हैं कि अमीर, पर्यावरण के लिए भी खतरनाक हैं क्योंकि वे बहुत ज्यादा सीओटू गैसों का उत्सर्जन करते हैं. रोबेयंस इसे कुछ इस तरह पेश करती हैं, "अति अमीर बहुत ही बड़े अनुपात में जलवायु परिवर्तन को भड़का रहे हैं क्योंकि उनकी जीवनशैली में अत्यधिक भौतिकता भरी है और उनके निवेश भी पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं. कोई यह कह सकता है कि अतिरिक्त पैसे का इस्तेमाल किसी पहाड़ की चोटी पर बंकर या विला बनाने और वहां छुपने के बजाए जलवायु संकट से निपटने में किया जाना चाहिए." रोबेयंस की नजर में जलवायु परिवर्तन सामाजिक उथल पुथल मचा सकता है.

अमीर ही और अमीर होते जा रहे हैं

कुछ आलोचकों का कहना है कि आर्थिक सीमावाद काफी नहीं है. कंपनियों के लिए भी सीमावाद से जुड़ी गाइडलाइंस होनी चाहिए. वहीं कुछ दार्शनिक और अर्थशास्त्री संपत्ति को सीमा में बांधने के बिलकुल खिलाफ हैं. उनकी नजर में अमीर बनने का मौका ही लोगों को कुछ नया करने, जोखिम लेने या बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता है.

ऐसे विद्वान तर्क देते हैं कि संपत्ति पर अंकुश लगाकर राजनीतिक विषमता को खत्म नहीं किया जा सकता है. उनकी नजर में संपत्ति या अच्छे जीवन का पैमाना तय करना मुश्किल है, लेकिन ये लोग भी मानते हैं कि विकासवादी टैक्स सिस्टम बढ़ती असमानता के खिलाफ कारगर हो सकता है.

इन तर्कों के बावजूद, सच्चाई सामने है, अमीर और ज्यादा अमीर होते जा रहे हैं. 2022 में फोर्ब्स पत्रिका ने अरबपतियों की सूची में 2,668 लोगों को जगह दी. कुल मिलाकर इन लोगों के पास दुनिया की 12700 अरब डॉलर की संपत्ति है. कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी के बावजूद इनमें से 1000 से ज्यादा अरबपतियों की संपत्ति बीते एक साल में काफी ज्यादा बढ़ी है.

ये हैं अमेरिका के छह सबसे कम उम्र के अरबपति

Youngisthan.in

40 साल से कम उम्र में अरबपति बनने के लिए दौलत कमाना अविश्वसनीय है। अमेरिका के सबसे युवा अरबपतियों ने कई युवाओं को प्रेरित किया है। खासकर जब वे धन और बेहतर भविष्य के लिए संघर्ष अरबपति बनने के लिए कर रहे हों। आविष्कारों, नए विचारों ने दुनिया को मनोरंजन का एक व्यापक तरीका दिया है जबकि कुछ व्यवसाय अच्छे रिटर्न के साथ फले-फूले हैं।

अमेरिका के युवा अरबपति

नवीन आविष्कारों और सृजन के साथ प्रौद्योगिकी से संबंधित विभिन्न कंपनियों की शुरूआत ने युवा अमेरिकियों को अलग तरह से सोचने और प्रगति करने के लिए प्रदान अरबपति बनने के लिए किया है। जिन लोगों ने मौके का फायदा उठाया और आविष्कार करने के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया, वे अब सबसे अमीर हैं।

शॉन पार्कर

पहले राष्ट्रपति के रूप में लोकप्रिय, सीन पार्कर ने 2015 में स्वास्थ्य अरबपति बनने के लिए और नागरिक क्षेत्रों में काम करने और मदद करने के लिए एक संगठन की स्थापना की। यह उसी वर्ष था जब पार्कर इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर इम्यूनोथेरेपी की शुरुआत हुई थी। अपने संघर्ष के शुरुआती दिनों में, पार्कर को कंप्यूटर हैकिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, वह सिर्फ 16 साल का था। जबकि अब वह एक उद्यमी हैं, साथ ही 41 साल के यूएसए में सबसे कम उम्र के अमीर भी हैं।

जो गेबिया

Lic Agent बने

एलआईसी एजेंट बनकर आप जिंदगी भर बहुत कुछ कमा सकते हैं हालांकि शुरुआत में इनकम कम रहेगी लेकिन जैसे जैसे आप लोगों की एलआईसी इंश्योरेंस पॉलिसी करते जाएंगे वैसे-वैसे आपकी इनकम दिनोंदिन उत्तरोत्तर बढ़ती जाएगी।

एलआईसी एजेंट बनने का इस समय शानदार अवसर हैं और भारत सरकार की एल आई सी वेबसाइट पर एजेंट बनने के लिए आवेदन भी मांगे जा रहे हैं अतः आप वहां से आवेदन करके शुरुआत कर सकते हैं।

छोटे धंधे से ठेकेदार बने

आप भले ही कोई छोटा-मोटा धंधा करते हैं परंतु हर धंधे में आमदनी बढ़ाने की गुंजाइश होती है इसलिए अपने धंधे को विस्तार रूप देने की कोशिश करें।

यदि आप एक मजदूर या सामान्य कारीगर है तो अपने धंधे को बढ़ाने के लिए यूनिटी बनाइए अपना एक ग्रुप बनाइए और बिजनेस स्टार्ट कीजिए। आपको जल्द ही इस कार्य में सफलता मिलेगी।

इन्वेस्टमेंट करें

यदि आपके पास पर्याप्त पैसा है तो आप विभिन्न कंपनियों या शेर बाजार जैसे अच्छे मार्जिन देने वाले क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। म्यूच्यूअल फंड, प्रोविडेंट फंड या आरडीआई जैसे इन्वेस्टमेंट धीरे-धीरे लेकिन एक लंबी अवधि पर एक अच्छा रिटर्न देते अरबपति बनने के लिए हैं और इनमें इन्वेस्टमेंट करने पर आदमी करोड़पति बन सकता है।

आपने अभी तक जितने भी साइट पर सर्च किया है और रातों-रात करोड़पति बनने या एक ही रात में करोड़पति बनने का सपना देखा है तो इसे भूल जाएं।

आज इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइट है जो किसी व्यक्ति को रातो रात करोड़पति अरबपति या गरीब से करोड़पति बनने के उपाय सुझाती हैं। आप खुद ही सोचिए आपको ऐसे करोड़पति बनने के टोने टोटके या मंत्र आदि दिखाने वाले खुद ही करोड़पति अरबपति क्यों नहीं बन जाते।

क्योंकि आप ऐसा पूछते है इसलिए वह ऐसा लिखते हैं और हमारे पाठक दिग्भ्रमित होकर ऐसी साइट पर जाकर टोने टोटके या करोड़पति अरबपति बनने के लिए बनने के उपाय जानने के लिए अपना थोड़ा बहुत धन भी ऐसे लोगों के हाथों में दे देते हैं।

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