विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश

समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 13.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.438 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 1.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.019 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा परिचालन
एसआईटीबी में विदेशी मुद्रा डीलिंग डेस्क, सभी आधुनिक संचार सुविधाओं, रिउटरस स्वचालित-डीलिंग प्रणाली के माध्यम से अपनी सभी अधिकृत शाखाओं के साथ विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए ऑनलाइन भाव प्रदान करता है.
बैंक निर्यात और आयात के व्यापार में लगे हुए अपने ग्राहकों की विदेशी मुद्रा की आवश्यकताओं को पूरा करता है और एसआईटीबी सभी विश्व की प्रमुख मुद्राओं जैसे अमेरिकी डॉलर ($), स्टर्लिंग पाउंड, यूरो, स्विस फ्रैंक (स्विस फ्रैंक), जापानी येन और अन्य विदेशी मुद्राओं के रूपांतरण के लिए दरें प्रदान करता है. बैंक के ग्राहकों की सेवाओं में विभिन्न डेरिवेटिव उत्पाद और फॉरवर्ड कवर उपलब्ध कराने के द्वारा विदेशी मुद्रा जोखिम की हेजिंग शामिल हैं.
अपनी अधिकतर विदेशी शाखाएं उन स्थानों पर स्थित होने के कारण जहां अधिक मात्रा में अनिवासी भारतीय रह रहे हैं, बैंक अपने एनआरआई ग्राहकों को तुरंत और कुशलतापूर्वक अपने उत्पाद वितरित करने की स्थिति में है. उत्पाद की रेंज में प्रेषण सुविधाएं और भारतीय रुपए (एनआरई/एनआरओ) में जमा राशि की स्वीकृति के साथ नामित विदेशी मुद्राओं (एफसीएनआर) शामिल हैं. निवासी के साथ साथ भारत लौटने वाले भारतीय निवासी विदेशी मुद्रा खातों (आरएफसी) का लाभ उठा सकते हैं.
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट, जानें अब खजाने में कितना है बचा?
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Sep 29, 2022 | 1:43 PM
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह जानकारी दी. इससे पहले 12 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 2.238 करोड़ डॉलर घटकर 570.74 अरब डॉलर रहा था. रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, 19 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट की मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) और स्वर्ण भंडार का कम विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश होना है.
सोने के भंडार में भी गिरावट
साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश एफसीए 5.77 अरब डॉलर घटकर 501.216 अरब डॉलर रह गई है. डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्य में बढ़ोतरी मूल्य में गिरावट के असर को विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश शामिल किया जाता है.
आंकड़ों के मुताबिक, आलोच्य हफ्ते में स्वर्ण भंडार का मूल्य 70.4 करोड़ डॉलर घटकर 39.914 अरब डॉलर रह गया है. समीक्षाधीन हफ्ते में, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 14.6 करोड़ डॉलर घटकर 17.987 अरब डॉलर पर आ गया. जबकि आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 5.8 करोड़ डॉलर गिरकर 4.936 अरब डॉलर रह गया है.
क्या कहता है रिजर्व बैंक?
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार घटने की दर में कमी आई है. आरबीआई अधिकारियों के अध्ययन में यह कहा गया है. अध्ययन में 2007 से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण मौजूदा समय में उत्पन्न उतार-चढ़ाव को शामिल किया गया है. केंद्रीय बैंक की विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप की एक घोषित नीति है. केंद्रीय बैंक यदि बाजार में अस्थिरता देखता है, तो हस्तक्षेप करता है. हालांकि, रिजर्व बैंक ने अभी तक रुपये के किसी स्तर को लेकर अपना कोई लक्ष्य नहीं दिया है.
आरबीआई के वित्तीय बाजार संचालन विभाग के सौरभ नाथ, विक्रम राजपूत और गोपालकृष्णन एस के अध्ययन में कहा गया है कि 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भंडार 22 प्रतिशत कम हुआ था. यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद उत्पन्न उतार-चढ़ाव के दौरान इसमें केवल छह प्रतिशत की कमी आई है. अध्ययन में कहा गया है कि इसमें व्यक्त विचार लेखकों के हैं और यह कोई जरूरी नहीं है कि यह केंद्रीय बैंक की सोच से मेल खाए.
विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पर
इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर हो गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है। आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 536.988 अरब डॉलर हो गयी।
डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश है।
आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 9.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.917 अरब डॉलर हो गया।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 19, 2022 | 5:40 PM
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के रुख को पलटते हुए 11 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. यह अगस्त 2021 के बाद सबसे तेज बढ़ोतरी है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शनिवार को यह जानकारी दी. हालांकि, मार्च के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 110 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है. वैश्विक अस्थिरता के बीच आरबीआई द्वारा रुपये को सहारा देने के चलते यह कमी हुई है.
देश का सोने का भंडार भी बढ़ा
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 11 नवंबर को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हो गया है. 4 नवंबर को यह 529.99 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश स्तर पर रहा था.
केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन हफ्ते के दौरान फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर हो गईं हैं. वहीं, स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर रहा है.
इससे पहले 21 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 117.93 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रहा था. आरबीआई ने सितंबर में शुद्ध आधार पर 10.36 अरब डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा की बिक्री की है. सितंबर में डॉलर के मुकाबले रुपया 79.5 के भाव से गिरकर 81.5 पर आ गया है. इससे पहले अक्टूबर में यह 83.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया था. इसके बाद 21 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच रुपया 2.3 फीसदी चढ़ा और शुक्रवार को 10 पैसे गिरकर 81.74 पर बंद हुआ.
RBI ने भी दिया था दखल
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश से मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार घटने की दर में कमी आई है. आरबीआई अधिकारियों के अध्ययन में यह कहा गया है. अध्ययन में 2007 से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण मौजूदा समय में उत्पन्न उतार-चढ़ाव को शामिल किया गया है. केंद्रीय बैंक की विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप की एक घोषित नीति है. केंद्रीय बैंक यदि बाजार में अस्थिरता देखता है, तो हस्तक्षेप करता है. हालांकि, रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश ने अभी तक रुपये के किसी स्तर को लेकर अपना कोई लक्ष्य नहीं दिया है.
आरबीआई के वित्तीय बाजार संचालन विभाग के सौरभ नाथ, विक्रम राजपूत और गोपालकृष्णन विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश एस के अध्ययन में कहा गया है कि 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भंडार 22 प्रतिशत कम हुआ था. यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद उत्पन्न उतार-चढ़ाव के दौरान इसमें केवल छह प्रतिशत की कमी आई है.
एफसीए में भी गिरावट
इसके अलावा, 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह में, फॉरेन करेंसी एसेट ( एफसीए) 6.527 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 492.117 अरब डॉलर हो गया। विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश विदेशी मुद्रा उत्तर प्रदेश है। पिछले सप्ताह (26 अगस्त को समाप्त) में, FCA 498.645 अरब डॉलर था।
इस बीच, 2 सितंबर को समाप्त सप्ताह में सोने का भंडार 38.303 अरब डॉलर पर आ गया। इसमें 1.339 अरब डॉलर की गिरावट देखी गई। दूसरी तरफ, एसडीआर 5 करोड़ डॉलर घटकर 17.782 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में रिजर्व पोजीशन 2.4 करोड़ डॉलर गिरकर 4.902 अरब डॉलर हो गई। जेफरीज ने 6 सितंबर के अपने नवीनतम नोट में कहा था कि भारत के विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रुपए की कीमत ने रिजर्व बैंक की टेंशन थोड़ी बढ़ा दी है। लिहाजा आरबीआई रुपए की कीमत को नियंत्रित करने के लिए कदम उठा रहा है। इन चीजों का असर मुद्रा भंडार पर दिख रहा है। डॉलर में तेजी की वजह से भारतीय रुपया पर लगातार दबाव बना हुआ है।