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एएसआई संकेतक

एएसआई संकेतक

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ऋण वृद्धि के मामले में सार्वजनिक बैंकों में सबसे आगे

उसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की प्रतिशत वृद्धि दर 21.54 प्रतिशत रही और इसने तिमाही में 7,52,469 करोड़ रुपये के कर्ज आवंटित किए। तीसरे स्थान पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) रहा जिसकी ऋण वृद्धि दर 18.15 प्रतिशत रही और उसने कुल 25,47,390 करोड़ रुपये के कर्ज दिए।

दूसरी तिमाही में खुदरा, कृषि एवं एमएसएमई (आरएएम) कर्जों के संदर्भ में भी बीओएम ने सर्वाधिक 22.31 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा 19.53 प्रतिशत और एसबीआई 16.51 प्रतिशत की दर से बढ़े।

जहां तक कम लागत वाली चालू खाता बचत खाता जमाओं का सवाल है तो बीओएम ने 56.27 प्रतिशत की सर्वाधिक वृद्धि दर हासिल की। उसके बाद केनरा बैंक 50.99 प्रतिशत वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर रहा।

लाभ कमाने के प्रमुख संकेतक माने जाने वाले शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) के मामले में बीओएम और एसबीआई दोनों ने 3.55 प्रतिशत की दर हासिल की। उनके बाद बैंक ऑफ इंडिया 3.49 प्रतिशत के साथ दूसरे और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 3.44 प्रतिशत एनआईएम के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

तिमाही आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के मोर्चे पर बीओएम का प्रदर्शन कुल अग्रिम का 3.40 प्रतिशत रहा है जबकि एसबीआई का सकल एनपीए उसके कुल अग्रिम का 3.52 प्रतिशत रहा। इन दोनों बैंकों का शुद्ध एनपीए इस तिमाही में क्रमशः 0.68 प्रतिशत और 0.80 प्रतिशत रहा है।

MP News Live Updates: बालाघाट में नक्सलियों ने लगाई आग, पर्चे चिपकाकर ठेकेदार को दी चेतावनी

Madhya Pradesh News, 23 May 2021 Live: नक्सलियों ने बालाघाट के नक्सल प्रभावित पाथरी पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले कंदई गांव के बदरीटोला में तेन्दूपत्ता की फड़ को आग के हवाले कर दिया. मौका पर नक्सलियों द्वारा पर्चा भी चस्पा किया गया है.

हाइलाइट्स

भोपाल. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के ‘इंडियन कोविड’ बयान को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक सियासी तूफान खड़ा हो गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि ये घटिया मानसिकता वाला बयान है. सीएम शिवराज ने कहा कि जब देश राष्ट्रीय संकट में है तो इसे राजनीतिक दलों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए, लेकिन यह तकलीफदेह है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ देश का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. ‘मेरा भारत कोविड’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना, क्या कांग्रेस को शोभा देता है?

भिंड. नगर पालिका क्षेत्र में अवरुद्ध विकास कार्यों को लेकर कलेक्टर एवं प्रशासक डॉ. सतीश कुमार एस के निर्देशन में बुलाई गई ठेकेदारों की बैठक में सहायक कलेक्टर विवेक केवीएन द्वारा सपाट लहजे में चेतावनी दी गई कि अगर सात दिन में काम पूरे नहीं कराए तो अनुबंध निरस्त किए जाने की कार्रवाई की जाएगी. रछेड़ी की निर्माणाधीन रोड को लेकर ठेकेदार ने कहा कि 10 दिन में करा देंगे, इस पर सीएमओ सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि वर्षाकाल शुरू होने को है, सड़क के अभाव में गाडिय़ां ट्रेचिंग ग्राउंड तक नहीं पहुंच पा रही हैं, तब सहायक कलेक्टर बोले 5 दिन में ही काम पूरा कराओ.

जबलपुर. जबलपुर में एनएच-30 पर रविवार 23 मई को तड़के चार बजे भीषण एक्सीडेंट में ट्राला ड्राइवर की मौके पर मौत हो गई. हादसा बीच सड़क खराब हुए हाईवा के चलते हुआ. ट्राला में क्लीनर भी था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. सिहोरा पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवाते हुए दोनों वाहनों को रोड से अलग कराकर आवागमन चालू कराया. एक्सीडेंट सिहोरा क्षेत्र के उड़ना मोड़ और ठाकुर ढाबे के बीच हुआ. ट्राला आरजे 14 जीडी 8796 में चेन्नई से बाइक लोड कर ड्राइवर योगेश कुमार यादव (41) पिता प्यारेलाल यादव निवासी यशवंत नगर कुरसेनी जिला इटावा यूपी बनारस के लिए निकला था. साथ में क्लीनर विक्रम जाटव (39) पिता मिश्री लाल जाटव निवासी गोटपुर मैनपुरी यूपी भी था. सिहोरा टीआई गिरीश धुर्वे के मुताबिक उडना मोड व ठाकुर ढाबे के बीच में पहले से हाईवा एमपी 20 एचबी 0464 खराब हो गया था. ड्राइवर बिना इंडीकेटर या कोई और संकेतक किए बिना ही वाहन को छोड़ गया था.

भोपाल. मध्य प्रदेश में कई ऐसे परिवार हैं जो कोरोना संक्रमित सदस्यों के निधन के बाद उनका विधि-विधान से अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाए. इस काम के लिए अब संघ के स्वयंसेवक आगे आए हैं. भोपाल में संघ के स्वयंसेवकों ने 200 से ज्यादा लोगों की अस्थियों को होशंगाबाद जाकर विधि-विधान के साथ नर्मदा नदी में विसर्जित किया. होशंगाबाद के मंगल घाट पर अस्थियां विसर्जित करने की प्रक्रिया पूरी की गई.

मुरैना. एसएएफ की 5वीं बटालियन में पदस्थ महिला एएसआई अरुणा पटेल शहर की वीआईपी रोड पर बने डिवाइडर के बीच बेहोशी की हालत में मिलीं. सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों की सूचना के बाद सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचीं और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. महिला एएसआई को डिवाइडर के बीच फेंका गया है, जिसकी वजह से उसकी कमर में चोट आई है और वह बेहोशी की हालत मे है. एएसआई शाम 7 बजे खाना खाने के बाद अपने घर से घूमने के लिए निकली थी. इसलिए पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है.

ग्वालियर. मंडप रस्म से ठीक पहले एक दुल्हन अपने बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई. दरवाजे पर बारात खड़ी थी और दुल्हन के भागने से हंगामा खड़ा हो गया. दुल्हन के परिजन तलाशते हुए उसके बॉयफ्रेंड के घर पहुंचे. वहां लड़की के नहीं मिलने पर जान से मारने की धमकी दे एएसआई संकेतक आए. जब यह पता लगा तो दुल्हन अपने प्रेमी का हाथ थामे SP ग्वालियर के पास पहुंच गई. दोनों ने अपनी जान को खतरा बताया है. साथ ही सुरक्षा की मांग की है. घटना हस्तिनापुर गांव की है. शनिवार को युवती की शादी थी. SP ने दोनों को महिला थाना पहुंचाया है. दोनों के परिवार वालों को बुलाकर काउंसिलिंग कराई जा रही है.

रीवा. कोरोना महामारी को कंट्रोल करने के लिए एएसआई संकेतक राज्य व केन्द्र सरकारें ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण करा रही हैं. सीएमएचओ डॉ. एमएल गुप्ता ने बताया कि रविवार को अर्बन और रूरल को मिलाकर 22 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं. जहां शहरी क्षेत्र में 8 केन्द्र तो ग्रामीण क्षेत्रों में 14 सेंटरों में सुबह 9 बजे से वैक्सीन लग रही है. ऐसे में सिंधु भवन में दो सेंटर, मेडिकल कॉलेज, वार्ड क्रमांक 2, यूपीएचसी बोदाबाग, यूपीएचसी रतहरा, संजीवनी ​क्लीनिक ढेकहा और यूपीएचसी खैरी नई बस्ती बद्रिका साईं सिटी में वैक्सीनेशन वृहद स्तर पर चल रहा है.

बालाघाट. शुक्रवार की रात में नक्सलियों ने बालाघाट के नक्सल प्रभावित पाथरी पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले कंदई गांव के बदरीटोला में तेन्दूपत्ता की फड़ को आग के हवाले कर दिया. मौका पर नक्सलियों द्वारा पर्चा भी चस्पा किया गया है. जिसमें ठेकेदार को चेतवानी देते हुए तेन्दूपत्ता तुड़ाई कार्य में शामिल मजदूरों को सही मजदूरी एएसआई संकेतक देने का हवाला दिया है. पर्चे में नक्सलियों द्वारा बढ़ती महंगाई का भी विरोध किया गया है. नक्सलियों की कोरोना संक्रमण के दौर में सक्रियता को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है. पुलिस द्वारा नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों मे तैनात बल को अलर्ट करते हुए सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है. एसपी अभिषेक तिवारी ने भी इस मामले में पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और शिकायत के बाद नक्सलियों के खिलाफ संबंधित पुलिस चौकी में अपराध पंजीबद्ध किया गया है.

देवास. देवास जिले के सोनकच्छ में मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. ये तस्वीर सोनकच्छ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की है. यहां सफाई कर्मचारी शव को कचरा फेंकने वाली ट्रॉली में ले जा रहे हैं. मामला तूल पकड़े, इससे पहले ही CMO ने तत्काल कार्रवाई की और कर्मचारी को पद से हटा दिया.मानवता को शर्मसार कर देने वाली ये तस्वीर वायरल हो रही है. लापरवाही की हद तब हो गई जब शव उठाने वाले नगर परिषद के कर्मचारियों के पास कोई सुरक्षा किट भी नहीं थी. इस मामले पर CMO से पूछा गया तो उन्होंने कर्मचारी को पद से हटाने की बात कही. उन्होंने कहा कि साक्ष्यों के आधार पर और भी जांच की जाएगी. सभी दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ग्वालियर. ग्वालियर में कोरोना काल के बीच भरोसे के रिश्ते को तार-तार करने वाली घटना सामने आई है. हजीरा इलाके में एक युवक ने घर में रहने वाले किराएदार की नाबालिग बेटी को हवस का शिकार बना डाला. पीड़िता आरोपी को अपना भाई कहती थी.जानकारी के मुताबिक, घटना गुरुवार रात की है. आरोपी ने नाबालिग छात्रा को अपने दोस्त की मदद से कमरे में बुलाकर बंधक बना लिया. इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया. आरोपी के दोस्त ने भी नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश की, लेकिन उसी दौरान नाबालिग लड़की उनके चंगुल से भाग निकली. लड़की ने परिजनों के साथ हजीरा थाना में FIR दर्ज कराई, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

होशंगाबाद. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज नर्मदापुरम संभाग मुख्यालय पर जाएंगे. सुबह 11.20 बजे से 1.45 बजे तक 2.20 घंटे होशंगाबाद में रहेंगे. वे होशंगाबाद कलेक्ट्रेट सभागार में वीसी द्वारा तीनों जिलों की कोविड नियंत्रण की समीक्षा करेंगे. जिसमें क्राइसिस मैनेजमेंट के ग्रुप भी जुड़ेंगे. इसके बाद हरदा, होशंगाबाद और बैतूल जिले के ब्लॉक, वार्ड व ग्राम स्तरीय क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुपों को संबोधित कर कोरोना संक्रमण की लहर को गांव की ओर जाने से रोकने के उपाय बताएंगे. इसके बाद सीएम शिवराज होशंगाबाद से बुदनी में हेलीपेड जाएंगे, जहां से भोपाल के लिए रवाना होंगे.

पद्मश्री चरणजीत सिंह पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई

ऊना (सुरेन्द्र): विख्यात हॉकी खिलाड़ी पद्मश्री चरणजीत सिंह का अंतिम संस्कार आज पूरे सम्मान के साथ ऊना में किया गया। इस अवसर पर उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, विधायक सतपाल सिंह रायजादा, एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, डीसी राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर, विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, हिमोत्कर्ष के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र कंवर, प्रैस क्लब के पदाधिकारी व ऊना जनहित मोर्चा से राजीव भनोट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व शहर के अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सायं साढ़े 5 बजे चरणजीत सिंह के पार्थिव शरीर को उनके बेटे वीएन सिंह ने पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में मुखाग्नि दी।

1964 के टोक्यो ओलिम्पिक में दिलाया था स्वर्ण पदक

चरणजीत सिंह पिछले कुछ वर्षों से बीमार चल रहे थे और वीरवार सुबह 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वर्ष 1964 के टोक्यो ओलिम्पिक हॉकी स्वर्ण पदक विजेता टीम के कप्तान रहे चरणजीत सिंह को अर्जुन अवार्ड व पद्मश्री पुरस्कार से अलंकृत किया गया था। जिला ऊना के नैहरियां में जन्मे चरणजीत सिंह लायलपुर एग्रीकल्चर काॅलेज से बीएससी कृषि की उपाधि हासिल करते हुए वर्ष 1949 में पहली बार यूनिवर्सिटी की तरफ से हॉकी खेले तथा 1958 से 1965 तक लगातार देश का प्रतिनिधित्व किया। चरणजीत सिंह ने 1960 व 1964 के 2 ओलिम्पिक्स तथा एक एशियन स्पर्धा में भाग लिया जबकि 1964 ओलिम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता हॉकी ओलिम्पिक टीम के कप्तान रहे। सैंटर हाफ चरणजीत सिंह 60 के दशक के धुरंधर हॉकी खिलाड़ियों में गिने जाते थे। उनके नेतृत्व में भारत ने 1963 में फ्रांस में यूरोपियन प्रैस ज्यूरी के तत्वावधान में आयोजित इंटरनैशनल हॉकी प्रतियोगिता में अभूतपूर्व जीत दर्ज की थी।

पंजाब पुलिस में एएसआई के रूप में हुए थे भर्ती

पद्मश्री चरणजीत सिंह पंजाब पुलिस में एएसआई के रूप में भर्ती हुए तथा 14 साल की नौकरी के बाद डीएसपी एएसआई संकेतक पद से सेवानिवृत्ति ले ली। इसके बाद लुधियाणा कृषि विश्वविद्यालय में उपनिदेशक स्टूडैंट वैल्फेयर व हिसार कृषि विश्वविद्यालय में 7 साल काम किया। वर्ष 1972 में हिमाचल प्रदेश में नौकरी की शुरूआत प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में निदेशक फिजिकल एजुकेशन व यूथ प्रोग्राम के रूप में की।

सीएम व नेता प्रतिपक्ष ने जताया शोक

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने टोक्यो ओलिम्पिक-1964 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के पूर्व कप्तान पद्मश्री चरणजीत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। वहीं नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पद्मश्री चरणजीत सिंह के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि पद्मश्री चरणजीत सिंह की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने भगवान से चरणजीत सिंह की आत्मा को सद्गति प्रदान करने और शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करने की भी प्रार्थना की है।

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आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत ,टीआई, एएसआई और हेड कांस्टेबल लाइन हाजिर,मजिस्ट्रियल जांच शुरू

भोपाल। 18 साल से कम उम्र की लड़की को शादी के लिए भगा ले जाने वाले 19 वर्षीय युवक क्रतेश पटेल की जिला सागर मध्य प्रदेश के जैसीनगर थाने में संदिग्ध मृत्यु के मामले में एसपी तरुण नायक ने टीआई राजेश शर्मा, ईएसआई बदन सिंह और हेड कांस्टेबल मुन्नालाल राज को लाइन हाजिर कर दिया है।

क्रतेश पटेल के पिता ने टीआई पर हत्या का आरोप लगाया, न्यायिक जांच होगी
क्रतेश पटेल के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस वालों ने थाने में उसे पीट-पीटकर मार डाला। थाना प्रभारी राजेश शर्मा ने दावा किया था कि लड़के ने पुलिस थाने के भीतर गार्ड रूम में तौलिया का फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। विधि अनुसार मामले की न्यायिक जांच के आदेश हो गए हैं। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी हर्षवर्धन धाकड़ इस मामले की जांच करेंगे एवं यदि युवक की थाने में पुलिस की पिटाई से मृत्यु प्रमाणित होती है तो आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मृतक क्रतेश पटेल के शव का पंचनामा जेएमएफसी द्वारा लिया गया। साथ ही पोस्टमार्टम डॉक्टर्स की पैनल से कराया गया है।

पुलिस ने नहीं पकड़ा, परिवार वालों ने लाकर थाने में पुलिस को सौंपा था
पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने लड़की को किडनैप करने वाले 19 वर्षीय आरोपी क्रतेश पटेल को भोपाल से गिरफ्तार किया है जबकि मृतक क्रतेश पटेल के पिता राजू पटेल का कहना है कि बेटा करीब 15 दिनों से एक लड़की के साथ लापता था। उसे हम लोगों ने तलाश किया। सोमवार रात भोपाल उन्हें लेने के लिए गए। मंगलवार सुबह लड़का और लड़की दोनों को पुलिस थाने में सुरक्षित छोड़ा था।

लड़की वालों के साथ मिलकर पुलिस ने थाने में हत्या कर दी
सुबह करीब 11 बजे पुलिस ने क्रतेश की मां से कहा कि तुम घर जाओ। शाम को आना। जिसके बाद उसकी मां घर आ गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बेटे ने थाने में क्या किया और उसकी मौत हो गई। हमें कुछ नहीं पता। पुलिस ने बेटे की मौत की भी सूचना हमें नहीं दी। दूसरे लोगों से हमें जानकारी मिली। आरोप लगाते हुए पिता ने आगे कहा कि पुलिस ने लड़की वालों के साथ मिलकर बेटे से मारपीट की और फिर मारकर फंदे पर लटका दिया।

मजिस्ट्रियल जांच होगी, तीन लाईन अटैच
एसपी तरुण नायक ने जेसीनगर थाने जाकर पूरी घटना का मुआयना किया. एसपी के मुताबिक, अपहरण के आरोपी ने थाने में फांसी लगाई है. इसमें मजिस्ट्रियल जांच आदेशित की गई है. न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन धाकड़ इसकी जांच करेंगे. इस मामले में थाना प्रभारी राकेश शर्मा, एएसआई बदन सिंह और हवलदार मुन्नालाल को लाइन अटैच किया गया है. घटना की जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

घटना के बाद परिजनों ने लगाए आरोप
उधर घटना के बाद थाना में मर्तक के परिजनों और गांववालों की भीड़ जमा हो गई. युवक के मां बाप का रो रोकर बुरा हाल हो गया है. मृतक के पिता राजू पटेल के अनुसार, उसका बेटा और एक लड़की साथ में भाग गए थे. सोमवार देर रात में दोनों को भोपाल से लेकर वापिस लाए थे. पुलिस और लड़की पक्ष के लोगों ने मिलकर उसे मारा है. मंगलवार सुबह जब परिजन बेटे से मिले थे, तब उसका स्वास्थ्य सही था. इसके बाद पुलिस ने घरवालों को शाम में आने को कहा. जब परिवार वाले थाने से निकल कर घर पहुंचे, तब तक बेटे की खबर आ गई.

19 अक्टूबर को नाबालिग को लेकर गया था मृतक
जानकारी के अनुसार, मृतक आरोपी क्रतेश पटेल 19 अक्टूबर को पास के गांव की नाबालिग लड़की को भगाकर अपने साथ ले गया था. मामले में नाबालिग के परिवार वालों ने जैसीनगर थाने में शिकायत की थी. इसपर पुलिस ने अपहरण की धारा 363 के तहत केस दर्ज किया था. मामले में जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी क्रतेश को नाबालिग के साथ भोपाल से पकड़ा था. मंगलवार सुबह ही पुलिस भोपाल से आरोपी को लेकर जैसीनगर पहुंची थी, जहां आरोपी ने सुसाइड कर लिया. मामले में जांच की जा रही है.

29 साल पहले ताजमहल के बेसमेंट का सर्वे किया गया था और मकबरों के नीचे की जगह खाली नहीं पाई गई थी।

29 साल पहले ताजमहल

ताजमहल के बेसमेंट में 20 कमरों को अनलॉक करने के मामले में हाईकोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा, लेकिन बेसमेंट को पहले ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और अन्य प्रमुख संस्थानों के लिए खोल दिया गया है। ताजमहल का समय-समय पर सर्वेक्षण किया जाता रहा है ताकि इसकी मजबूती को परखने के लिए बेसमेंट की यात्रा की जा सके। ( The basement of the Taj Mahal was surveyed 29 years ago)

एएसआई ने 16 साल पहले तहखाने को संरक्षित किया था, लेकिन इसकी ताकत का परीक्षण करने के लिए, नेशनल ज्योग्राफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट और रुड़की विश्वविद्यालय ने 1993 में एक सर्वेक्षण किया, जिसमें पता चला कि ताजमहल की तहखाने की दीवार तीन मीटर मोटी थी और मुख्य गुंबद समान था। मूल कब्रों के लिए।
नीचे ठोस के रूप में वर्णित किया गया था। इस सर्वेक्षण में रुड़की विश्वविद्यालय ने इलेक्ट्रिकल, मैग्नेटिक प्रोफाइलिंग, शीयर वेब रिसर्च, ग्रेविटी और जियो रडार तकनीकों का इस्तेमाल किया।
1993 में, रुड़की विश्वविद्यालय के भूकंप इंजीनियरिंग विभाग ने ताजमहल पर भूकंप के प्रभाव को निर्धारित करने के लिए एक सर्वेक्षण किया। प्रोजेक्ट नंबर P-553A की रिपोर्ट जुलाई 1993 में प्रकाशित की गई थी। यह सर्वेक्षण भविष्य में भूकंप की स्थिति में ताजमहल के नुकसान की डिग्री निर्धारित करने के लिए किया गया था। ताजमहल के तहखानों को इस उद्देश्य के लिए खोला गया था, और गुंबदों, मीनारों और तहखानों की ताकत का परीक्षण किया गया था।

ताज और महताब बाग की नींव 13 मीटर गहरी है।

नेशनल ज्योग्राफिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने महताब बाग और ताजमहल की एक साथ जांच की, चुंबकीय प्रोफाइलिंग तकनीकों का उपयोग करके यह प्रदर्शित करने के लिए कि नींव में ताजमहल और महताब बाग के अलावा कोई निर्माण नहीं पाया गया था। नींव के कुओं पर, बोर होल 9.50 मीटर की गहराई तक डूब गए थे। परावर्तन भूकंपीय परीक्षण के दौरान ताजमहल की नींव में 90 मीटर मोटी तक की कठोर चट्टानों की खोज की गई थी।
नदी के किनारे ताजमहल और महताब बाग की नींव 13 मीटर गहरी पाई गई। चमेली के फर्श के नीचे के कमरों में नदी तट पर तीन मीटर चौड़ी दीवारें मिलीं। आकलन के अनुसार, मुख्य गुंबद में मूल कब्रों का निचला आधा हिस्सा खाली नहीं है। यह अपरूपण तरंग अनुसंधान में ठोस होने के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित और आगरा सर्कल के अधीक्षण पुरातत्वविद् केके मुहम्मद का मानना ​​है कि तहखाने केवल अध्ययन के लिए सुलभ होना चाहिए। अमर उजाला ने केके मुहम्मद से अपने अनुभवों के बारे में बात की। केरल के रहने वाले केके मुहम्मद का दावा है कि ताजमहल के तहखाने हमेशा से पर्यटकों के लिए खुले रहे हैं। एएसआई द्वारा उनकी अच्छी देखभाल और संरक्षण किया जाता है। ताजमहल यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। किसी भी तरह की असहमति से नुकसान होगा। वह संरक्षण कार्य के लिए कई बार तहखाने में गया है, लेकिन कोई धार्मिक प्रतीक नहीं मिला है। रामबाग और एत्मद्दौला जैसे यमुना नदी के किनारे बने स्मारकों की नींव एक समान है। धार्मिक रंगों का प्रयोग करने की बजाय बेसमेंट का प्रयोग केवल शोध के लिए करना चाहिए।
शोधार्थी को विशेष अनुमति दी जानी चाहिए।

कोर्ट की देखरेख में इसे खोलने का इस्तेमाल वीडियोग्राफी के लिए किया जाए:

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर नदीम रिज़वी ने ताजमहल के धार्मिक रंग पर असंतोष व्यक्त करते हुए दावा किया कि ताजमहल का तहखाना और अन्य क्षेत्र 300 वर्षों तक खुले रहे। यह कई पीढ़ियों से देखा गया है। इस क्षेत्र में कोई संकेतक नहीं है। ताज के बंद खंड धार्मिक कारणों से नहीं, बल्कि भीड़ और सुरक्षा चिंताओं के कारण किए गए थे। एएसआई ने स्मारक की सुरक्षा और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए देश भर के स्थलों के कई इलाकों को बंद कर दिया है।
देश भर के कुछ स्मारकों को एएसआई ने बंद कर दिया है। प्रो के अनुसार, ताज के तहखाने तक पहुंचने में कोई बुराई नहीं है। रिजवी, लेकिन यह कोर्ट की देखरेख में किया जाना चाहिए और फिल्मांकन किया जाना चाहिए। ऐसी आशंका है कि तहखाने का पर्दाफाश करने के बाद, कोई मूर्ति रख देगा, और संघर्ष स्थायी हो जाएगा।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर इरफान हबीब का मानना ​​है कि ताजमहल जैसे विश्व धरोहर स्थलों को धार्मिक बनाने की साजिश है। नालों का ताला नहीं खुला होना चाहिए। क्या इसका कोई कारण है? यह मांग गलत कारण से की जा रही है। यह गलत है क्योंकि कोई भी कहीं से भी इसकी मांग कर सकता है, और इस पर आदेश होना चाहिए।

डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुगम आनंद का मानना ​​है कि ताजमहल के तहखानों का सर्वेक्षण सुचारू रूप से होना चाहिए। वीडियोग्राफी पूरी होने के बाद दलीलों का समाधान किया जाएगा। पुरातत्व के अनुसार बेसमेंट को पर्यटकों के लिए खोलना संभव नहीं है।

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