लिक्विड फंड्स क्या हैं?

Post Office TD: ये सरकारी स्कीम 10 लाख पर देगी 3.8 लिक्विड फंड्स क्या हैं? लाख ब्याज, 1 साल से 5 साल तक निवेश के हैं विकल्प
मई में डेट म्यूचुअल फंड से निवेशकों ने निकाले 32,722 करोड़ रुपये, जानें क्या रही वजह
मौजूदा हालातों और व्यापक बाजार उम्मीदों के कारण अधिकांश वर्गो के डेट फंड्स में निकासी रही है। इसमें ओवरनाइट और लिक्विड फंड्स भी शामिल हैं। कम रिटर्न और इक्विटी को प्राथमिकता के कारण भी डेट फंड्स का निवेश प्रभावित हुआ है
नई दिल्ली, पीटीआइ। निश्चित आय (Fixed Income) वाले डेट म्यूचुअल फंड्स (Debt Mutual Funds) से मई में 32,722 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। लिक्विड फंड्स क्या हैं? वैश्विक कारकों के कारण महंगाई से निपटने के लिए आरबीआइ के रूख को देखते हुए पिछले महीने निकासी बढ़ी है। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डाटा के अनुसार, अप्रैल में इन योजनाओं में 54,656 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। AMFI के अनुसार, अप्रैल के मुकाबले मई में फोलियो की संख्या में भी कमी आई है। डाटा के अनुसार, अप्रैल के 73.43 लाख के मुकाबले मई में फोलियो की संख्या घटकर 72.87 लाख रह गई है।
क्या होते हैं लिक्विड फंड
लिक्विड फंड डेट म्यूचुअल फंड हैं, जो गवर्नमेंट सिक्युरिटीज, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, ट्रेजरी बिल्स, कमर्शियल पेपर्स और दूसरे डेट इंस्टू्मेंट्स में निवेश करते हैं. ये ऐसे फंड होते हैं, जिनमें 91 दिन तक मेच्योरिटी पीरियड यानी छोटी अवधि के लिए भी निवेश किया जा सकता है. इनमें जोखिम भी कम होता है. लिक्विड फंड का दूसरा नाम है कैश फंड और लिक्विड फंड्स क्या हैं? इसका मकसद है – ज्यादा लिक्विडिटी, कम जोखिम और स्थिर रिटर्न.
लिक्विड फंडों का औसत रिटर्न देखें तो 1 साल में 5.31 फीसदी, 3 साल में 6.39 फीसदी, 5 साल में 6.74 फीसदी और 10 साल में 7.79 फीसदी रहा है. वहीं, बड़े बैंकों की बात करें तो 5 साल की एफडी पर ब्याज 5.7 फीसदी से 6.25 फीसदी के आस पास ही रह गया है. पीपीएफ, एनएससी, केवीपी जैसी स्कीम पर भी पर ब्याज जून तिमाही के लिए 1.4 फीसदी तक घटा है.
5 साल में टॉप रिटर्न देने वाले फंड
क्वांट लिक्विड फंड: 7.36 फीसदी
फ्रैंकलिन लिक्विड फंड: 7.21 फीसदी
बड़ौदा लिक्विड फंड: 7.15 फीसदी
आदित्य बिरला सनलाइफ लिक्विड फंड: 7.14 फीसदी
PGIM इंडिया इंस्टा कैश: 7.14 फीसदी
निप्पॉन इंडिया लिक्विड फंड: 7.13 फीसदी
- लिक्विड फंडों की मेच्योरिटी 91 दिनों की होती है.
- निवेशकों को इनमें बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट के जैसा ब्याज मिलता है.
- इन स्कीम में निवेश के अगले दिन पैसा निकाला जा सकता है, यानी यह सेविंग्स अकाउंट की तरह भी काम करता है.
- इनमें लिक्विडिटी की समस्या नहीं है.
- लिक्विड फंड सेफ माने जाते हैं क्योंकि ये शॉर्ट टर्म के लिए बॉन्डों में निवेश करते हैं.
- लिक्विड फंडों पर ब्याज दर के उतार-चढ़ाव का जोखिम सबसे कम होता है, क्योंकि प्राथमिक रूप से ये अल्पावधि की मेच्योरिटी वाले लिक्विड फंड्स क्या हैं? फिक्स्ड इनकम सिक्युरिटीज में निवेश करते हैं.
ऐसे चुनें अच्छा फंड
लिक्विड फंड के रिटर्न में ज्यादा असमानता नहीं होती है क्योंकि सभी लिक्विड फंड एक ही तरह की सिक्युरिटीज में निवेश करते हैं. हालांकि, जब आप लिक्विड फंड में निवेश का निर्णय कर लेते हैं तो यह जरूर देखिए कि जिस लिक्विड फंड में आप निवेश करने का मन बना चुके हैं उसके फंड की साइज क्या है यानि उसका कॉर्पस कितना है और फंड हाउस का इतिहास कैसा रहा है.
(नोट: यह लिक्विड फंड के बारे में जानकारी और और अलग अलग फंड की जानकारी प्रदर्शन के आधार पर दी गई है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.
5 साल में टॉप रिटर्न देने वाले फंड
क्वांट लिक्विड फंड: 7.36 फीसदी
फ्रैंकलिन लिक्विड फंड: 7.21 फीसदी
बड़ौदा लिक्विड फंड: 7.15 फीसदी
आदित्य बिरला सनलाइफ लिक्विड फंड: 7.14 फीसदी
PGIM इंडिया इंस्टा कैश: 7.14 फीसदी
निप्पॉन इंडिया लिक्विड फंड: 7.13 फीसदी
- लिक्विड फंडों की मेच्योरिटी 91 दिनों की होती है.
- निवेशकों को इनमें बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट के जैसा ब्याज मिलता है.
- इन स्कीम में निवेश के अगले दिन पैसा निकाला जा सकता है, यानी यह सेविंग्स अकाउंट की तरह भी काम करता है.
- इनमें लिक्विडिटी की समस्या नहीं है.
- लिक्विड फंड सेफ माने जाते हैं क्योंकि ये शॉर्ट टर्म के लिए बॉन्डों में निवेश करते हैं.
- लिक्विड फंडों पर ब्याज दर के उतार-चढ़ाव का जोखिम सबसे कम होता है, क्योंकि प्राथमिक रूप से ये अल्पावधि की मेच्योरिटी वाले फिक्स्ड इनकम सिक्युरिटीज में निवेश करते हैं.
ऐसे चुनें अच्छा फंड
लिक्विड फंड के रिटर्न में ज्यादा असमानता नहीं होती है क्योंकि सभी लिक्विड फंड एक ही तरह की सिक्युरिटीज में निवेश करते हैं. हालांकि, जब आप लिक्विड फंड में निवेश का निर्णय कर लेते हैं तो यह जरूर देखिए कि जिस लिक्विड फंड में आप निवेश करने का मन बना चुके हैं उसके फंड की साइज क्या है यानि उसका कॉर्पस कितना है और फंड हाउस का इतिहास कैसा रहा है.
(नोट: यह लिक्विड फंड के बारे में जानकारी और और अलग अलग फंड की जानकारी प्रदर्शन के आधार पर दी गई है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.
म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं! जानें विस्तार से Mutual Funds के बारे में
म्यूचुअल फंड मे एक फंड मैनेजर होता है जो फंड के निवेशों को निर्धारित करता है और नफा-नुकसान का हिसाब रखता है.
इक्विटी फंड, म्यूचुअल फंड में सबसे पॉपुलर फंड है. इक्विटी फंड में लोग ज्यादा रिस्क लेकर ज्यादा रिटर्न के लिए इन्वेस्ट क . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 01, 2021, 14:37 IST
Mutual Funds: कम रिस्क में अच्छे मुनाफे के लिए म्यूचुअल फंड निवेश का एक बेहतरीन विकल्प है. इस समय बाजार में निवेश के तमाम विकल्पों में से म्यूचुअल फंड्स ही अच्छा और टिकाऊ रिटर्न दे रहे हैं. यही वजह है कि बड़ी तादाद में निवेशक म्यूचुअल फंड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. खासकर सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये इसमें निवेश करने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है. क्योंकि जिन लोगों को बाजार की कम जानकारी है उनके लिए म्यूचुअल फंड एक सुरक्षित विकल्प है.
म्यूचुअल फंड के जरिये ना सिर्फ शेयर बाजारे में, बल्कि डेट, गोल्ड और कमोडिटी में भी अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश की कई विकल्प बाजार में मौजूद हैं. बेहतर होगा कि किसी एक्सपर्ट की मदद से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए. क्योंकि सही जानकारी के आभाव में आपको वह रिजल्ट नहीं मिलेगा, जिसकी आप उम्मीद करते हैं.
लिक्विड फंड में निवेश करना चाहती हैं? जानें इससे जुड़ी सारी जानकारी
आपने अक्सर लिक्विड फंड के बारे में सुना होगा. क्या आपको पता है कि क्या होता है लिक्विड फंड? कब और कैसे करें इसमें निवेश? हम देंगे आपको इससे जुड़ी सारी जानकारी.
आपने अक्सर लिक्विड फंड के बारे में सुना होगा. क्या आपको पता है कि ये होता क्या है? आज हम आपको देंगे लिक्विड फंड्स क्या हैं? इससे जुड़ी सारी जानकारी.
क्या होते हैं लिक्विड फंड्स?
ये एक तरह के डेट म्यूचुअल फंड्स होते है. इससे आप पैसा ट्रेजरी बिल्स, गवर्नमेंट सिक्यौरिटीज और कौल लिक्विड फंड्स क्या हैं? मनी जैसे बहुत शौर्ट टर्म वाले मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर सकती हैं. इसको 91 दिनों के मेच्योरिटी पीरियड वाले इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जा सकता है. आमतौर लिक्विड फंड्स क्या हैं? पर एक से तीन महीने की अवधि के लिए करते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपके बच्चे की स्कूल फी का इंस्टौलमेंट दो महीने बाद हो तो उसके लिए तय पैसा आप लिक्विड फंड में निवेश कर सकती हैं.