दलाल प्रस्तुत

2��� हरिशंकर परसाई , काग भगौड़ा-साहब महत्वकांक्षी पृष्ठ- 33
दलाल प्रस्तुत
साहित्य में व्यंग्य विधा
श्रीमती माग्रेट कुजूर
सहा. प्राध्यापक , हिन्दी , शासकीय महाविद्यालय , धरमजयगढ , जिला-रायगढ़ (छ.ग.)
� ब्वततमेचवदकपदह ।नजीवत म्.उंपसरू
व्यंग्य हिन्दी साहित्य की अमूल्य विधा है , व्यंग्य विधा के माध्यम से हम सामाजिक , आथर््िाक , एवं राजनैतिक जीवन में व्याप्त विसंगतियांे पर सीधा प्रहार करते हैं। व्यंग्य जहाॅं हंॅसी के पुट विद्यमान होते हैं , वही वह व्यवस्था मंे व्याप्त समस्याओं को उजागर कर शासन प्रशासन का ध्यान समस्याओं की ओर इंगित करता है। आधुनिक समय मंे हमारे जीवन के हर क्षेत्र मंे दलाल प्रस्तुत समस्याएॅ इतनी बढ़ चुकी है , कि उन्हे प्रत्यक्ष कहना अपने आप मंे संभव नही है , ऐसी स्थिति में व्यंग्य एक बहुत बडा अभिकरन है। व्यंग्य ववस्था पर कटाक्ष है , यह समस्याओं को तार-तार कर अर्थात बडी बारीकी से प्रस्तुत करता है। ताकि स्रोता , पाठक या दर्शक देखकर , पढ़कर या सुनकर मनोरंजनात्मक हॅसी से लोटपोट होकर व्यवस्था में व्याप्त समस्याओं से साक्षत्कार कर लेता है , तथा व्यंग्यकार व्यंग्य के माध्यम से समस्याओं का समाधान भी प्रस्तुत करता है , यही कारण है , कि आधुनिक हिन्दी जगत में व्यंग्य का महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। ।
इसी तरह के वाक्यांश
1994 से हार्डी वर्ल्ड रेस्लिंग फेडरेशन (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के लिए एक दलाल के रूप में काम करते रहे जब तक उन्होंने पूर्णकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं कर लिया।
Hardy worked as a jobber for the World Wrestling Federation (WWF) from 1994 up until he signed a दलाल प्रस्तुत full-time contract in 1998.
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(घ) क्या सरकार को जानकारी है कि पासपोर्ट और पुलिस सत्यापन के मामले में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है और इस कार्यालय में कार्य कर रहे व्यक्तियों की कृपा से यहां दलाल काम कर रहे हैं; और
(d) whether Government is aware that in the matter of passports and Police verification, there is large-scale corruption and दलाल प्रस्तुत touts are operating with the blessings of insiders; and
महाराणा कुंभा संगीत परिषद एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में सरदारपुरा स्थित कुंभा भवन में चल रेह तीन दिवसीय शरद महोत्सव
उदयपुर। महाराणा कुंभा संगीत परिषद एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में सरदारपुरा स्थित कुंभा भवन में चल रेह तीन दिवसीय शरद महोत्सव के दूसरे दिन भी तीन प्रस्तुतियां हुई। दूसरे दिन की प्रस्तुति अमिता दलाल का सितार वादन, इन्दौर के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायन कलाकार गौतम काले का गायन,यथार्थ रावल का तबला वादन तथा हिमांशु महन्त का तबला सहयोगी के रूप में तबला वादन हुआ।
पं. विश्वमोहन भट्ट व मंजू मेहता की शिष्या अहमदाबाद से आयी सितार वादिका अमिता दलाल की सितार पर चली अंगुलियांे से निकली राग श्याम कल्याण ने श्रोताओं को उसी में खोने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने राग श्याम कल्याण में अलाप विलम्बित रचना,जप ताल में मध्यलय, रचना एक ताल,द्रुत तीन ताल की सितार पर दी गई प्रस्तुति ने श्रोताओं को सितार वादन से जोड़ दिया। अंत में इन्होंने उदयपुर के लिये विशेष रूप से सितार पर आओ जी मारो संावरो की राजस्थानी फाॅक के रूप में प्रस्तुति देख कर श्रोता उसी में दलाल प्रस्तुत खो से गये। इस प्रस्तुति ने सर्वाधिक आनन्दित किया। इसके साथ तबले पर संगत हिमांशु महंत ने की।
इन्दौर से आये गौतम काले ने अपने कार्यक्रम दलाल प्रस्तुत की शुरूआत राग मारू विहाग बड़ा ख्याल त्रिताल से मन चिन्ता जोगिया रसिया हो ना जाये. बोल से की। नदी की लहरों के समान राग मारू विहाग में शास्त्रीय गायन सुन श्रोता भावविभोर हो गये। इसके बाद इन्होंने छोटे खयाल में त्रिताल मन भासवन साजनिया आयो रे. बोल की प्रस्तुति दी तो श्रोता उसी में खो गये और उन्होंने तालियों की दाद दी। इनके साथ तबले पर हिमांशु महंत एवं हारमोनियम पर ओम कुमावत ने संगत की।
हे ब्रज वसन्तम,नव नित चोरम. बोल की भजन की प्रस्तुति दे कर कार्यक्रम में समां बांध दिया। इसमें कहा गया कि ब्रज में रहने वाले चोरों के सरदार जिसने ने राधा का भी दिल चुरा लिया ऐसे सरदार को हम सभी पुरूषों का नमन। हनुमान पद की व्याख्या करते हुए राम को राम बनाया तुमनें. पद बोल के भजन की शानदार प्रस्तुति दी।
कुंभा रत्न से सम्मानित बनारस घराने के कुमावत रामचन्द्र चैहान से तबले की शिक्षा प्राप्त कर रहे यथार्थ रावल ने तेरह मात्रा जप ताल में तबले पर सोलो प्रस्तुति दे कर सभी को सम्मोहित कर दिया।
परिषद के सचिव डाॅ. यशवन्त कोठारी ने बताया कि रविवार को अंतिम दिन 17 नवंबर को कृष्णा कत्थक केन्द्र की कलाकारों, गर्विता लावटी व माया कुलश्रेष्ठ का कत्थक नृत्य की दलाल प्रस्तुत प्रस्तुति होगी। कार्यक्रम में डाॅ. प्रेम भण्डारी,दिनेश कोठारी,मानिक आर्य, आंचलिया, ललिता पुरोहित सहित अनेक पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन दीपश्री ने किया।
सरकार गिराने के लिए ‘ईडी’ बनी है दलाल!
सामना संवाददाता / मुंबई
सातारा जिले में स्थित मायणी कॉलेज के मामले में ‘ईडी’ द्वारा जारी उत्पीड़न पर सत्र न्यायालय में मंगलवार को भी तीव्र नाराजगी जाहिर की गई। सरकार गिराने के लिए ‘ईडी’ एक दलाल बन गई है। इस केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों की ओर से निष्पाप लोगों को धमकाया जा रहा है। लोगों को धमकाकर अपनी तरफ झुकाने का मामला इस समय ‘ईडी’ की तरफ से चल रहा है। बचाव पक्ष के वकीलों ने विशेष सत्र न्यायाधीश एम.जी. देशपांडे के समक्ष हुई सुनवाई के दौरान इस तरह के सनसनीखेज दावे किए।
मायणी मेडिकल कॉलेज में दाखिले से जुड़े कथित वित्तीय घोटाला मामले में १२ लोगों ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है। इसमें से नौ लोगों की तरफ से पिछली सुनवाई के दौरान मायनी मेडिकल कॉलेज में दाखिले दलाल प्रस्तुत से जुड़े कथित वित्तीय घोटाले में १२ लोगों ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया है। इनमें से नौ की ओर से पिछली सुनवाई के दौरान तर्क दिए गए थे। मंगलवार को शेष तीनों की ओर से एड. रवि जाधव ने अग्रिम जमानत की गुहार लगाई। इस दौरान उन्होंने ‘ईडी’ के मनमानी कारभार की पोल खोलकर रख दी। ईडी ने मायणी कॉलेज मामले में संस्था के पूर्व अध्यक्ष महादेव देशमुख और उनके भाई अप्पासाहेब देशमुख के परिजनों को निशाना बनाते हुए समन जारी किया। वेतन के पैसों में भी मनी लॉन्ड्रिंग का अंदेशा जताया गया। संबंधित रिश्तेदारों ने भी अपने बैंक खातों में पैसे की पारदर्शिता साबित करनेवाले सभी दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं। ईडी ने कथित अपराध की जांच पूरी कर ली है और पूरक आरोप पत्र दायर किया है। उसके बाद भी ईडी की गिरफ्तारी का डर सता रहा है। खास बात यह है कि पिछले तीन महीने में न तो कोई गिरफ्तारी की और न ही कोई जवाब दिया।
सरासर उत्पीड़न और दबाव डालने के लिए ‘ईडी’ देशमुख बंधुओं के रिश्तेदारों की अग्रिम जमानत की याचिका का विरोध कर रही है। मेडिकल कॉलेज को निगलने की योजना है। जांच एजेंसी के पास यदि कथित मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत हैं तो फिर कॉलेज अथवा अचल संपत्ति जब्त क्यों नहीं की? इस तरह का सवाल भी एड. जाधव ने सुनवाई के दौरान उपस्थित किया। न्यायालय ने इसे संज्ञान में लिया। शेष बहस १३ अक्टूबर को होनेवाली सुनवाई के दौरान होगी।
सूरत पीपुल्स को-ऑप बैंक: 10 हजार करोड़ डिपॉजिट का संकल्प
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में दलाल और सुनील मोदी को बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया। दलाल और मोदी ने क्रमशः अशित वी गांधी और संजीव एन तमाकूवाला की जगह ली है। बोर्ड का कार्यकाल 2023 में समाप्त होगा।
“पहली बार मैं बैंक का अध्यक्ष बना हूँ और मैं निदेशक मंडल का आभारी हूँ जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगा। हमारा बैंक अगले साल अपने अस्तित्व के 100 साल पूरे कर रहा है। हम इसे पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाएंगे”, दलाल ने कहा, जो सूरत शहर भारतीय जनता पार्टी के महासचिव भी हैं।
“हम जल्द ही मौजूदा तकनीक को अपग्रेड करेंगे। सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हम फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम, आदि जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाएंगे”, दलाल ने रेखांकित किया।