व्यापारिक मुद्रा जोड़े

रणनीति विदेशी मुद्रा

रणनीति विदेशी मुद्रा
उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट कर्ज लेने को लेकर काफी सचेत हो गया है और अपने आंतरिक संसाधनों का उपयोग कर रहा है. खारा ने कहा कि अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र जैसे कि सीमेंट और इस्पात अप्रैल 2020 के बाद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं यात्रा, पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र पर कोविड-19 का सबसे बुरा असर पड़ा है.

 निवेश मांग बढ़ेगी

रणनीति विदेशी मुद्रा

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड

नर्इ दिल्ली, 17 सितंबर, 2018

निर्दिष्ट विदेशी रूपए वाले बांड पर ब्याज आय हेतु छूट

1 जुलार्इ, 2020 से पहले भारत के बाहर जारी रूपए में दिए गए बांड के संदर्भ में एक विदेशी कंपनी सहित एक अनिवासी एक व्यापारिक न्यास या एक भारतीय कंपनी द्वारा देययोग्य ब्याज पांच प्रतिशत की कर की रियायती दर के लिए उत्तरदायी है। इसलिए, आयकर अधिनियम, 1961 (अधिनियम) की धारा 194ठग को कथित ब्याज भुगतान पर पांच प्रतिशत की कम दर पर कर की कटौती के लिए मुहैया कराया गया है।

प्रधानमंत्री द्वारा 14 सितंबर, 2018 को अर्थव्यवस्था के समीक्षा के परिणास्वरूप वित्त मंत्री ने चालू खाता घाटा (सीएडी) को नियंत्रित करने के लिए और विदेशी विनिमय के प्रवाह को बढ़ानें के लिए बहु आयामी रणनीति की घोषणा की है। इस परिपेक्ष्य में, विदेशी मुद्रा बांड के माध्यम से कम लागत की विदेशी उधार को विदेशी विनिमय प्रवाह को बढ़ानें के लिए आगे प्रोत्साहित किया गया है।

रुपये में कमजोरी से गिरा विदेशी मुद्रा भंडार, एक्सचेंज रेट से 67 प्रतिशत तक आई गिरावट: RBI

रुपये में कमजोरी से गिरा विदेशी मुद्रा भंडार, एक्सचेंज रेट से 67 प्रतिशत तक आई गिरावट: RBI

TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा

Updated on: Sep 30, 2022 | 2:41 PM

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से विदेशी मुद्रा भंडार में हुई आई कमी की मुख्य वजह एक्सचेंज रेट में हुआ बदलाव है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी समीक्षा में कहा कि रिजर्व में आई कुल गिरावट का 67 प्रतिशत, एक्सचेंज रेट में हुए बदलाव से देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने तथा अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के बढ़ने से एक्सचेंज रेट में बदलाव देखने को मिला. गौरतलब है कि चालू वित्त रणनीति विदेशी मुद्रा वर्ष में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में तेज गिरावट हुई है. वहीं इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट देखने को मिली है. भंडार दो अप्रैल को 606.475 अरब अमेरिकी डॉलर था, जबकि 23 सितंबर को यह घटकर 537.5 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया. यह लगातार आठवां सप्ताह था, जब विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट हुई.

14 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा डॉलर इंडेक्स

चालू वित्त वर्ष में 28 सितंबर तक छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में 14.5 प्रतिशत की तेजी आई है. ऐसे में दुनिया भर के करंसी मार्केट में भारी उथल-पुथल मची हुई है. दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा जारी करते हुए कहा कि ज्यादातर दूसरे देशों की तुलना में भारतीय रुपये की गति व्यवस्थित रही है. उन्होंने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में रणनीति विदेशी मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 7.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जो अन्य करंसी के मुकाबले काफी बेहतर है.दास ने यह भी कहा कि एक स्थिर विनिमय दर वित्तीय और व्यापक आर्थिक स्थिरता तथा बाजार के विश्वास का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि रुपया एक स्वतंत्र रूप से छोड़ी रणनीति विदेशी मुद्रा गई मुद्रा है और इसकी विनिमय दर बाजार द्वारा निर्धारित होती है. उन्होंने कहा, ”आरबीआई ने (रुपये के लिए) कोई रणनीति विदेशी मुद्रा निश्चित विनिमय दर तय नहीं की है. वह अत्यधिक अस्थिरता को रोकने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करता है.” दास ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार की पर्याप्तता के पहलू को हमेशा ध्यान में रखा जाता है और यह मजबूत बना हुआ है. उनके अनुसार 23 सितंबर, 2022 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 537.5 अरब डॉलर था.

SBI चेयरमैन बोले- कोरोना से बदली रणनीति, अब इकोनॉमी में तेज सुधार के संकेत

aajtak.in

पिछले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इकोनॉमी में सुधार के संकेत तेजी से मिल रहे हैं. इसी कड़ी में अब भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते गोता खाने वाली देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती का रुख दिख रहा है.

SBI के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा

SBI के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि उम्मीद है कि इकोनॉमी अलगे वित्त वर्ष में तेजी की राह पर लौट आएगी. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में बुनियादी बदलवा होगा और अब यह अधिक परिपक्व अर्थव्यवस्था बनेगी क्योंकि आर्थिक इकाइयां लागत को सीमित रखना सीख रही हैं.

कालाबाज़ारी व्यापार रणनीति को कैसे लागू करें

एब्स्ट्रैक्ट:आप एक व्यापारी के रूप में सैकड़ों विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति के संपर्क में हैं। आप संभवतः उन सभी का उपयोग नहीं कर सकते। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप बहुत कम समय में अपना रणनीति विदेशी मुद्रा पूरा निवेश खो सकते हैं। कुंजी एक या दो रणनीति पर रणनीति विदेशी मुद्रा ध्यान केंद्रित करना और उनमें महारत हासिल करना है

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कालाबाज़ारी एक तेज़-तर्रार व्यापारिक पद्धति है जिसमें व्यापारी दिन भर में अधिक संख्या में अल्पकालिक लाभ उत्पन्न करने का प्रयास करते हैं। यह लेख आपको इस विचार के बारे में सभी मूलभूत तथ्यों की पेशकश करेगा।

कालाबाज़ारी व्यापार रणनीति वास्तव में क्या है?

कालाबाज़ारी व्यापार का एक तरीका है जो कीमतों में छोटे बदलावों रणनीति विदेशी मुद्रा का लाभ उठाता है। एक व्यापार लाभदायक होने के बाद लाभ जल्दी लिया जाता है।

विस्तार

रूस के अपने विदेशी मुद्रा भंडार से डॉलर को हटाने का लक्ष्य पूरा कर लेने से चीन खुश है। उसका मनोबल इस बात से और ज्यादा बढ़ा है कि रूस ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार में अब चीनी मुद्रा युवान को अधिक जगह देने का फैसला किया है। गौरतलब है कि बीते हफ्ते रूस ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर का हिस्सा शून्य कर दिया। इसके पहले तक उसके भंडार में 35 फीसदी हिस्सा डॉलर का था। दूसरी तरफ रूस ने युवान का हिस्सा बढ़ा कर 30.4 फीसदी करने का फैसला किया। यूरो के बाद सबसे ज्यादा अहमियत रूस ने युवान को ही दी है। यूरो का हिस्सा 39.7 फीसदी रखने का फैसला किया गया है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बुधवार को कहा कि रूस के इस कदम से चीन के आर्थिक विकास में उसके भरोसे की झलक मिली है। साथ ही इससे यह जाहिर हुआ है कि रूस चीन के साथ अपने सहयोग को भविष्य में और बढ़ाने का पक्का इरादा रखता है। वांग ने कहा कि रूस और चीन के संबंध रणनीति विदेशी मुद्रा दोनों के लिए फायदेमंद हैं और चीन भी इसे बढ़ावा देता रहेगा।

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