खरीदें और रखें

कार, फ्रिज़, या कोई नई चीज न खरीदें, कैश बचाकर रखें: अमेज़न फाउंडर ने दी सलाह
नई दिल्ली. अमेज़न के फाउंडर जेफ बेजोस ने लोगों को कम खर्च करने और ज्यादा बचाने की सलाह दी है. उन्होंने लोगों से कहा है कि कैश बचाकर रखें और आने वाले हॉलीडे सीज़न में गैर-जरूरी चीजों खरीदें और रखें पर खर्च न करने से बचें. अरबपति जेफ बेजोस ने सामने दिख रही संभावित मंदी के मद्देनजर यह सलाह दी है.
CNN के साथ एक इंटरव्यू में बेजोस ने कहा कि अमेरिका के लोगों को आने वाले दिनों में कोई बड़ी खरीदारी नहीं करनी चाहिए, जैसे कि नया रेफ्रिजरेटर, या फिर ब्रांड न्यू कार. यह पैसा मंदी के दौरान कठिन समय में आपके काम आएगा.
बेजोस ने कहा, “यदि आप अकेले रहते हैं और आप एक बड़ी स्क्रीन वाला टीवी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको रुकना चाहिए, उस कैश को अपने पास रखें, और देखें कि क्या होता है. रेफ्रिजरेटर, नई कार, या कुछ और.” गौर करने वाली बात ये है कि यदि लोग ऐसा करेंगे तो पहले से कम कमा रही अमेज़न का रेवेन्यू और गिर सकता है.
अच्छे की उम्मीद करें, बुरे खरीदें और रखें की तैयारी
इसके अतिरिक्त, अमेज़न के पूर्व सीईओ ने सुझाव दिया कि छोटे बिजनेस करने वालों को भी नए उपकरण में निवेश करने की बजाय नकदी को अपने पास रखें. उन्होंने कहा, “जितना कम हो सके, उतना जोखिम उठाएं… अच्छे के लिए आशा करें, लेकिन सबसे बुरे के लिए तैयार रहें.”
अपनी ज्यादा संपत्ति दान करेंगे
जेफ बेजोस ने कहा कि वह अपने जीवनकाल में अपनी 124 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति का अधिकांश हिस्सा दान में दे देंगे. बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी के मालिक ने टीवी चैनल से कहा कि वह अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा जलवायु परिवर्तन से लड़ने और ऐसे लोगों का समर्थन करने के लिए समर्पित करेंगे, जो गहरे सामाजिक और राजनीतिक विभाजन के सामने मानवता को एकजुट कर सकते हैं.
बेजोस वर्तमान में अमेज़न में कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जो पिछले साल से अपनी इस भूमिका की तैयारी कर रहे थे, क्योंकि एंडी जेसी (Andy Jassy) ने सीईओ की बागडोर संभाली थी. ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न ने अन्य टेक्नोलॉजी कंपनियों जैसे ट्विटर, मेटा, लिफ़्ट, आदि के कर्मचारियों की छंटनी के बाद अपने यहां से भी कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया है. अमेज़न समेत तमाम कंपनियों के सुस्त रेवेन्यू ग्रोथ का सामना करना पड़ रहा है.
प्रॉपर्टी खरीदने से पहले 5 बातों का रखें ध्यान, रीसेल के समय मिलेगा जबरदस्त रिटर्न
बेहतर रिटर्न के लिए घर खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान.
अगर आप रिटर्न की उम्मीद के साथ प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो 5 बेहद जरूरी चीजें जिन्हें आपको ध्यान में रखना होगा. इन 5 बातों पर गौर करते हुए आप अगर किसी प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं को काफी ज्यादा संभावनाएं हैं कि आपको तगड़ा मुनाफा मिलेगा.
- News18Hindi
- Last Updated : September 10, 2022, 10:12 IST
हाइलाइट्स
अगर आपकी प्रॉपर्टी किसी कमर्शियल हब के नजदीक है तो आप उसे रेंट या लीज पर दे सकते हैं.
स्कूल, हॉस्पिटल खरीदें और रखें या मार्केट से नजदीकी आपकी प्रॉपर्टी के रेट में काफी इजाफा करवा सकती है.
आपकी प्रॉपर्टी की लोकेशन उसकी मार्केट वैल्यू तय करने में बड़ा किरदार अदा करती खरीदें और रखें है.
नई दिल्ली. देश में लोगों की आमदनी बढ़ने के साथ प्रॉपर्टी मार्केट में भी उछाल देखने को मिल रहा है. हाल ही में आए कई सर्वे इस बात की पुष्टि भी करते हैं कि घर या जमीन की कीमतों में तेजी देखने को मिली है और आगे भी कुछ साल तक यह बढ़त जारी रह सकती है. ऐसे में ये अच्छा समय जब आप प्रॉपर्टी खरीद कर उसे रीसेल करें और अच्छा मुनाफा कमाएं
प्रॉपर्टी डील से मन-मुताबिक मुनाफा लेने के लिए आपको कुछ बेहद जरूरी बातों को ध्यान में रखना होगा. जब आप किसी प्रॉपर्टी को रीसेल के उद्देश्य से खरीदने जाएं तो 5 बातों पर जरूर गौर करें और तभी उस डील को लेकर आगे बढ़ें. आज एक-एक करके आपको हम इन पाचों बिंदुओं के बारे में बताएंगे.
प्रॉपर्टी कहां स्थित है?
जब भी जमीन, घर या किसी अन्य तरह की रीयल एस्टेट प्रॉपर्टी खरीदें तो ये देखें की वह कहां मौजूद है. यानी उसकी लोकेशन क्या है. लोकेशन किसी भी प्रॉपर्टी के दाम बढ़ाने या घटाने में बड़ा किरदार अदा करती है. अगर आप रिटर्न के उद्देश्य से प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो ऐसे इलाके में ही खरीदें जो आगे बढ़ रहा हो और उसमें ग्रोथ की संभावनाएं दिख रही हों. इससे आपको भविष्य में बेहतर रिटर्न मिलने में मदद होगी ही, साथ ही पहले से प्राइम एरिया में मौजूद प्रॉपर्टी के मुकाबले आपको यहां शुरुआती निवेश कम करना होगा.
सुविधाएं
प्रॉपर्टी खरीदने से पहले देखें कि अस्पताल, स्कूल, पार्क्स, शॉपिंग कॉम्पलेक्स वहां से कितना दूर है. ये सब आपको हाई रिटर्न दिलाने में मदद करेंगे. अगर ये सुविधाएं अभी वहां मौजूद नहीं है तो कम-से-कम वहां भविष्य में इनके बनने की संभावना तो होनी ही चाहिए.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट
निवेश करते वक्त यह भी ध्यान में रखें कि आपकी प्रॉपर्टी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट कितनी दूरी पर उपलब्ध होगा. अगर कनेक्टिविटी बेहतर है तो प्रॉपर्टी के रेट ऊपर भागेंगे. इसलिए ऐसी जगह निवेश करें जहां से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहतर हो.
रेंटल प्रॉपर्टीज
ऐसी जगह पर प्रॉपर्टी खरीदें जहां से आपको रेंटल इनकम मिल सके. अगर आप लोन पर प्रॉपर्टी ले रहे हैं तो संभव है कि लंबे समय की ईएमआई आपके गेन्स को खत्म कर देगी. लेकिन रेंटल प्रॉपर्टी में आपको इनकम मिलती रहती है जिससे ये परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी.
कर्मशियल हब से नजदीकी
कॉर्पोरेट ऑफिसेज व कमर्शियल हब से प्रॉपर्टी की नजदीकी भी आपको अच्छा रिटर्न दिला सकती है. केवल इतना ही नहीं आप इसे लीज पर देकर भी बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. वहीं, रेजिडेंशिल प्रॉपर्टी को आप कॉर्पोरेट ऑफिसेज में काम करने वाले कर्मचारियों को रेंट पर देकर मुनाफा कमा सकते हैं.
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अंडे खरीदें तो कुछ बातों का रखें ख्याल, इन आसान तरीकों से करें असली-नकली एग की पहचान
अंडे की सही पहचान न कर पाने के कारण कई लोग मार्केट से नकली अंडा खरीद लाते हैं, जिसका सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में आप अंडे को शेक करने से लेकर फायर और यॉक टेस्ट ट्राई करके मिनटों में नकली अंडे की पहचान कर सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : October 23, 2022, 07:51 IST
हाइलाइट्स
अंडा खरीदते समय अंडे को शेक करके लेना ही बेहतर होता है.
असली और नकली अंडे के पीले भाग में भी काफी अंतर होता है.
How to identify real and fake eggs: अंडे का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. पोषक तत्वों से भरपूर अंडो को प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है, जिसके चलते कई लोग डाइट में उबला अंडा या अंडे का ऑमलेट खाना पसंद करते हैं. हालांकि, मार्केट में नकली अंडे (Fake egg) भी आसानी से मिल जाते हैं. ऐसे में अगर आप भी रोजाना अंडे को डाइट में शामिल करते हैं, तो नकली अंडे की पहचान करना आपके लिए जरूरी हो जाता है.
दरअसल, अंडे खाने के फायदों से सभी वाकिफ होते हैं मगर ज्यादातर लोगों को असली और नकली अंडे की पहचान नहीं होती है, जिसके चलते लोग अमूमन मार्केट से नकली अंडे खरीद लाते हैं, जिसे खाने के सेहत पर कई नुकसान देखने को मिल सकते हैं. आइए जानते हैं असली और नकली अंडे में अंतर के टिप्स, जिसकी मदद से आप अंडे की ओरिजनैलिटी का चुटकियों में पता लगा सकते हैं.
फायर टेस्ट करें
असली और नकली अंडे में फर्क जानने के लिए आप आग की मदद ले सकते हैं. दरअसल, नकली अंडे के छिलके प्लास्टिक के मैटेरियल से बनते हैं. ऐसे में अंडे को आंच दिखाने पर नकली अंडे में आग पकड़ सकती है. वहीं असली अंडे का छिलका आग के ऊपर रखने से काला पड़ जाता है. ऐसे में आप फायर टेस्ट ट्राई करके असली और नकली अंडे को आसानी से पहचान सकते हैं.
अंडे को शेक करें
आप अंडे को शेक करके भी असली और नकली अंडे की पहचान कर सकते हैं. इसके लिए अंडे को हाथ में लें और इसे जोर-जोर से शेक करें. ऐसे में नकली अंडे के अंदर से लिक्विड के हिलने की आवाज आने लगेगी. वहीं असली अंडे को हिलाने पर इसमें से कोई आवाज नहीं आती है. इसलिए अंडा खरीदते समय अंडे को शेक करके लेना ही बेहतर होता है.
यॉक चेक करें
असली और नकली अंडे के यॉक यानी पीले भाग में भी काफी अंतर देखने को मिलता है. बता दें कि असली अंडे को फोड़ने के बाद इसका पीला भाग नॉर्मल होता है.
वहीं, नकली अंडे के यॉक में सफेद रंग का फ्लूइड पदार्थ नजर आता है. ऐसे में अंडे को फोड़ने के बाद इसका यॉक चेक करना न भूलें और सफेद लिक्विड दिखने पर अंडे का सेवन करने से बचें.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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Home Buying Tips: घर खरीदने जा रहे हैं? इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान, नहीं होगी आगे कोई परेशानी
Home Buying Tips: घर खरीदने की अगर प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको कुछ बातों को जरूर ध्यान में रखना चाहिए. इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर आप भविष्य की कई सारी परेशानियों से बच सकते हैं.
Home Buying Tips: अपना घर खरीदना हर मिडिल क्लास फैमली की जिंदगी के सबसे बड़े सपनों में से एक होता है. इसके लिए वे अपनी पूरी जिदंगी की सेविंग्स को लगा देते हैं. लेकिन अगर आप भी अपना खुद का घर खरीदने जा रहे हैं, तो इसके पहले कुछ बातों का जरूर ख्याल रखें. ये छोटी-छोटी सावधानियों आपको भविष्य की परेशानियों से बचा सकते हैं.
बजट
घर खरीदने के फैसले में सबसे जरूरी है अपना बजट तय करना. ऐसे घर को खरीदने का सपना देखने का कोई मतलब नहीं है, जो आपकी फाइनेंशियल कंडीशन के बाहर हो. वहीं आपको ऐसा भी घर नहीं खरीदना चाहिए जो कि बहुत ही ज्यादा सस्ता हो, क्योंकि आपको यहां सुविधाएं नहीं मिलेंगी आखिरकार आपको ही रहना है इस घर में. तो अपनी जरूरतों को तय करते हुए एक सही बजट बनाना जरूरी है.
होम लोन पर कर लें विचार
घर खरीदते समय पैसे के इंतजाम पर भी पहले से ही विचार कर लेना चाहिए. इसमें सबसे जरूरी यह है कि होम लोन पर आपको कितनी राशि मिल रही है. अगर आप ज्यादा होम लोन लेना चाहते हैं, तो पति और पत्नी को संयुक्त रूप से अप्लाई करना चाहिए. इंटरनेट पर आपको कई सारे फ्री होम लोन कैलकुलेटर मिल जाएंगे. इसके साथ ही उन्हों होम लोन की अवधि, EMI और होम लोन के प्रकार पर भी रिसर्च कर लेना चाहिए. होम लोन को आप जितनी लंबी अवधि के लिए लेंगे आपकी EMI उतनी ही कम होगी, लेकिन इसमें आपको ज्यादा ब्याज देना होगा.
कहां ले रहे हैं घर
घर खरीदने को लेकर कोई भी फैसला करने से पहले यह तय कर लें कि घर कहां लेना है. यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. यह फैसला लेते समय आपको ट्रांसपोर्टेशन, आस-पास के एरिया में सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे पार्क, स्कूल, हॉस्पिटल आदि की सुविधाएं देख लेना चाहिए. इसके साथ ही खेल के मैदान, क्लब हाउस, स्विमिंग पूल आदि चीजों पर भी ध्यान दिया जा सकता है.
बिल्डर की इमेज
किसी भी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट (Real Estate Project) में पैसा लगाने के पहले उस बिल्डर की इमेज को भी देख लेना चाहिए. ऐसे में आप किसी नए बिल्डर से फ्लैट खरीदने के बजाए खरीदें और रखें किसी स्थापित और अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले बिल्डर से प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं. हो सकता है इसमें आपको थोड़ा अधिक खर्च करना पड़े, लेकिन आपके लिए यह थोड़ा भरोसे का सौदा होगा.
लीगल पेपरवर्क पर ध्यान दें
आप जिस भी प्रॉपर्टी में निवेश करने जा रहे हैं, उसके लीगल पेपरवर्क (Home buying Legal Paperwork) में कोई कोताही न बरतें. जरूरत पड़ने पर आप किसी वकील को भी नियुक्त कर सकते हैं. हो सकता है कि इसके लिए आपको थोड़ा अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ेगा, लेकिन यह आपको भविष्य के किसी कानूनी पचड़े से बचा सकता है.
5 प्वाइंट्स रखें याद, केवल चमक देखकर ना खरीदें पुरानी कार
भारतीय कार बाजार तेजी से विस्तार कर रहा है. जहां नई कारों की सेल में इजाफा देखा जा रहा है, तो वहीं पुरानी और यूज्ड कार के खरीदारों की तादाद भी बढ़ती जा रही है. अगर आप भी पुरानी कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, तो इसे सिर्फ चमक देखकर ना खरीदें, बल्कि खरीदते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखें. हम आपको ऐसे 5 प्वाइंट बता रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप सेकेंड हैंड कार खरीदेंगे तो परेशान नहीं होंगे.
आप सेकेंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीदने के लिए जाएं, तो सबसे पहला काम ये करना होगा कि उस कार की कंडीशन अच्छी तरह से चेक जरूर करें. कार के एक्सटीरियर और इंटीरियर को चेक करना बेहद जरूरी होता है. जांच करते समय देखें कि गाड़ी कहीं से टूटी तो नहीं है. कार के बाहरी हिस्से पर डेंट पड़ने, पेंट उखड़ने की जांच करें.
हालांकि, आप छोटे-मोटे स्क्रैच को दरकिनार कर सकते हैं, लेकिन बड़े डेंट को नजरअंदाज कतई ना करें. देख लें कि कहीं कार का कोई एक्सीडेंट तो नहीं हुआ है. इसके अलावा इंटीरियर में जांचें कि कार की सीटें ठीक हों, स्टीयरिंग व्हील और डैश बोर्ड के फंक्शन ठीक ढंग से काम करते हों. इसकी विंडो और दरवाजों को खोलकर और बंद करके चेक करें और सुनें कि कोई आवाज तो नहीं आ रही.
किसी भी वाहन में सबसे अहम हिस्सा होता है, उसका इंजन. इसलिए खासकर पुरानी कार खरीदते समय आपको इंजन चेक करना सबसे जरूरी हो जाता है. इसके साथ कार कितने किलोमीटर चल चुकी है, इन बातों का भी रखें ख्याल। इंजन ठीक से काम कर रहा है या नहीं, इसे चेक करने के लिए आप कार खरीदने जाते समय अपने साथ एक एक्सपर्ट ड्राइवर या फिर टेक्निशियन को लेकर जाएं.
कार की टेस्ट ड्राइव जरूर लें और इसे सिर्फ स्टार्ट करके नहीं, बल्कि कुछ दूर चलाकर देखें. इससे इंजन की ताजा हालत का पता आसानी से चल जाएगा. कार के स्विच, ब्रेक, क्लच, गियर, एक्सीलरेटररे समेत अन्य फंक्शंस को भी आज टेस्ट ड्राइव के दौरान चेक कर पाएंगे. किसी भी तरह के लीकेज की भी जांच कर लें.
सेकेंड हैंड कार लेते समय आपके लिए जरूरी है कि उस कार का माइलेज चेक करें. क्योंकि पुरानी होने के साथ-साथ कारों के माइलेज पर भी असर पड़ता जाता है. इसलिए पुरानी कार को हाईवे से लेकर उबड़-खाबड़ सड़क पर खरीदें और रखें दौड़ा कर आप इसके माइलेज की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. माइलेज के साथ ही इस तरीके से कार फ्रेम, ब्रेकिंग और सस्पेंशन की भी अच्छे सा जांच हो जाती है.
इसके अलावा कार का अलाइनमेंट भी देख लें. समतल स्थान पर खड़ी करके देख लें कि कार का कोई हिस्सा किसी तरफ झुका तो नहीं है. इसके कलपुर्जों को भी देख लें, कि कहीं कोई नट-बोल्ट मिसिंग तो नहीं है.
पुरानी कार को खरीदने के लिए जा रहे हैं, तो फिर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि जो कार आप खरीद रहे हैं वो बहुत ज्यादा या कहें 15 साल से ज्यादा पुरानी को नहीं है. ज्यादा पुरानी कार को खरीदकर आप मुश्किल में पड़ सकते हैं. क्योंकि मोटर व्हीकल एक्ट पर नजर दौड़ाएं तो 15 साल से पुरानी गाड़ी को सड़क पर दौड़ाने की इजाजत नहीं है.
ऐसी गाड़ियों के लिए स्क्रैप पॉलिसी है. इसलिए गाड़ी खरीदते समय उसके मॉडल की सही जानकारी प्राप्त करें, हालांकि उस कार की आरसी में मॉडल नंबर के साथ ही इसकी ऐज का सही पता दर्ज होता है. इस चक्कर में ना पड़ें कि कम दाम में मियाद पूरी कर चुकी गाड़ी पल्ले पड़ जाए और आप परेशान होते रहें.
अब बात आती है सबसे ज्यादा जरूरी जांच की. यानी कार के पेपर की. तो ध्यान रहे कि कार के पूरे पेपर जरूर चेक कर लें. आरसी, सर्विस रिकॉर्ड, पीओसी और इंश्योरेंस देखें. इसके अलावा सेल लेटर भी बनवाएं, जो खरीदने और बेचने वाले दोनों के हित में है. कार को लेने से पहले इस बात की संतुष्टि कर लें कि कागज पूरे हैं और बिल्कुल सही हैं.
पुरानी कार को खरीदने के दौरान उसके खरीदें और रखें कागजात अच्छे से जांचकर और ऑनलाइन चेक कर पता करें कि यह आरटीओ से रजिस्टर है, कहीं ये चोरी की तो नहीं है. साथ ही कार के इंश्योरेंस और नो क्लेम बोनस हिस्ट्री देखने से हर तरह की घटनाओं के बारे में पता चलता है कि कार के साथ कोई भीषण दुर्घटना तो नहीं हुई.