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क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध

क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध

क्रिप्टोकरेंसी क्या है यह कैसे काम करती है और उनके प्रकार - Cryptocurrency in Hindi.

इस तेजी से आगे बढ़ रहे Digital World में करेंसी ने भी Digital रूप ले लिया है और इस डिजिटल करेंसी को ही Cryptocurrency कहा जाता है । दुसरे Currencies जैसे की भारत में Rupees, USA में Dollar, Europe में Euro इत्यादि को सरकारें पुरे देश में लागु करते हैं और इस्तमाल में लाये जाते हैं ठीक वैसे ही इन Currency को भी पुरे दुनिया में इस्तमाल में लाया जाता है ।

जैसे की Bitcoin एक क्रिप्टोकरेंसी का ही प्रकार है जिसका नाम आपने अनेको बार सुना है लेकिन ये Cryptocurrency क्या है और इसे कैसे Use किया जाता है इसके Benefits क्या-क्या होते है ऐसे सवालो के जवाब आप इस पोस्ट में जानेगे । तो चलीए विस्तार से जानते है क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके कितने प्रकार है ।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है.

क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी होती है जिसे 2009 में Introduce किया गया था और पहली Cryptocurrency जो ज्यादा पोपुलर हुई वह Bitcoin ही थी । Cryptocurrency कोई असली सिक्को या नोट जैसी नही होती होती है यानि इस करेंसी को हम रुपए की तरह हाथ में नही ले सकते और ना ही हम इसे अपने जेब में भी रख सकते है लेकिन ये हमारे Digital Wallet में Save रहती है इसे आप Online Currency कह सकते है क्योकि ये केवल Online Exist करती है ।

Bitcoin से होने वाला पेमेंट कंप्यूटर के माध्यम से होता है दोस्तों आप सब जानते है की Rupee, यूरो, डॉलर जैसी Currency पर सरकार का पूरा Control होता है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी पर किसी सरकार कोई Control नही होता है । इस Virtual Currency पर सरकारी संस्थान जैसे Central Bank या किसी भी देश की एजेंसी का कोई Control नही होता है यानी Bitcoin कोई ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम को नही मानता है बल्कि कंप्यूटर Wallet से दुसरे Wallet तक ट्रांसफर होता रहता है । ऐसा नही है केवल Bitcoin ही ऐसी Cryptocurrency है बल्कि ऐसी 5000+ से भी ज्यादा अलग अलग क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है और कुछ पोपुलर क्रिप्टोकरेंसी है Ethereum, Ripple, Litecoin, Tether और Libra इनपे Invest कर सकते है और इन्हें Bitcoin की तरह आसानी से ख़रीदा या बेचा जा सकता है ।

ये बात अलग है की सबसे ज्यादा पोपुलर Cryptocurrency Bitcoin ही है और ये कितनी पोपुलर Currency है । इसका अंदाज़ा आपको इस बात से लगा जाएगा की अब दुनिया की बहुत सी कंपनियां बित्कोइन पेमेंट Accept करने लगी है और आगे इन् कम्पनीज के नाम पर तेजी से बढ़ेंगे ही ऐसे में Bitcoin का Use करके शौपिंग, ट्रेडिंग, फ़ूड डिलीवरी, TRAVELLING किया जा सकता है । इंडिया में धीरे धीरे ही लेकिन Bitcoin पेमेंट का पोपुलर फॉर्म बनती जा रही है इंडिया में Cryptocurrency की इस Low Speed का कारण Illegal होना था क्योकि cryptocurrency को RBI के द्वारा प्रतिबंधित किया गया था ।

लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंधन को हटा दिया है यानी अब इंडिया में Cryptocurrency का इस्तेमाल का legal है इसी कारण इंडिया में भी Cryptocurrency USERS की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है लेकिन इंडिया में Bitcoin का और सब देशो के मुकाबले में इसका प्रचलन कम होने का दूसरा मुख्य कारण ये है की इंडिया में अभी लोग इन Virtual Currency में Invest करने के बजाये FD, RD, Shares में Invest करना ज्यादा पसंद करते है ।

क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध कैसे काम करता है.

क्रिप्टोकरेंसी निम्नलिखित तरीके से काम करता है-

  • ब्लॉकचेन का उपयोग करके लेनदेन सत्यापित किए जाते हैं ।
  • ब्लॉकचैन लेनदेन विकेंद्रीकृत होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे लेनदेन को प्रबंधित करने और रिकॉर्ड करने के लिए कई कंप्यूटरों में फैले हुए हैं ।
  • क्योंकि ब्लॉकचेन लेनदेन कई कंप्यूटरों पर निर्भर करता है ।
  • Centralized Currencies की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य क्या है.

क्रिप्टोकरेंसी Fine Art या रियल स्टेट के समान है। Cryptocurrency की मांग कितनी है, इसके आधार पर Cryptocurrency का मूल्य ऊपर या नीचे आता जाता है।

उदाहरण

  • 2008 की मंदी के दौरान पूरे अमेरिका में आवास की कीमतों में औसतन 33% की गिरावट आई, 2018 तक उन्होंने रिबाउंड किया था और 50% से अधिक की वृद्धि हुई थी।
  • मोनेट गरीब मर गया, भले ही उसके पास बेचने के लिए बहुत सारी पेंटिंग थी, लेकिन अब उसकी एक पेंटिंग की औसत कीमत लगभग 7 मिलियन अमरीकी डालर है।
  • एलोन मस्क द्वारा इसे एक हलचल कहे जाने के बाद, डॉगकोइन, एक क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमत में 35% की गिरावट आई है।

क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार.

क्रिप्टोकरेंसी के कुछ महत्वपूर्ण प्रकार निम्नलिखित है-

  • Bitcoin (BTC)
  • Litecoin (LTC)
  • Faircoin (FAIR)
  • Ethereum (ETH)
  • Dogecoin (Doge)
  • Ripple (XRP)
  • Peercoin (PPC)
  • Monero (XMR)
  • Dash (DASH)

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे.

क्रिप्टोकरेंसी के कुछ फायदे आप सब को निचे में बताया गया है-

  • फंड ट्रांसफर करने का एक तेज़ तरीका
  • लेन-देन का लागत प्रभावी तरीका
  • मुद्रा विनिमय आसानी से किया जा सकता है
  • सुरक्षित और निजी
  • स्वशासित और प्रबंधित

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान.

किसी भी चीज का अगर कुछ फायदा है तो उसके कुछ नुकसान भी होता है ठीक उसी प्रकार क्रिप्टो-करेंसी के भी कुछ नुकसान है-

  • अवैध लेनदेन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है
  • डेटा loss से Financial नुकसान हो सकता है
  • कुछ सिक्के अन्य fiat मुद्राओं में उपलब्ध नहीं हैं
  • पर्यावरण पर खनन के प्रतिकूल प्रभाव
  • हैक के लिए अतिसंवेदनशील
  • कोई धनवापसी या रद्दीकरण नीति नहीं

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सब को क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तार से बताया गया और आप सब ने क्रिप्टोकरेंसी क्या है, क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार, इसके हानी और लाभ तथा उससे जुड़ी अन्य जानकारी के बारे में भी जाना मुझे उम्मीद है की आपको यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा।

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चायवाला Cryptocurrency में भी लेता है पैसे, यूजर ने पूछा Dogecoine चलेगा?

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डीएनए हिंदी: क्रिप्टोकरेंसी के चलन के बाद लोगों में इसका खास क्रेज देखने को मिल रहा है. हालांकि, क्रिप्टो भारत में लीगल टेंडर नहीं है. इससे हम कुछ खरीद या बेच नहीं सकते हैं लेकिन बेंगलुरु के एक चायवाले ने इसे एक्सेप्ट करने का बोर्ड लगा रखा है. चाय वाले की एक तस्वीर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान इस ओर गया है, जहां पर लिखा था कि वह पेमेंट के रूप में क्रिप्टोकरेंसी एक्सेप्ट करता है. सड़क किनारे चाय की दुकान का मालिक खुद को ड्रॉपआउट बताता है. हालांकि, तस्वीर वायरल हो जाने के बाद वह काफी फेमस भी हो गया है.

अक्षय सैनी नाम के एक ट्विटर यूजर ने हाल ही में चायवाले की एक तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा, "बस बैंगलोर की बातें. #क्रिप्टो #नम्माबेंगलुरु." तस्वीर लोगों के रिएक्शन बटोर रही है और लोग इस तस्वीर को लाइक और कमेंट कर रहे हैं. ट्विटर यूजर्स के मन में चाय बेचने वाले को लेकर ढेर सारे सवाल हैं. एक यूजर ने पूछा, "वह क्रिप्टो को कैसे एक्सेप्ट करता है? कौन से क्वाइन स्वीकार किए जाते हैं? वह विनिमय दर कैसे तय करता है? मेरे अनेक प्रश्न हैं."

यहां देखें

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि शुभम सैनी चाय विक्रेता है जो क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार कर रहा है. उसने 30,000 का निवेश कर पहली बार बेंगलुरु के मराठाहल्ली इलाके में अपनी चाय की दुकान खोली. रिपोर्ट के मुताबिक, उसने 2021 में क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मार्केट क्रैश होने के बहुत सी धनराशि खो दी, क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध जिसके बाद उसने चाय की दुकान खोली.

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क्रिप्टो टैक्स

हाल ही में सरकार ने क्रिप्टो टैक्स प्रावधानों पर अपना पक्ष स्पष्ट किया है । इस संबंध में वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि, वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) के हस्तांतरण से होने वाले नुकसान को दूसरे VDA से होने वाली आय या लाभ के साथ सेट-ऑफ (समायोजित) करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

  • दूसरे शब्दों में, VDA से होने वाले किसी भी घाटे को लाभ के साथ सेट-ऑफ नहीं किया जा सकेगा। वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDAS) का आशय क्रिप्टोग्राफिक माध्यमों या किसी अन्य माध्यम से जनरेटेड इंटर कोड या नंबर या टोकन या इनफॉरमेशन से है। ऐसे एसेट्स का इलेक्ट्रॉनिक रूप से हस्तांतरण, भंडारण या व्यापार किया जा सकता है।
  • इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल एसेट्स में नॉन फंजीबल टोकन्स यानी NFTS या इसी तरह के अन्य टोकन भी शामिल होते हैं।
  • वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि VDAS के मामले में माइनिंग की लागत को अधिग्रहण (acquisition) की लागत के रूप में नहीं माना जाएगा।
  • माइनिंग वस्तुतः क्रिप्टो टोकन जेनरेट करने की एक प्रक्रिया है।
  • सरकार क्रिप्टोकरेंसी को क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध GST कानून के तहत वस्तुओं या सेवाओं के रूप में वर्गीकृत करने पर कार्य कर रही है। इससे लेन-देन के पूरे मूल्य पर कर लगाया जा सकेगा।
  • वर्तमान में, केवल क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं पर 18 प्रतिशत GST लगाया जाता है। इन सेवाओं को वित्तीय सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • ज्ञातव्य है कि 2022-23 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी को टैक्स नेट (यानी कर जाल) के दायरे में लाये जाने की घोषणा की गयी थी।

इस बजट में निम्नलिखित घोषणाएं की गई थीं:

  • वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (क्रिप्टोकरेंसी सहित) से होने वाली किसी भी आय पर 30 प्रतिशत की दर से कर लगाया जाएगा।
  • वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रान्सफर के दौरान एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर 1 प्रतिशत TDS लगेगा।

इन्हें जेनरेट करने के लिए एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक का प्रयोग क्रिप्टोकरेंसी यूनिट्स के जेनेरेशन और फण्ड ट्रांसफर को विनियमित करने के लिए किया जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी पर किसी सेंट्रल बैंक का कोई नियंत्रण नहीं होता है।

प्रत्येक क्रिप्टोकरेंसी का नियंत्रण ब्लॉकचेन नामक डिस्ट्रिब्यूटेड बहीखाता तकनीक के माध्यम से किया जाता है। ब्लॉकचेन एक साझा व अपरिवर्तनीय बहीखाता है। यह एक व्यवसाय नेटवर्क में सभी लेन-देन को रिकॉर्ड करने और संपत्तियों को ट्रैक करने की सुविधा प्रदान करता है।

स्रोत हिन्दू

क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है? | cryptocurrency in hindi meaning ✅✅✅

क्रिप्टो करेंसी का नाम आप लोगों ने कहीं ना कहीं सुना ही होगा आज पूरी दुनिया क्रिप्टो के पीछे भाग रही है तो आखिर क्रिप्टो करेंसी क्या है?(What Is Cryptocurrency in hindi) यह कैसे काम करती है और इसका उपयोग क्या है ऐसे तमाम सवालों के जवाब हम आसान भाषा में बताने जा रहे हैं।

क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi meaning)

क्रिप्टो करेंसी एक कोडिंग डाटा है जो एक करेंसी की तरह काम करती है इसको और आसान भाषा में समझे तो क्रिप्टो करेंसी डिजिटल करेंसी है यह पूरी तरह से ऑनलाइन ही उपलब्ध है इसे आप फिजिकली लेन-देन नहीं कर सकते यानी आप इसे अपने हाथ से नहीं छू सकते और ना ही अपने पॉकेट में रख सकते हैं यह केवल मोबाइल लैपटॉप और कंप्यूटर के एक डिजिटल वायलेट के द्वारा दूसरे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर किया जाता है।

हर देश की अपनी एक करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया,अमेरिका की करेंसी डॉलर और चीन की करेंसी युआन ऐसे अनेक देशों की करेंसी है जो अपने देशों में उपयोग में लाए जाते हैं और उन पर उन देशों की सरकारों क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध का कंट्रोल होता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं है क्रिप्टो करेंसी पूरी दुनिया में इस्तमाल किया जाता है और इस पर किसी देश की सरकार,बोर्ड,एजेंसी और किसी व्यक्ति का कोई कण्ट्रोल नहीं होता है।

Cryptocurrency कैसे काम करती है?

क्रिप्टो करेंसी विकेंद्रीकृत करेंसी है दो ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है और इसको क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचेन एक तरह का डिजिटल लेजर है।

जब क्रिप्टो करेंसी को खरीदा बेचा या ट्रांसफर किया जाता है तो इसका हिसाब किताब एक डिजिटल लेजर में सेव कर लिया जाता है इस डिज़िटल लेजर को पब्लीक लेजर भी कहा जा सकता है क्योकि इसको एक व्यक्ति मैनेज नहीं करता बल्कि इसको बहुत सारे लोग कंप्यूटर के द्वारा मैनेज करते हैं और इन लोगो के नेटवर्क को Peer to Peer नेटवर्क कहा जाता है यानि Person to Person नेटवर्क।

यह नेटवर्क Blockchain Technology के द्वारा काम करता है और यह Technology एक कंप्यूटर में नहीं रहता है बल्कि बहुत सारे कम्प्यूटर्स में मावजूद रहता है। अगर एक व्यक्ति इसको मैनेज करता तो इसमें कुछ भी चेंज कर सकता है लेकिन इसको कई सारे लोग Blockchain Technology माध्यम से कंप्यूटर द्वारा निगरानी करते है जिससे कोई भी व्यक्ति इसमें छेड़छाड़ करता है तो सारे कंप्यूटर से मिसमैच हो जाता है और वह व्यक्ति पकड़ा जाता है।

जो लोग इस डिजिटल लेजर को मैनेज करने की रिस्पांसिबिलिटी उठाते हैं उन्हें Miner कहा जाता है और इसको मेंटेन करने की प्रक्रिया को Mining कहा जाता है। यह किसी को बैठकर नहीं करना होता है यह सब ऑटोमेटिकअली सिस्टम जेनरेटेड होता है लेकिन इसको करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर और पावरफूल कंप्यूटर लगते है और इस प्रोसेस में यानि माइनिंग जो पैसा और समय लगता है उसके बदले माइनर्स को उसी करेंसी के बदले कुछ रिवॉर्ड दिए जाते है।

लेकिन आपके मन में ऐसे सवाल जरूर आ रहे होंगे कि इस डिजिटल लेजर को बहुत सारे लोग मेंटेन करते हैं तो आपका पैसा जो क्रिप्टो करेंसी में लगा है वह सबको पता चल चलेगा कि कितना पैसा हमने क्रिप्टोकरंसी में लगाया है लेकिन ऐसा नहीं है यहां पर Cryptography नामक टेक्नोलॉजी के माध्यम से सब कुछ कोडेड है यानी यहां पर आपका नाम आपका नाम नहीं है बल्कि वह एक कोड द्वारा अंकित किया गया है जिससे आपके प्राइवेसी में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।

आज पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं। कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी :

बिटकॉइन पहली क्रिप्टोकरेंसी थी जिसे 2009 बनाया गया था और अभी भी सबसे अधिक कारोबार किया जाता है। इस करेंसी को सातोशी नाकामोतो द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर निबंध विकसित की गई थी - इनके नाम को लेकर संदेह है।

इस करेंसी को 2015 में विकसितकिया गया , एथेरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है जिसकी अपनी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ईथर (ईटीएच) या एथेरियम कहा जाता है। यह बिटकॉइन के बाद सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है।

यह मुद्रा बिटकॉइन के समान है लेकिन नए नवाचारों को विकसित करने के लिए और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ी है, जिसमें तेज़ भुगतान और अधिक लेनदेन की अनुमति देने की प्रक्रिया शामिल है।

रिपल एक वितरित खाता प्रणाली है जिसे 2012 में स्थापित किया गया था। वेव का उपयोग विभिन्न प्रकार के लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है, न कि केवल क्रिप्टोकुरेंसी। इसके पीछे कंपनी ने विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ काम किया है।

क्या आपको Cryptocurrency में निवेश करना चाहिए?

क्रिप्टोकरेंसी में डील करने के कई फायदे हैं, और नुकसान भी काफी हैं। यहां शीर्ष तीन कारण दिए गए हैं जो क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष और विपक्ष में काम करते हैं।

CryptoCurrency के फायदे

आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के फायदों के बारे में :-

  • क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम है।
  • अगर हम क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो ये सामान्य डिजिटल पेमेंट से ज्यादा सुरक्षित हैं।
  • अन्य भुगतान विकल्पों की बात करें तो लेनदेन शुल्क भी बहुत कम है।
  • इसमें खाते बहुत सुरक्षित हैं क्योंकि यह विभिन्न प्रकार के क्रिप्टोग्राफी एल्गोरिदम का उपयोग करता है।

Cryptocurrency के नुकसान

आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के नुकसान के बारे में :-

  • क्रिप्टोक्यूरेंसी में, एक बार लेनदेन पूरा हो जाने के बाद, इसे उलटना असंभव है क्योंकि ऐसा कोई विकल्प नहीं है।
  • यदि आपका वॉलेट आईडी खो जाता है तो यह हमेशा के लिए खो जाता है क्योंकि इसे पुनर्प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में आपके बटुए में जो भी पैसा है वह हमेशा के लिए खो जाता है।

भारत में क्रिप्टो करेंसी

2022 के केंद्रीय बजट की घोषणा तक, भारत में क्रिप्टोकुरेंसी का भाग्य काफी हद तक अनिश्चित था।

बजट में, भारतीय वित्त मंत्री ने आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण पर 30% tax की घोषणा की है , जिसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल है, इसको शुरू में क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। इससे यह बहस छिड़ गई कि क्रिप्टोकरेंसी पर tax से पता चलता है कि सरकार ने इसे मुद्रा के वैध रूप में मान्यता दी है।

हालांकि, यह सच नहीं है लेकिन ऐसी अटकलें लगाई गई हैं कि private क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध आरबीआई की अपनी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लॉन्च के बाद होगा। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने फरवरी 2022 में इस संबंध में खुलकर कहा, कि भारत के लिए क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाना उचित है। क्या यह 2018 में क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के प्रतिबंध के समान होगा (जिसे 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पलट दिया गया था) देखा जाना बाकी है।

मुझे आशा है की क्रिप्टो करेंसी क्या है cryptocurrency in hindi meaning इसको हम आसान भाषा में बताने सफल हुए होंगे अगर आप को इससे कुछ सीखने को मिला होगा आप इसे share और comment जरूर करें।

क्या है डिजिटल रुपया | What is RBI Digital Rupee in Hindi

What is RBI Digital Rupee in Hindi – भारतीय रिजर्व बैंक ने आम जनता को राहत देने के लिए एक बड़ी जानकारी दी है. दरअसल लोगो को पॉकेट में कैश लेकर चलने में काफी परेशानी होती है. जिनसे अक्सर नोटों का गुम हो जाना, कटे फटे होने की कई समस्या आती है. लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर 2022 को डिजिटल रुपया की पायलट लॉन्च शुरू कर दी है. यानि जिस नोट को हम छु सकते थे वो अब डिजिटल होने जा रही है. फ़िलहाल अभी इसका उपयोग सरकारी सुरक्षा के लेनदेन में किया जाएगा और यह सिर्फ होलसेल बिजनेस के लिए होगा. पायलट का हिस्सा नौ बैंकों ने लिया है. तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिजिटल रुपया (What is RBI Digital Rupee in Hindi) क्या है, डिजिटल रुपया और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर और डिजिटल रुपया से होने वाले लाभ के बारें में पूरी जानकरी देने वाले है.

What is RBI Digital Rupee in Hindi

Table of Contents

क्या है डिजिटल रुपया (What is RBI Digital Rupee in Hindi)

केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (RBI Digital Currency) यानि भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किए गए करेंसी नोटों का एक डिजिटल रूप है, डिजिटल रुपया एक इलेक्ट्रॉनिक करेंसी है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. जिसका उपयोग बिना कैश और कांटेक्ट लेस लेनदेन में किया जा सकता है. आप इस डिजिटल करेंसी को कागज के नोटों से भी बदल सकते हैं. यह एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक कैश होता है जिससे कोई भी ट्रांजैक्शन को आसानी से ट्रैक भी किया जा सकता है. फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2022 पेश करते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही अपनी डिजिटल रुपया लेकर आने वाला है.

इन 9 बैंक में होगा डिजिटल रुपया का लेनदेन

आरबीआई ने कहा है कि भारत के नौ बैंक जिनमे भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India), यस बैंक (Yes Bank), बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda), एचएसबीसी (HSBC), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) डिजिटल रुपये की भागीदारी में हिस्सा लेंगे.

दो तरह से लॉन्च होंगे डिजिटल रुपया

  • होलसेल ट्रांजैक्शन – होलसेल ट्रांजैक्शन के अंतर्गत बड़े ट्रांजैक्शन होंगे जिसकी शूरुआत 1 नवंबर से हो गई है.
  • रिटेल ट्रांजैक्शन – यह ट्रांजैक्शन आम जनता के लिए होगा फ़िलहाल अभी इसकी शुरुआत नही हुई.

डिजिटल रुपया और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर (Difference Between Digital Rupee And Cryptocurrency)

क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डीसेंट्रलाइज्ड डिजिटल संपत्ति और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित विनिमय का माध्यम है. क्रिप्टोक्यूरेंसी बैंक या किसी तरह की संस्थानों द्वारा संचालन नही किया जाता है. यह पूरी तरह से डीसेंट्रलाइज्ड पर आधारित है लेकिन डिजिटल रुपया भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाएगा. इसका संचालन आरबीआई करेगा. डिजिटल रुपया में एक लीगल टेंडर होगा. इसमें बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह कोई क्वांटिटी लिमिट नही होगी. इसके माध्यम से आप लेनदेन आसानी से कर सकते हो.

डिजिटल रुपया से होने वाले लाभ (Benefits of Digital Rupee)

नकद लेन-देन को कम करने के लिए सरकार द्वारा डिजिटल रुपया की शुरुआत की गई है. इसके होने वाले लेनदेन को सरकार द्वारा आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. अनधिकृत लेनदेन से सरकार की नज़रों से बचना असंभव हो जाएगा. इस प्रकार के ट्रांजैक्शन को देश में प्रासंगिक कानूनों के अधीन किया जाएगा. सरकार का डिजिटल रुपया पर बेहतर कंट्रोल होगा कि पैसा देश में कैसे आता है और कैसे जाता है. जो उन्हें भविष्य के लिए बेहतर बजट और आर्थिक योजनाओं को बनाने में मदद करेगा. डिजिटल रुपया के होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कटे, फटे और जले नोटों से छुटकारा मिलेगा और खोने और साथ लेकर चलने में राहत मिलेगी.

निष्कर्ष– आज के इस लेख में हमने आपको बताया डिजिटल रुपया (What is RBI Digital Rupee in Hindi) क्या है, डिजिटल रुपया और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर और डिजिटल रुपया से होने वाले लाभ के बारें. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी.

FAQ

Q : इंडिया की डिजिटल करेंसी क्या है?
Ans : ई-रुपया

Q : डिजिटल रुपया लॉन्च कब हुआ?
Ans : 1 नवंबर 2022 को

Q : डिजिटल रुपया कैसे खरीदें
Ans : डिजिटल रुपया आप ऑनलाइन किसी भी बैंक की जरिए खरीद सकते है.

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