विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय अंश पूँजी बाजार, करेंसी बाजार, व्युत्पत्ति बाजार और निगम ऋण बाजार की भूमिका, संरचना और कार्यों का विवरण दे सकेंगे। होता है। इस पूँजी बाजार के अवयव होते हैं: स्टाक या अंश (शेयर) बाजार, ऋण बाजार, व्युत्पत्ति बाजार, विदेशी विनिमय बाजार और वस्तु बाजार ।
रुपया तीन पैसे चढ़कर 81.68 प्रति डॉलर पर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता रहा और पिछले कुछ सत्रों में उतार-चढ़ाव कम रहा। पिछले कुछ सत्रों में बढ़त के बाद यूरो और पाउंड आज नीचे चले गए। कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच सुरक्षित निवेश में खरीदारी के कारण येन में तेजी आई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि रुपया एक दिशा में बढ़ेगा और 81.40 और 82.05 प्रति डॉलर के दायरे में रहेगा।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 105.59 पर रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 3.10 प्रतिशत घटकर 81.04 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 211.16 अंक बढ़कर 62,504.80 अंक पर बंद हुआ।
मुद्रा बाजार के कार्य क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमुद्रा बाजार के कार्य यह कम जोखिम, अत्यधिक तरल, अल्पकालिक उपकरणों के लिए थोक ऋण बाजार के रूप में कार्य करता है। यह अल्पकालिक तरलता, अधिशेष और घाटे को दूर करने के लिए एक तंत्र प्रदान करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इस प्रक्रिया में मौद्रिक नीति के कामकाज की सुविधा प्रदान करता है।
इसे सुनेंरोकेंऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार करने के सबसे बड़े लाभों में से एक बाजार निर्माता के साथ सीधे व्यापार करने की क्षमता है। एक प्रतिष्ठित विदेशी मुद्रा दलाल व्यापारियों को स्ट्रीमिंग, निष्पादन योग्य मूल्य प्रदान करेगा। सांकेतिक कीमतों और निष्पादन योग्य कीमतों के बीच अंतर करना महत्वपूर्ण है।
विदेशी मुद्रा बाजार में भाग लेने वाले कौन हैं समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी मुद्रा बाजार, विश्व की मुद्राओं के क्रय-विक्रय (व्यापार) का बाजार है जो विकेन्द्रित, चौबीसों घंटे चलने वाला, काउन्टर पर किया जाने वाले (over the counter) कारोबार है। अन्य वित्तीय बाजारों की अपेक्षा यह बहुत नया है और पिछली शताब्दी में सत्तर के दशक में आरम्भ हुआ।
विदेशी मुद्रा व्यापार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी मुद्रा (एफएक्स) एक बाज़ार है जहाँ कई राष्ट्रीय मुद्राओं का कारोबार होता है। यह सबसे अधिक तरल और सबसे बड़ा हैमंडी दुनिया भर में हर दिन खरबों डॉलर का आदान-प्रदान हो रहा है।
इसे सुनेंरोकेंविदेशी विनिमय बाजार एक विकेन्द्रीकृत वैश्विक बाजार है जहां सभी दुनिया की मुद्राओं का कारोबार होता है एक दूसरे, और व्यापारी मुद्राओं के मूल्य परिवर्तन से लाभ या हानि बनाते हैं। विदेशी मुद्रा बाजार को विदेशी मुद्रा बाजार, FX या मुद्रा ट्रेडिंग मार्केट के रूप में भी जाना जाता है।
विदेशी विनियम से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी विनिमय को विस्तृत अर्थों में स्पष्ट करते हुए एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटानिका में लिखा है कि “विदेशी विनिमय वह प्रणाली है जिसके द्वारा व्यापारिक राष्ट्र पारस्परिक ऋणों का भुगतान करते हैं।” इस प्रकार ऐसे साधन जिनका उपयोग अंतर्राष्ट्रीय भुगतान में किया जाता है, विदेशी विनिमय कहलाता है।
पूंजी बाजार का नियामक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में पूंजी बाजार के लिए नियामक संस्था सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) है।
इसे सुनेंरोकेंविकसित मुद्रा बाजार की एक और विशेषता यह है कि इसमें एक एकीकृत ब्याज दर संरचना है। ब्याज दरें जो विभिन्न उप-बाजारों में प्रबल होती हैं, एक-दूसरे के साथ एकीकृत होती हैं। इसे स्पष्ट करने के लिए, अलग-अलग उप-बाजारों के मामलों में मौजूद ब्याज दरों में समान अनुपात में बदलाव के कारण बैंक दर में परिवर्तन होता है।
विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार क्या है?
विदेशी मुद्रा बाजार में डालर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत
मुंबई। बैंकरों और निर्यातकों की डालर बिकवाली से अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में शुक्रवार को डालर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत रहा। कारोबार की समाप्ति पर एक डालर की कीमत 70.82 रुपए रही।
कारोबार की शुरुआत में रुपए पर दबाव था और विनिमय दर छह पैसे बढ़कर 70.98 रुपए हो गई । बाद में डालर की आमद बढ़ने से रुपए को मजबूती मिली और गत दिवस की तुलना में एक डालर की कीमत 10 पैसे गिरकर 70.82 रुपए रह गई ।
सत्र के दौरान डालर का उच्च भाव 70.99 तक गया । विश्व की अन्य मुद्राओं की तुलना में डालर के कमजोर पड़ने और शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन तेजी से रुपए को मजबूती मिली ।
Forex Market : शुरुआती कामकाज में रुपया मजबूत, डॉलर के मुकाबले 28 पैसे बढ़कर 79.25 पर पहुंचा
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
विदेशी मुद्रा बाजार यानी फॉरेक्स मार्केट में आज शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत रहा। यह 28 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 79.25 पर पहुंच गया। इसकी वजह डॉलर में गिरावट और विदेशी फंडों की आवक बढ़ना रही।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार क्या है? 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
विस्तार
विदेशी मुद्रा बाजार यानी फॉरेक्स मार्केट में आज शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत रहा। यह 28 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 79.25 पर पहुंच गया। इसकी वजह डॉलर में गिरावट और विदेशी फंडों की आवक बढ़ना रही।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.30 पर खुला और फिर शुरुआती सौदों में 79.25 का स्तर छू गया। इस तरह इसमें सोमवार के बंद भाव की तुलना में 28 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 79.53 पर बंद हुआ था।
कच्चा तेल टूटकर 93 डॉलर, शेयर बाजार में उछाल
उधर, वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा सौदों में 0.21 फीसदी गिरकर 93.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स 292.69 अंक या 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 60,407.82 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.25 अंक या 0.52 फीसदी बढ़कर 18,029.60पर पहुंच गया। शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक खरीदार बने हुए हैं। सोमवार को उन्होंने 2,049 करोड़ करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदी की।
छत्रपति शिवाजी जयंती पर अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार आज बंद
कारोबारियों ने बताया कि अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में गुरुवार से सामान्य कारोबार होगा. मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे लुढ़ककर करीब तीन सप्ताह के निम्न स्तर 71.54 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे लुढ़ककर करीब तीन सप्ताह के निम्न स्तर 71.54 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. इसके अलावा, विदेशी फंडों की विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार क्या है? तरफ से बाजार से पैसा निकालने तथा शेयर बाजार की सुस्ती के विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार क्या है? कारण भी रुपये पर दबाव बढ़ गया था. कोरोना वायरस को लेकर जारी आर्थिक चिंताओं से भी घरेलू मुद्रा पर दबाव बढ़ गया था.