स्वैप के उपयोग क्या हैं?

क्या है बंबल ऐुप, जिसका इस्तेमाल करता था आफताब, क्या कोई खतरा है इससे?
श्रद्धा मर्डर केस (Shraddha Murder Case) में पुलिस सबूतों की तलाश में जुटी हुई है और इस मामले में रोज नए खुलासे भी हो रहे हैं. आफताब पूनावाला (Aftaab Poonawala) ने इस हत्या को कैसे अंजाम दिया, इस पर तो बहस हो ही रही है, हमारे समाज स्वैप के उपयोग क्या हैं? में लिवइन रिलेशनशिप, सोशल मीडिया पर डेटिंग, जैसे कई विषयों पर एक भी बहस हो रही है कि बदलते परिवेश में सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए कि इस तरह के अपराधों को होने से रोका जाए. इस मामले में आफताब ने श्रद्धा से मिलने के लिए बंबल नाम का डेटिंग ऐप (Bumble Dating App) का उपयोग किया था. इससे लोगों में इस डेटिंग ऐप के बारे में जानने का कौतूहल भी पैदा हो गया है.
बंबल ऐप के जरिए ही हुई थी मुलाकात
आफताब ने श्रद्धा से बंबल डेटिंग ऐप के जरिए ही दोस्ती की थी जहां दोनों की पहली बार मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों मुंबई में मिले और लिव इन में रहने का फैसला कर लिया और इसके बाद दिल्ली में आकर एक फ्लैट में रहने लगे जहां आफताब ने बेरहमी से श्रद्धा का कत्ल कर दिया और उसकी लाश के टुकड़े जगह जगह पर फेंक दिए.
क्या है बंबल ऐप
दरअसल बंबल एक स्थानीय आधारित डेटिंग और नेटवर्किंग ऐप है. इसे साल 2014 में टिंडर के ही पूर्व एक्जीक्यूटिव ने लॉन्च किया था. यह ऐप बिलकुल टिंडर की ही तरह है जहां कोई व्यक्ति कई लोगों की प्रोफाइल देख कर अपनी पसंद का साथी या दोस्त चुन सकता है. इसके लिए यूजर को पसंद आ चुकी प्रोफाइल पर पर केवल राइट स्वाइप करना होता है जबकि प्रोफाइल पसंद ना आने पर लेफ्ट स्वाइप करना होता है.
पाश्चात्य शैली की देन हैं डेटिंग ऐप
पश्चिमी संस्कृति में सोशल मीडिया में लोगों में अकेलापन एक बहुत बड़ी समस्या है. वहां जनसंख्या कम होती है और एकल परिवार होने के साथ ही व्यस्त जीवनशैली के कारण लोगों को आपस में मिलना जुलना बहुत कम होता है. इसलिए वहां दोस्ती वाले ऐप बहुत ज्यादा इस्तेमाल होते हैं. इसके अलावा अमेरिका यूरोप में तो लिवइन रिलेशनशिप बहुत ही समान्य सी बात है. लेकिन यह सब भारतीय समाजों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है.
सोशल मीडिया (Social Media) के उपयोग का चलन महानगरों में ज्यादा बढ़ा है. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
भारत में क्यों पनप रहे हैं ऐसे ऐप
लेकिन भारत के महानगरों में पश्चिमी जीवनशैली तेजी से पनप रही है. यही वजह है कि मुंबई, बेंगलुरू जैसे देश के बड़े महानगरों में डेटिंग ऐप भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं. कुछ साल पहले टिंडर नाम का एप ही एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में मशहूर था जिस पर डेटिंग की जा सकती थी, लेकिन पिछले कुछ समय से बंबल तेजी से टिंडर का विकल्प बनकर उभरा हुआ है और लोकप्रिय भी हुआ है.
कैसे बनती है जोड़ी
बंबल ऐप पर एक जोड़ा तभी बनता है जब दो यूजर एक दूसरो को राइट स्वैप करते हैं. यानि दो लोगों की सहमति होने पर ही वे आपस में दोस्त या जोड़ीदार बन सकते हैं. इसके बाद आपस में संदेशों का आदान प्रदान कर सकते हैं. इसके अलावा बंबल आपको जेंडर चुनने का विकल्प भी देता है. इसके तीन मोड होते हैं. डेटिंग, दोस्ती और बिजनेस नेटवर्किंग.
मोबाइल में डेटिंग ऐप (Dating App) से जुड़ना बहुत ही आसान होता है. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
अकाउंट खोलना भी है आसान
बंबल ऐप में 18 साल की उम्र के ऊपर का हर शख्स अकाउंट खोल सकता है. आप अपने फोन नंबर, फेसबुक अकाउंट आ एप्पल लॉगइन के जरिए भी शुरुआत कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी तस्वीर भी अपलोड करनी होगी और एक प्रोफाइल बनानी होगी. फिर किसी अन्य व्यक्ति में दिलचस्पी होने पर उसकी तस्वीर को राइट स्वैप करना होगा.
इसके अलावा आपको कुछ डीटेल भी भरने होंगे और 300 शब्दों या उससे कम का एक बायो भी लिखना होगा. यदि आपके द्वारा राइट स्वैप किए गए प्रोफाइल वाले व्यक्ति ने भी राइट स्वैप नहीं किया तो जोड़ी 24 घंटे में एक्सपायर हो जाएगी. लेकिन आपको सामने वाले को मौका देने के लिए अतिरिक्त 24 घंटे देने का भी मौका मिलेगा. इतना ही नहीं बंबल प्रोफाइल का वेरिफिकेशन भी बहुत आसान है. यहां आप किस मोड में इसका इससे कोई संबंथ नहीं हैं. वेरिफिकेशन के लिए आपको एक सेल्फी लेनी होगी जब कहा जाए. बंबल यह सुनिश्चित करता है कि सेल्फी आपकी अन्य प्रोफाइल तस्वीर से मेल ना खाए यह बहुत जरूरी है.
स्वैप के उपयोग क्या हैं?
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रागण , निषेचन तथा भ्रूणपोष व भ्रूण का परिवर्धन
स्वपरागण के लाभ एवं हानियाँ लि .
Updated On: 27-06-2022
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Solution : स्वपरागण के लाभ (Advantages of self pollination)
(i) इसमें अधिक संख्या में स्वैप के उपयोग क्या हैं? परागकणों की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि परागकणों का व्यर्थ व्यय अधिक नहीं होता है।
(ii) स्वपरागण की क्रिया सरल व सुलभ होती है।
(iii) स्वपरागण से उत्पन्न बीज शुद्ध नस्ली (Pure variety) होते हैं।
(iv) पुष्पों को रंग, सुगंध तथा मकरन्द स्रावित करने की आवश्यकता नहीं होती है।
(v) स्वपरागण के अवसर अधिक होते हैं।
स्वपरागण की हानियाँ (Disadvantage of Self Pollination)
(i) स्वपरागण से उत्पन्न बीजों में संकर ओज (Hybrid vigoun) कम होता है।
(ii) स्वपरागित पुष्पों से उत्पन्न बीज संख्या में कम, हल्के व छोटे होते
(iii) परागण के बाद उत्पन्न पौधों में अच्छे व स्वस्थ पौधों के गुणों का सम्मिश्रण नहीं हो पाता है।
(iv) इस परागण से उत्पन्न पौधे दुर्बल व अस्वस्थ होते हैं।
(v) पादप विकास की सम्भावनाएँ कम हो जाती हैं।
Step by step video solution for [object Object] by Biology experts to help you in doubts & scoring excellent marks in Class 12 exams.
Toyota Innova HyCross में SUV का रुख होगा, नया टीज़र कहता है
बिल्कुल-नई Toyota Innova HyCross की बुकिंग 25 नवंबर 2022 से शुरू होगी। लॉन्च से पहले, Toyota Kirloskar Motors Limited (TKML) ने बिल्कुल-नई Innova HyCross दिखाते हुए एक वीडियो टीज़र जारी किया है। यहाँ, एक नज़र डालें।
MPV या क्रॉसओवर?
जैसा कि टीज़र इंगित करता है, Innova HyCross एक MPV की तुलना में अधिक क्रॉसओवर होगी, और Toyota India ने स्पष्ट रूप से नए वाहन के लिए एक SUV रुख का संकेत दिया है। वास्तव में, यह एक प्रमुख कारण है कि नई Toyota को Innova HyCross कहा जाएगा, जिसमें क्रॉस वाहन के लिए एक क्रॉसओवर स्थिति को दर्शाता है। पर्याप्त ग्राउंड क्लीयरेंस की संभावना है और आगे और पीछे एक आक्रामक दिखने वाली स्टाइल भी है।
पिछले हफ्ते के एक लीक हुए स्पाईशॉट से हमें स्टाइल के मामले में Toyota Innova HyCross से क्या उम्मीद की जा सकती है, इसकी एक स्पष्ट तस्वीर मिलती है। रैपअराउंड हेडलैम्प्स, एक प्रमुख हेक्सागोनल ग्रिल, फ्लेयर्ड व्हील आर्च और सी-पिलर से परे एक हंकर्ड स्टांस प्रमुख आकर्षण हैं जो HyCross को एक क्रॉसओवर का रुख देने के लिए एक साथ आएंगे। शायद यही कारण है कि Toyota ने नए HyCross के साथ भारत में Innova Crysta की बिक्री जारी रखने की योजना बनाई है।
ऐसा लगता है कि Innova Crysta को एक आउट-एंड-आउट MPV के रूप में बनाए रखा जाएगा, जबकि HyCross उस जगह को पाट देगी जो वर्तमान में Innova Crysta और अधिक महंगी Fortuner के बीच मौजूद है। इस प्रक्रिया में, कई Innova Crysta खरीदार HyCross में शिफ्ट हो सकते हैं लेकिन जब तक वे परिवार के भीतर हैं, Toyota को इससे कोई आपत्ति नहीं होगी। HyCross उन खरीदारों की एक नई फसल को भी आकर्षित कर सकता है जो शोधन, विश्वसनीयता और स्थायित्व को महत्व देते हैं – जो Toyota के लिए प्रसिद्ध हैं।
Strong Petrol Hybrid > Diesel
इन बड़े सेलिंग पॉइंट्स के साथ, Toyota Innova HyCross को बेस्ट-इन-क्लास टेक्नोलॉजी से भी फायदा होगा। एक मजबूत हाइब्रिड पेट्रोल इंजन जो डीजल की असाधारण ईंधन दक्षता के साथ पेट्रोल इंजन का शोधन और तत्काल पिकअप प्रदान करता है, ऐसा ही एक पहलू होगा। एक पूर्ण-इलेक्ट्रिक मोड जो HyCross को छोटी दूरी के लिए इलेक्ट्रिक कार के रूप में उपयोग करने की अनुमति देगा, एक और बड़ा प्लस होगा।
सर्वश्रेष्ठ Innova, कभी!
Innova HyCross, Innova लाइन-अप से अलग होगी। यह Innova बैज वाला पहला वाहन होगा जिसमें लैडर फ्रेम को हटाकर मोनोकॉक चेसिस का इस्तेमाल किया जाएगा। यह इसे बहुत हल्का और ड्राइव करने के लिए कार जैसा बनाना चाहिए। एक और बदलाव यह है कि बेहतर ईंधन दक्षता के लिए रियर व्हील ड्राइव लेआउट को फ्रंट व्हील ड्राइव स्वैप के उपयोग क्या हैं? लेआउट के लिए स्वैप किया जाएगा।
ऑफर पर कई नई सुविधाएं भी होंगी। HyCross पर पैनोरमिक सनरूफ – ऐसा फीचर जो पहले कभी किसी Innova में नहीं देखा गया – पेश किया जाएगा। HyCross एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) की पेशकश करने वाली भारत की पहली Toyota भी होगी। स्पष्ट रूप से, बिलकुल नई Innova HyCross से बहुत कुछ उम्मीद की जा सकती है। Toyota 25 नवंबर, 2022 को भारत में इस क्रॉसओवर का अनावरण करेगी, इसके बाद जनवरी की शुरुआत में 2023 इंडियन ऑटो एक्सपो में लॉन्च किया जाएगा।
क्या है बंबल ऐुप, जिसका इस्तेमाल करता था आफताब, क्या कोई खतरा है इससे?
श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha Murder Case) में आफताब (Aftaab Poonawala) और श्रद्धा की मुलाकात पहले बंबल ऐप (Bumble App) के जरिए हुई थी. यह एक डेटिंग ऐप है जो पिछले कुछ समय से लोकप्रिय हुआ है. इस ऐप पर मिलने के बाद श्रद्धा और आफताब दोनों लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगे थे. लेकिन दोनों ही मुंबई छोड़ कर दिल्ली में रहने लगे थे जहां आफताब ने श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल कर दिया था. इस केस के साथ बंबल ऐप भी खूब सुर्खियों में है.
- News18 हिंदी
- Last Updated : November 18, 2022, 13:38 IST
हाइलाइट्स
श्रद्धा और आफताब पहली बार बंबल ऐप पर ही मिले थे.
इसके बाद ही वे लिवइन में रहने लगे थे जब श्रद्धा की आफताब ने हत्या की थी.
इस हत्याकांड के बाद से बंबल डेटिंग ऐप की खूब चर्चा हो रही है.
श्रद्धा मर्डर केस (Shraddha Murder Case) में पुलिस सबूतों की तलाश में जुटी हुई है और इस मामले में रोज नए खुलासे भी हो रहे हैं. आफताब पूनावाला (Aftaab Poonawala) ने इस हत्या को कैसे अंजाम दिया, इस पर तो बहस हो ही रही है, हमारे समाज में लिवइन रिलेशनशिप, सोशल मीडिया पर डेटिंग, जैसे कई विषयों पर एक भी बहस हो रही है कि बदलते परिवेश में सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए कि इस तरह के अपराधों को होने से रोका जाए. इस मामले में आफताब ने श्रद्धा से मिलने के लिए बंबल नाम का डेटिंग ऐप (Bumble Dating App) का उपयोग किया था. इससे लोगों में इस डेटिंग ऐप के बारे में जानने का कौतूहल भी पैदा हो गया है.
बंबल ऐप के जरिए ही हुई थी मुलाकात
आफताब ने श्रद्धा से बंबल डेटिंग ऐप के जरिए ही दोस्ती की थी जहां दोनों की पहली बार मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों मुंबई में मिले और लिव इन में रहने का फैसला कर लिया और इसके बाद दिल्ली में आकर एक फ्लैट में रहने लगे जहां आफताब ने बेरहमी से श्रद्धा का कत्ल कर दिया और उसकी लाश के टुकड़े जगह जगह पर फेंक दिए.
क्या है बंबल ऐप
दरअसल बंबल एक स्थानीय आधारित डेटिंग और नेटवर्किंग ऐप है. इसे साल 2014 में टिंडर के ही पूर्व एक्जीक्यूटिव ने लॉन्च किया था. यह ऐप बिलकुल टिंडर की ही तरह है जहां कोई व्यक्ति कई लोगों की प्रोफाइल देख कर अपनी पसंद का साथी या दोस्त चुन सकता है. इसके लिए यूजर को पसंद आ चुकी प्रोफाइल पर पर केवल राइट स्वाइप करना होता है जबकि प्रोफाइल पसंद ना आने पर लेफ्ट स्वाइप करना होता है.
पाश्चात्य शैली की देन हैं डेटिंग ऐप
पश्चिमी संस्कृति में सोशल मीडिया में लोगों में अकेलापन एक बहुत बड़ी समस्या है. वहां जनसंख्या कम होती है और एकल परिवार होने के साथ ही व्यस्त जीवनशैली के कारण लोगों को आपस में मिलना जुलना बहुत कम होता है. इसलिए वहां दोस्ती वाले ऐप बहुत ज्यादा इस्तेमाल होते हैं. इसके अलावा अमेरिका यूरोप में तो लिवइन रिलेशनशिप बहुत ही समान्य सी बात है. लेकिन यह सब भारतीय समाजों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है.
सोशल मीडिया (Social Media) के उपयोग का चलन महानगरों में ज्यादा बढ़ा है. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
भारत में क्यों पनप रहे हैं ऐसे ऐप
लेकिन भारत के महानगरों में पश्चिमी जीवनशैली तेजी से पनप रही है. यही वजह है कि मुंबई, बेंगलुरू जैसे देश के बड़े महानगरों में डेटिंग ऐप भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं. कुछ साल पहले टिंडर नाम का एप ही एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में मशहूर था जिस पर डेटिंग की जा सकती थी, लेकिन पिछले कुछ समय से बंबल तेजी से टिंडर का विकल्प बनकर उभरा हुआ है और लोकप्रिय भी हुआ है.
कैसे बनती है जोड़ी
बंबल ऐप पर एक जोड़ा तभी बनता है जब दो यूजर एक दूसरो को राइट स्वैप करते हैं. यानि दो लोगों की सहमति होने पर ही वे आपस में दोस्त या जोड़ीदार बन सकते हैं. इसके बाद आपस में संदेशों का आदान प्रदान कर सकते हैं. इसके अलावा बंबल आपको जेंडर चुनने का विकल्प भी देता है. इसके तीन मोड होते हैं. डेटिंग, दोस्ती और बिजनेस नेटवर्किंग.
मोबाइल में डेटिंग ऐप (Dating App) से जुड़ना बहुत ही आसान होता है. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
अकाउंट खोलना भी है आसान
बंबल ऐप में 18 साल की उम्र के ऊपर का हर शख्स अकाउंट खोल सकता है. आप अपने फोन नंबर, फेसबुक स्वैप के उपयोग क्या हैं? अकाउंट आ एप्पल लॉगइन के जरिए भी शुरुआत कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी तस्वीर भी अपलोड करनी होगी और एक प्रोफाइल बनानी होगी. फिर किसी अन्य व्यक्ति में दिलचस्पी होने पर उसकी तस्वीर को राइट स्वैप करना होगा.
इसके अलावा आपको कुछ डीटेल भी भरने होंगे और 300 शब्दों या उससे कम का एक बायो भी लिखना होगा. यदि आपके द्वारा राइट स्वैप किए गए प्रोफाइल वाले व्यक्ति ने भी राइट स्वैप नहीं किया तो जोड़ी 24 घंटे में एक्सपायर हो जाएगी. लेकिन आपको सामने वाले को मौका देने के लिए अतिरिक्त 24 घंटे देने का भी मौका मिलेगा. इतना ही नहीं बंबल प्रोफाइल का वेरिफिकेशन भी बहुत आसान है. यहां आप किस मोड में इसका इससे कोई संबंथ नहीं हैं. वेरिफिकेशन के लिए आपको एक सेल्फी लेनी होगी जब कहा जाए. बंबल यह सुनिश्चित करता है कि सेल्फी आपकी अन्य प्रोफाइल तस्वीर से मेल ना खाए यह बहुत जरूरी है.
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What is Full Form of ATM : एटीएम का फुल फॉर्म क्या है? जानने के लिए यहां क्लिक करें
What is Full Form of ATM : ATM के आने पहले बैंकों से पैसा निकालने किए लोगों को लंबी कतार में लगनी पड़ती थी, लेकिन एटीएम मशीन की इजाद ने लोगों को इस परेशानी से छुटकारा दिला दिया। लेकिन क्या आप इस अज़ीम इंवेंशन की तारीख जानते है और ये कि ATM के इन्वेंटर का भारत से कनेक्शन है। ये छोड़ियए हो सकता है कि आपको इसका ठीक फुल फॉर्म तक का पता न हो। लेकिन क्या आप जानते हैं की ATM का Full Form क्या है?
एटीएम का फुल फॉर्म क्या है? ये सवाल अक्सर बहुत से competitive परीक्षाओं में पूछा जाता है, वहीँ सही जानकारी के अभाव होने के कारण बहुत से उम्मीदवार यहीं मात खा जाते हैं और इस सवाल का जवाब नहीं दे पाते हैं। इस पोस्ट में, हम ATM के Full Form और ATM से संबंधित जानकारी के बारे में जानेंगे। हम में से बहुत से लोग सोचते हैं कि ATM फुल फॉर्म Any Time Money होता है लेकिन यह सही नहीं है। आज हम एटीएम का फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
What is Full Form of Atm : ATM को दुनिया के अन्य हिस्सों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। कनाडा में, एटीएम को ABM (Automatic Banking Machine) के रूप में भी जाना जाता है। स्वैप के उपयोग क्या हैं? अन्य देशों में, Cash Point, Cash Machine, Mini Bank और “Hole in the wall” शब्द का उपयोग किया जाता है।
इसलिए आज मैंने सोचा की क्यों न आप लोगों को एटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है? का सही जवाब बता ही दिया जाये जिससे आगे आपको कभी इस सवाल को लेकर tension नहीं होगी। तो फिर चलिए शुरू करते हैं।
What is Full Form of ATM : एटीएम का पूरा नाम क्या है
ATM का फुल फॉर्म होता है “Automated Teller Machine“।
यदि इसकी हम विश्लेसन करें तब हम पाएंगे,
A – Automated
T – Teller
M – Machine
What is Full Form of ATM : एटीएम का फुल फॉर्म क्या है? ATM क्या है?
ATM एक electronic telecommunications device है जिसका उपयोग वित्तीय लेनदेन जैसे कि नकद निकासी, जमा, Fund Transfer और अन्य बैंक से संबंधित किसी भी समय लेनदेन के लिए किया जाता है। यह बैंकिंग प्रक्रिया को बहुत आसान बनाता है क्योंकि ये मशीनें Automatic हैं और बैंक कर्मचारियों के साथ सीधे बातचीत की कोई आवश्यकता नहीं है।
एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी में (Full form of ATM in Hindi)
चलिए अब जानते हैं की ATM का Full Form हिंदी में क्या होता है।
ए – स्वचालित
टी – टेलर
म – मशीन
ATM के Parts क्या हैं?
ATM में दो प्रकार के उपकरण होते हैं जो Users को आसानी से इसका उपयोग करने में मदद करते हैं।
What is Full Form of ATM : ATM कैसे काम करता है?
ATM का कामकाज शुरू करने के लिए, आपको एटीएम मशीनों के अंदर प्लास्टिक एटीएम कार्ड डालने होंगे। कुछ मशीनों में आपको अपने कार्ड drop करने पड़ते हैं, कुछ मशीनें कार्ड स्वैप करने की अनुमति देती हैं। जैसा कि मैं पहले ही बता चुका हूं इन ATM Card में एक Magnetic पट्टी के रूप में आपके Account का विवरण और अन्य सुरक्षा जानकारी होती है।
What is Full Form of ATM : ATM के प्रकार
चलिए अब ATM के प्रकारों के बारे में जानते हैं।
Online ATM : इस प्रकार का ATM बैंक के डेटाबेस से 24 घंटे जुड़ा रहता है। आप अपने खाते में मौजूद शेष राशि से अधिक नहीं निकाल सकते।
Offline ATM : यह बैंक के डेटाबेस से जुड़ा नहीं होता है। यहां तक कि अगर आपके पास आपके खाते में आवश्यक राशि नहीं है, तो आप इसे निकाल पाएंगे, इसके लिए बैंक कुछ जुर्माना लगा सकता है।
On Site ATM : बैंक परिसर के अंदर के एटीएम को ऑनसाइट एटीएम के रूप में जाना जाता है।
Off Site ATM : बैंक परिसर के अंदर विभिन्न स्थानों पर स्थित एटीएम को ऑफसाइट एटीएम के रूप में जाना जाता है।
White Label ATM : Non-Banking Financial Companies द्वारा स्थापित किए गए ATM को व्हाइट लेबल एटीएम के रूप में जाना जाता है।
Yellow Label ATM: Yellow Label ATM, E-Commerce reasons के लिए प्रदान किए जाते हैं।
Brown Label ATM : इस प्रकार के एटीएम के हार्डवेयर और एटीएम मशीन के पट्टे पर एक Service Provider का Ownership होता है, लेकिन Banking Network के लिए Cash Management और Connectivity एक बैंक द्वारा प्रदान की जाती है।
Orange Label ATM : ये एटीएम Share Transaction के लिए प्रदान किए जाते हैं।
Pink Label ATM : ये एटीएम केवल महिलाओं के लिए प्रदान किए जाते हैं।
Green Label ATM : ये एटीएम कृषि लेनदेन के लिए प्रदान किए जाते हैं।