फॉरेक्स ब्रोकर क्या है

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? कैसे शुरू करें।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से भले ही आप परिचित हों या नहीं, लेकिन लाभ प्राप्त करने का यानिकी निवेश से कमाई करने का यह भी एक शानदार तरीका है। इसलिए इसे समझने से पहले हमें यह समझना होगा की प्रत्येक देश की अपनी अलग अलग मुद्रा होती है। और प्रत्येक राष्ट्र की मुद्रा एक दुसरे के मुकाबले मूल्य के आधार पर कमजोर एवं मजबूत होती है। कहने का अभिप्राय यह है की इस वैश्वीकरण के युग में पूरी दुनिया में कहीं भी बिजनेस किया जा सकता है और इन्टरनेट ने इसे और आसान बना दिया है।
आज व्यक्ति चाहे तो भारत में बैठे बैठे विदेशी मुद्रा जैसे डॉलर, यूरो, पौंड इत्यादि कमा सकता है यह सब इन्टरनेट के कारण मुमकिन हुआ है। खैर इस लेख में हम केवल फॉरेक्स ट्रेडिंग पर ही अपना ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करेंगे। वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में फोरेक्स ट्रेडिंग भी कमाई करने का एक माध्यम बन सकता है। लेकिन यह कार्य व्यक्ति केवल किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही कर सकता है। हालांकि विभिन्न देशों की मुद्राओं के प्रति हमारा आकर्षण बचपन से ही पैदा हो जाता है।
इसलिए यदि हमारे पास भारत के अलावा किसी अन्य देश की मुद्रा कभी आती है तो हम उसे संग्रहित करना शुरू कर देते हैं। वयस्क होने पर मुद्राओं के प्रति यही आकर्षण हमें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में और जानने को उत्सुक करता है। लोगों की इसी उत्सुकता को ध्यान में रखते हुए आज हम फॉरेन करेंसी एक्सचेंज ट्रेडिंग के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है (What is Forex Trading in Hindi):
फॉरेक्स ट्रेडिंग में पहला शब्द फ़ॉरेक्स का अर्थ फॉरेन एक्सचेंज होता है। साधारण शब्दों में फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ एक दुसरे के बीच विभिन्न विदेशी मुद्राओं का व्यापार करना है अर्थात इस प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न देशों की मुद्राओं में उनके मूल्य के घटते बढ़ते रहने के कारण व्यापार होता है। कोई भी व्यक्ति जो विदेशों से किसी भी प्रकार का कोई सौदा करना चाहता है उसे वह सौदा खरीदने के लिए उस देश की मुद्रा की आवश्यकता हो सकती है।
चाहे कोई फॉरेक्स ब्रोकर क्या है छुट्टी पर भ्रमण करने के लिए गया हो, या फिर वह विदेश से कुछ खरीदना चाहता हो, या किसी सर्विस के लिए भुगतान कर रहा हो इत्यादि के लिए उसे उस देश की मुद्रा की फॉरेक्स ब्रोकर क्या है फॉरेक्स ब्रोकर क्या है आवश्यकता होती है। उदाहरणार्थ: अमेरिका में स्थित कॉलेज का शुल्क देने के लिए व्यक्ति को US Dollor की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि अमेरिका में स्थित कॉलेज भारतीय रूपये में फीस स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए डॉलर में भुगतान करने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति को US Dollor खरीदने होंगे।
इन्हें खरीदने के लिए व्यक्ति को उस समय निर्धारित डॉलर मूल्य के आधार पर भारतीय रुपयों में भुगतान करना होगा। बस इन्हीं आवश्यकताओं के फलस्वरूप फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत होती है जहाँ विदेशी मुद्रा की बिक्री एवं विनिमय किया जाता है। और जहाँ व्यक्ति ने भारतीय रूपये देकर US Dollor की प्राप्ति की उसे Exchange कहा जाता है। इस स्थिति में इस एक्सचेंज द्वारा US Dollor फॉरेन एक्सचेंज मार्किट से खरीदे जायेंगे। साधारण शब्दों में विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहलाती है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है ?
फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग की तरह ही है बस फर्क सिर्फ इतना है की इक्विटी ट्रेडिंग में कमाई या नुकसान के लिए शेयर का मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। तो वहीँ फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में एक्सचेंज मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए व्यक्ति अपनी अपेक्षा एवं जानकारी के अनुसार कोई भी मुद्रा खरीद सकता है। और अच्छे ढंग से समझने के लिए आप नीचे दिए गए उदाहरणों को पढ़ सकते हैं।
उदाहरणार्थ:
माना की प्रमोद नामक व्यक्ति डॉलर की बढती हुई कीमतों का लाभ उठाना चाहता है चूँकि डॉलर आज 70 रूपये पर कारोबार कर रहा है। प्रमोद को अपनी जानकारी एवं अनुभव के आधार पर लगता है की यह तीन महीनों के अन्दर अन्दर 73 रूपये तक जा सकता है। तो इस स्थिति में व्यक्ति USD खरीद सकता है और जब तीन महीने बाद यह 73 रूपये पर पहुँच जाए तो इन्हें बेच सकता है। इस प्रकार व्यक्ति प्रत्येक 1000$ पर 3000 रूपये तक की कमाई कर पाने में सफल होगा।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:
हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।
इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।
वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की फॉरेक्स ब्रोकर क्या है अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।
सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :
यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपको मार्किट की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
- यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
- स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
- प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
- ट्रेडिंग से हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
- ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।
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इनका नाम महेंद्र रावत है। इनकी रूचि बिजनेस, फाइनेंस, करियर जैसे विषयों पर लेख लिखना रही है। इन विषयों पर अब तक ये विभिन्न वेबसाइटो एवं पत्रिकाओं के लिए, पिछले 7 वर्षों में 1000 से ज्यादा लेख लिख चुके हैं। इनके द्वारा लिखे हुए कंटेंट को सपोर्ट करने के लिए इनके सोशल मीडिया हैंडल से अवश्य जुड़ें।
Forex Trading Kya Hai: क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग, जानें यहां कैसे कमा सकते हैं पैसे
What is Forex Trading: फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है। यूरो को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो डॉलर को रुपये से, यह सब फॉरेक्स यानी फॉरेन एक्सचेंज मार्केट का ही हिस्सा है। आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।
हाइलाइट्स
- फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है
- 5.3 ट्रिलियन डॉलर के दैनिक लेनदेन के साथ है दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्केट
- फॉरेक्स मार्केट में आप भी पैसे कमा सकते हैं, उसके लिए बस एक ट्रेडिंग अकाउंट चाहिए
आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है और आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं। बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनैंशल ऑर्गनाइजेशन्स की तरह। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।
फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐसे करती है काम
फॉरेक्स मार्केट में एक करंसी को दूसरी करंसी से बदला जाता है। ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात होती है एक्सचेंज रेट। मतलब एक करंसी को दूसरी करंसी से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी। आपने आमतौर पर देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की अपेक्षा इतनी है। आसान भाषा में कहें तो इस वक्त 16 नवंबर को रुपये की दर डॉलर की अपेक्षा 71.84 है यानी एक डॉलर खरीदने के लिए आपको 71.84 रुपये चुकाने होंगे।
फॉरेक्स मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसे
यहां आपको उदाहरण देते हैं जिसके जरिए आप फॉरेक्स मार्केट से पैसे कमा सकते हैं या ट्रेडिंग कर सकते हैं। आप डॉलर (USD) के बदले 1,000 यूरोज़ (EUR) लेने का मन बनाते हैं। फॉरेक्स ब्रोकर क्या है मान लीजिए कि जिस वक्त आपने यूरो खरीदे उस वक्त डॉलर/यूरो का एक्सचेंज रेट 1.45 था यानी आपको 1,000 यूरो खरीदने के लिए 1,450 डॉलर देने पड़े। कुछ समय बाद एक्सचेंज रेट में थोड़ा परिवर्तन हुआ और यह बढ़कर 1.55 हो गया। अब जब आप 1,000 यूरो बेचेंगे तो आपको 1,550 डॉलर मिलेंगे। इस तरह आपको कुल 100 डॉलर का फायदा हुआ। इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 रहा, तो आपको उन्हीं 1000 यूरो के बदले 1,350 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 100 डॉलर का नुकसान हुआ।
फॉरेक्स मार्केट में बड़े-बड़े प्लेयर्स, एजेंट्स, फाइनैंशल कंपनियां इसी तरह पैसे बनाती हैं।
क्या फॉरेक्स मार्केट का मतलब जानते हैं आप?
इंटरनेट के जरिये आप घर बैठे फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. इसे एफएक्स (FX) मार्केट भी कहते हैं
आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
इंटरनेट के जरिये आप घर बैठे फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं. लेकिन सबसे पहले आपको किसी फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरी करेंसी से बदला (एक्सचेंज) जाता है. ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा जरूरी बात है एक्सचेंज रेट. इसका मतलब है कि एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा से एक्सचेंज करने की दर क्या होगी.
आपने आमतौर पर देखा होगा कि रुपये की कीमत डॉलर की अपेक्षा इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो की तुलनी में कितनी है. उदाहरण के तौर पर अगर एक डॉलर की कीमत 70 रुपये है तो एक डॉलर के लिए आपको 70 रुपये चुकाने होंगे.
मान लीजिये डॉलर के बदले आप 1,000 यूरो लेने का मन बनाते हैं. जिस वक्त आपने यूरो खरीता उस वक्त डॉलर/यूरो का एक्सचेंज रेट 1.5 था यानी आपको 1,000 यूरो खरीदने के लिए 1,500 डॉलर देने पड़े. कुछ समय बाद एक्सचेंज रेट में थोड़ा बदलाव हुआ और यह बढ़कर 1.55 हो गया. अब जब आप 1,000 यूरो बेचेंगे तो आपको 1,550 डॉलर मिलेंगे. इस तरह आपको कुल 50 डॉलर का फायदा हुआ.
इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 रहा, तो आपको उन्हीं 1000 यूरो के बदले 1,350 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 100 डॉलर का नुकसान हुआ. इसी तरह से दूसरी करेंसी की भी खरोद-फरोख्त कर सकते हैं.
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है (What Is Forex Trading)?
आज बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में ट्रेड करते हैं। लेकिन इसमें एक टर्म फॉरेक्स ट्रेडिंग भी है। इसमें निवेश करके लोग बहुत पैसे कमा रहें है। क्या आप इस टर्म से बाकिफ़ हैं? अगर आप जानते भी हैं, तो फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है या ये लीगल है। ऐसे कई सवाल आपके दिमाग में घूमते होंगे लेकिन सबसे पहले आपको फॉरेक्स अर्थ का पता होना चाहिए। फॉरेक्स का मतलब फॉरेन एक्सचेंज है। आसान शब्दों में कहें तो ये फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब एक दूसरे के साथ विदेशी मुद्रा का व्यपार करना है। आइए आज इस विषय से जुड़ी सारी जानकारी को जानें:-
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फॉरेक्स ट्रेडिंग शेयर मार्केट (share फॉरेक्स ब्रोकर क्या है market) का एक हिस्सा है। फॉरेक्स एक्सचेंज दुनिया में ग्लोबल मार्केटिंग (global marketing) के लिए सबसे बड़ा प्लेटफ़ॉर्म है। यहां आप लगभग रोज़ाना तकरीबन 5.3 ट्रिलियन डॉलर तक का निवेश कर सकते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ी फाइनेंशल मार्केट है। अगर आप इस फॉरेक्स ट्रेडिंग के इस शब्द से बाकिफ़ नहीं है तो आपको बता दें कि फॉरेक्स ट्रेडिंग का मतलब एक दूसरे के साथ विदेशी मुद्रा का व्यापार करना है। आप चाहे तो किसी भी विदेश से अपनी मुद्रा या करंसी को एक्सचेंज करवा सकते हैं। हम जानते हैं कि आपका अगला सवाल क्या होगा? इसलिए नीचे हम भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग (forex trading in india) से जुड़ी सारी जानकारी को कवर करेंगे।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग | Forex Trading In India
आज भारत में स्टॉक मार्केट में बहुत पैसा कमा रहे हैं, इसके साथ-साथ वे अब फॉरेक्स ट्रेडिंग में भी निवेश कर अच्छा कमा रहें है। भारत में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो फॉरेक्स ट्रेडिंग को करने के लिए तैयार नहीं हैं। क्योंकि बहुत से लोगों को फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में इतनी जानकारी नहीं है जिसकी वजह से वो इसमें ट्रेड नहीं करते। तो दोस्तों Forex , जिसे विदेशी मुद्रा, एफएक्स या Currency Trading, के नाम से भी जाना जाता है। यह एक Decentralized Global Market है ये लोगों की डिमांड और सप्लाई के आधार पर कम या ज़्यादा होती रहती है। इसमें दुनियाभर की सभी करंसी ट्रेडिंग करती हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग दुनिया का सबसे बड़ा ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ आप दैनिक रूप से 5 से 6 ट्रिलियन डॉलर तक निवेश कर सकतें है हालांकि share market के अन्य सेग्मेंट का दैनिक निवेश इसके आस-पास भी नहीं है, तो सोचो यदि आप फॉरेक्स ट्रेडिंग में ट्रेड करना सीख जाते हैं तो आपको कितने अच्छे व्यापारिक अवसर मिल सकतें है जिससे आप अच्छा खासा मुनाफ़ा कमा सकतें है। लेकिन फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश से पहले आपको उसकी समझ और पूरी जानकारी होनी चाहिए।
क्या भारत में लीगल है फॉरेक्स ट्रेडिंग? Is Forex Trading Legal In India
जब भी फॉरेक्स ट्रेडिंग की बात आती है, तो भारतीयों के मन में ये सदेंह जरूर रहता है कि क्या भारत में वैध है (is forex trading legal in india)? जी हाँ ये भारत भारत में वैध है। फॉरेक्स ट्रेडिंग कानूनी (legal) है लेकिन इसमें कुछ प्रतिबंध भी लगाए गए है। ये सिर्फ भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय सिक्योरिटीज विनयम बोर्ड (SEBI) द्वारा तय की गई सीमाओं के अंदर है। यदि आप इसमें ट्रेड करना चाहते हैं तो आपको इससे जुड़े कुछ नियमों का पालन करना होगा। यदि आप दिए गए नियमों का पालन नहीं करते हैं तो आपको बिना जमानत की जेल हो सकती है। क्योंकि इसे कानून की नज़र में बहुत बड़ा अपराध माना गया है।
भारत में बेस्ट फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म | Best Forex Trading Platform In India
भारत में यदि आप फॉरेक्स ट्रेडिंग करने का सोच रहे हैं, तो सेबी द्वारा रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर्स (stock brokers) के साथ ही ट्रेडिंग शुरू करें। आइये कुछ भारत में बेस्ट फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (best forex trading platform in india) के बारे में जाने:-
कोटक सिक्योरिटी (kotak securities)
कोटक सिक्योरिटी एक फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर है। फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ये एक बेस्ट प्लेटफ़ॉर्म है क्योंकि इसमें ये निवेश को सरल और अच्छा इंटेरनेट कनेक्शन रखतें है। ये नये ग्राहकों के लिए सुविधाजनक हो सकता है। ये अपने ग्राहकों को अलग-अलग प्लेटफॉर्म भी प्रदान करता है। यदि आप इनसे काल की सुविधा से ट्रेड का लाभ उठाना चाहतें है तो कोटक सिक्योरिटी टोल फ्री नम्बर ( kotak securities toll free number 18002099191) और कोटक सिक्योरिटी काल और ट्रेड नंबर (kotak securities call or trade number) 08047253255 पर काल कर सकतें है।
5पैसा (5paisa)
ये मुंबई स्थित डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (discount stock broker) है। फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए इसे भी आप अपनी सूची में रख सकतें है क्योंकि इसका सपोर्ट आईआईएफएल ग्रुप द्वारा किया जाता है जो इंडिया की प्रसिद्ध वित्तिय सेवा कंपनी है। इनके ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अपने मोबाइल ब्राउज़र या डेस्कटॉप आदि पर भी इंस्टॉल कर सकते हैं। यह एक बेस्ट यूज़र्स इंटरफ़ेस प्रदान करता हैं, जो ट्रेडर्स को तुरंत ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करता है। ये डिस्काउंट ब्रोकर के 5पैसा मोबाईल ऐप,5पैसा ट्रेड टर्मिनल, 5पैसा ट्रेड स्टेशन जैसे प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है।
ऐंजल ब्रोकिंग (Angel Broking)
भारत में अगर रिटेल ब्रोकर्स हाउस की बात करें तो ऐंजल ब्रोकिंग बेस्ट है। ये कई सेग्मेंट्स जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE),मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) आदि में ट्रेड करने का मौका देता है। यह विशेषज्ञों द्वारा निवेशकों को दैनिक, साप्ताहिक और रिर्सच रिपोर्ट प्रदान करता है। ये 5 प्लेटफॉर्म देता है जो फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए बेस्ट है।
1. ऐंजल ब्रोकिंग वेब
2. ऐंजल स्पीडप्रो
3. ऐंजल ट्रेड
4. ऐंजल लाइट
5. ऐंजल ब्रोकिंग मोबाइल ऐप
ज़ेरोधा (zerodha)
ज़ेरोधा पांच प्रकार के फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। जो निवेशकों के लिए बहुत ही सुविधाजनक और बेस्ट माने गये है।
1. ज़ेरोधा काइट वेब
इसे आप मोबाइल (mobile),ब्राउज़र (browser) या टैब (tab) किसी पर भी उपयोग कर सकते हैं।
2. ज़ेरोधा काइट मोबाइल ट्रेडिंग ऐप
इसे आप अपने मोबाइल से चला सकते हैं।
3. ज़ेरोधा पाई
इसे आप इंस्टॉल कर सकते हैं। यह आपको एडवांस चार्ट, एलगोस और बैक्टेस्टिंग आदि प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई डायरेक्टर (Icicici direct)
यह भारत का प्रमुख ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। इसे फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए बेस्ट माना जाता है। यह दैनिक रिपोर्ट, तकनीक विश्लेषण और सलाह भी देता है। यह दो ट्रेडिंग प्लेटफार्म प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई डायरेक्टर ट्रेड रेसर
यह तकनीक विश्लेषण, अनुकिलित इंटरफेस और इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) से लेकर मार्केट के लिए शार्टकट जैसी सुविधाएं देता है।
आईसीआईसीआई डायरेक्टर मोबाइल ऐप
इसे मोबाईल आधारित ऐप है जिसे आप अपने फोन से चला सकते हैं।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है(what is forex trading in india)
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग में ट्रेड करने का ये नया ज़रिया तेजी से फेल रहा है। आज भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के कई पार्टिसिपेंट्स हैं जो इसमें निवेश करके पैसा कमा रहा है। लेकिन आपकी बेहतर जानकारी के लिए आपको बता दें कि फॉरेक्स ट्रेडिंग हमेशा जोड़ो में कि जाती है। उदाहरण के लिए जिबीपी -आईएनआर (GBP-INR)। ध्यान रहें इसे करने के लिए नियमों का उलंघन न हो।
अंत में उम्मीद है आपको आज के इस फॉरेक्स ट्रेडिंग के विषय में बेहतर जानकारी मिली होगी।
प्राइम ब्रोकर क्या है?
एक प्रधान ब्रोकर आम तौर पर एक बड़े बैंक या एक निवेश कंपनी समाशोधन, संचालन समर्थन, लेनदेन और जोखिम प्रबंधन के निपटान से संबंधित धन से बचाव के लिए सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराने है. एक ब्रोकरेज कंपनी,एक व्यापारिक कार्यालय, एक संचालन कार्यालय और एक प्रबंध कंपनी है, जो विभिंन कार्यों को हल करने के लिए बचाव कोष में मदद करती है, एक प्रधान ब्रोकर की संरचना में शामिल हैं.
विकास एक प्रधान की दलाली
प्रधानमंत्री ब्रोकरेज सेवा से बचाव निधियों के तेजी से विकास के कारण 1970 के दशक में उत्पंन । बड़े निवेश बैंकों को अपनी सेवाओं की पेशकश करने के लिए एक निश्चित शुल्क के लिए धन बचाव शुरू कर दिया: अनुकूल शर्तों पर क्रेडिट, तकनीकी सहायता, लेखा सेवाओं और अनुसंधान, और वे भी प्रमुख निवेशकों. को मिला । 2000 के मध्य के बाद से, प्रधानमंत्री की लोकप्रियता-ब्रोकरेज सेवाओं में गिरावट शुरू हुई, और 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान, उनकी संख्या तेजी से बचाव धन और संपत्ति की संख्या में गिरावट के बाद उनके नियंत्रण में कमी आई.
सबसे बड़ा अमेरिकी फॉरेक्स ब्रोकर क्या है निवेश बैंक लीमैन ब्रदर्स, बचाव कोष, जो बैंक से मार्जिन वित्तपोषण प्राप्त की दिवालियापन के बाद, उनकी संपत्ति संपार्श्विक के रूप में बैंक में स्थानांतरित नहीं कर सके । संकट के दौरान कई प्राइम ब्रोकर्स की क्रेडिट रेटिंग भी कम कर दी गई, और हेगड़े फंड को सबसे अच्छी क्रेडिट रेटिंग के साथ बैंकों में ले जाने लगे, क्योंकि जब प्राइम ब्रोकर की ओर से लेन-देन करते समय कंपनी की हाई रेटिंग काफी अहमियत की थी । संकट के बाद, बचाव कोष, जो एक प्रमुख दलाल की सेवाओं का उपयोग कर रहे थे, जोखिम विविधीकरण के लिए कई कंपनियों की सेवाओं का उपयोग शुरू कर दिया .
सके अतिरिक्त, ऋण के प्रावधान के लिए प्रधानमंत्री ने बचाव निधियों से प्राप्त की आवश्यकताओं में वृद्धि हुई: पूंजी का 30-40% उच्च उपज बांड के बजाय 10-15% के मामले में .
विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों
विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों उच्च चलनिधि प्रदाताओं रहे है-सबसे बड़ी दुनिया भर में जाना जाता बैंकों: बैंक ऑफ अमेरिका, बार्कलेज कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली, ड्यूश बैंक और अंय .
विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों की ओर से और छोटे बैंकों और दलालों की कीमत पर लेनदेन करते है और अंतरबैंक बाजार में अपने गारंटर के रूप में कार्य करते हैं, क्योंकि एक ब्रोकरेज कंपनी और विशेष रूप से एक निजी निवेशक बड़े लेनदेन स्वतंत्र रूप से नहीं कर सकते . एक ग्राहक के साथ एक सौदा करने के बाद, प्रधानमंत्री दलाल अपने आप पक्षों के जोखिम को रोकने के लिए अंतरबैंक बाजार में विपरीत लेनदेन करता है.
केवल उन विदेशी मुद्रा ब्रोकरेज कंपनियों है कि अधिक से अधिक पारदर्शी काम और संमानित नियामकों से एक लाइसेंस है, एक प्रधानमंत्री दलाल के साथ एक समझौते में प्रवेश और अंतरबैंक बाजार में ग्राहकों के सौदों ले सकते हैं.