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फुल सर्विस ब्रोकर क्या है

फुल सर्विस ब्रोकर क्या है
जैसा की आपको पता है की डायरेक्ट शेयर मार्किट में जाकर किसी कंपनी के शेयर नहीं खरीद सकते है उसके लिए एक कंपनी या ऐसा रास्ता चाहिए जो मार्केट में जाकर आपके आर्डर को पहुचाएं, उसको हम stock broker कहते है. ब्रोकर हमारे आर्डर को stock exchange NSE या BSE में पहुचाते है और ये ब्रोकर कंपनिया कुछ फीस लेती है जिनको हम ब्रोकरेज या दलाली कहते है. ब्रोकर अपनी फीस को लेकर हमारे आर्डर को मार्किट में प्लेस करते है जिसको stock broker कहते है.

स्टॉक ब्रोकर नौकरी| सैलरी| 2022| Stock Broker Kya Hota Hai

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker kya hota hai, शेयर मार्केट में ब्रोकर का क्या काम होता है?

दोस्तों, इस लेख में हम शेयर मार्किट में उपयोग होने बाले ब्रोकर (broker) के बारे में जानकरी प्राप्त करेंगे. क्योकि बिना ब्रोकर के शेयर को खरीद या बेच नहीं सकते है. इस समय सभी लोग share market की तरफ आना चाहते है और काफी लोग निवेश भी कर चुके है. जब से इन्टरनेट का दौर आया है तब से ज्यादातर कार्य फुल सर्विस ब्रोकर क्या है ऑनलाइन होने लगे है.

पहले के लोग सिटी में ही निवेश करते थे लेकिन अब गाँव के लोग भी निवेश करने लगे है यह सिर्फ इन्टरनेट के करण संभव हुआ है. इसलिए शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए बेसिक जानकारी पता होना चाहिए जिससे आगे आपको कोई समस्या ना हो.

Stock broker kya hota hai के बारे मे अच्छे से समझाने की कोशिश करेंगे ताकि आपको एक बेसिक ज्ञान मिलते रहे। तो चलिए मे आपको step by step जानकारी इस पोस्ट के जरिये बता रहे है.

स्टॉक ब्रोकर किस तरह से काम करता है (Stock Broker Kya Hota Hai)

शेयर मार्किट में शेयर को sell और buy के लिए stock broker में ट्रेडिंग account बनाना होता है. इसके जरिये ही हम मार्किट मे आप आर्डर लगाते है की हमें किस शेयर को किस समय ख़रीदे और कब बेचे, कितनी क्वांटिटी फुल सर्विस ब्रोकर क्या है ख़रीदे. ये कुछ ही सेकंड में अपने आर्डर को मार्किट में पंहुचा देते है.Stock broker kya hota hai

इसका प्रोसेस कुछ इस तरह है –

मान लीजिये की आपने अपने ट्रेडिंग अकाउंट से TCS कंपनी के 20 शेयर खरीदने का आर्डर दिया अब आर्डर को प्लेस करते ही stock ब्रोकर आपके आर्डर को शेयर मार्किट में ले जायगा. और जो व्यक्ति TCS कंपनी के शेयर को बेचने के लिए खोज रहा होगा. इस प्रोसेस में आप शेयर को खरीद रह है और वो व्यक्ति शेयर को बेच रहा है. ये मैचिंग आर्डर हुआ जिसमे वह आपके आर्डर को आप तक पंहुचा देगा ये काम stock broker करते है.

Stock broker कितने प्रकार के होते है?

स्टॉक ब्रोकर 2 प्रकार के होते है-

1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)

2.डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker)

1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)-

ये ब्रोकर फुल सर्विस प्रोवाइड करते है लेकिन इसमें sell और buy की सुविधा नहीं मिलती है. इसमें कई अन्य सर्विस प्रोवाइड होती है जैसे कौनसा शेयर खरीदना है, कितने शेयर खरीदना है, और उसे कब बेचना है ये सभी जानकारी Full-Service Broker में मिलती है.

यदि जब भी आप कोई stock खरीद रह है और पैसे कम है तो ऐसे में आपको margin money की सुविधा मिलती है. यदि आप “इनिशियल पब्लिक ओफ्फेरिंग” के जरिये शेयर को खरीद रह है तो आप फ़ोन से कॉल करके या इन्टरनेट एप्लीकेशन की मदद से अपने दिय गय आर्डर को प्लेस कर सकते है. इस ब्रोकर में आपको पोर्टफोलियो मैनेज की सुविधा मिलती है.

Regular Broker vs Discount Broker – हम कौनसा चुने ?

regular broker vs discount broker in hindi

यदि कोई Broker सभी सुविधाए उपलब्ध करवाएगा तो उसे उसके किए गए खर्च के अनुसार उसको आम्दनी भी तो मिलनी चाहिए ना ?

इसी वजह से Full Service broker ज़्यादा कमीशन लेते है।

Discount Broker क्या होते है ?


Discount Broker (जैसे Upstox) वो ब्रोकर होता है जो कि अपने निवेशक को सिर्फ जरुरी सुविधाए ही उपलब्ध कराते है जिसमे की

फ्री सुविधाए :

  • चार्टिंग टूल उपलब्ध करवाना। (Charting Tool)
  • खरीद बिक्री की रसीद उपलब्ध करवाना ( ईमेल से )
  • मोबाइल ट्रेडिंग की सुविधा।
  • खाते का विवरण उपलब्ध करवाना।
  • संपर्क करके ट्रेडिंग करना।
  • खरीद बिक्री की रिसीप्ट उपलब्ध करवाना (पोस्ट से)

Discount Broker सिर्फ सामान्य सुविधाए उपलब्ध कराता है जिसके कारण वो फुल सर्विस Broker से बहुत ही कम खर्च करता है।

इसी वजह से वो full service broker से बहुत ही कम कमीशन लेता है।

हमें कौनसा Broker चुनना चाहिए ?


इस सवाल का सीधा जवाब है आप को अपने लिए जरुरी सुविधाओं के अनुसार निश्चित करना चाहिए।

दोनों तरह के Brokers की अपनी अपनी सुविधाए है और अपने अपने खर्च है।

इस वजह से दोनों Broker अपनी सुविधाओ के अनुसार ज़्यादा या फिर कम कमीशन लेते है।

  • अगर आप लम्बे समय के निवेशक है और खुद रिसर्च नहीं कर सकते या फिर आपके पास रिसर्च करने का समय नहीं है, तो आप अपना खाता फुल सर्विस या फिर Regular Broker के पास खुलवा सकते है।
  • यदि आप ऐसे निवेशक है जो की खुद से रिसर्च कर सकते है तो आपको सभी सुविधाओं की ज़रूरत नहीं तो फिर आपको ज़्यादा कमीशन नहीं देना चाहिए।

तो फिर आपको Discount Broker के पास खाता खुलवाना चाहिए।

  • यदि आप एक ट्रेडर है जो की हर रोज ट्रेडिंग करते रहते है और खुद से रिसर्च कर के ट्रेडिंग कर सकते है, तो भी आपको ज़्यादा Brokerage नहीं देना चाहिए इस लिए आपके लिए DiscountBroker ही बेहतर है।
  • अगर आप ऐसे ट्रेडर है जो की खुदसे रिसर्च नही कर सकते और आप बहोत ही कम ट्रेडिंग करते है तो आप फुल सर्विस Broker के पास भी अपना खाता खुलवा सकते है।

What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .


Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।

What and is stock broker and brorage fee in hindi.

स्टॉक ब्रोकर

Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।

Full-service broker

फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत फुल सर्विस ब्रोकर क्या है होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।

Broker Meaning in Hindi

Who is Broker meaning in Hindi ब्रोकर किसे कहते हैं और इनके क्या कार्य होते हैं। स्टॉक ब्रोकर कौन होते हैं और इन्हें कौन नियुक्त करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर की क्या भूमिका होती है। इनका रेगुलेटर कौन है और इनकी शिकायत कहां की जा सकती है। यह सब समझेंगे आसान भाषा में। कैसे खोज सकते हैं BSE और NSE के लिये ब्रोकर। साथ ही Broker meaning in Hindi में समझेंगे किस तरह आप भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। शेयर मार्केट के सभी पहलुओं को समझने के लिये शेयर मार्केट इन हिंदी पढ़िये हमारी साइट पर।

Broker Meaning in Hindi

Broker Meaning in Hindi

Broker Meaning in Hindi

Broker यानी ब्रोकर को हिंदी में दलाल या बिचौलिया भी कहते हैं। ब्रोकर कोई व्यक्ति या फर्म हो सकती है जो निवेशक द्वारा जमा किए गए ऑर्डर को खरीदने और बेचने के लिए शुल्क या कमीशन लेता है। एक ब्रोकर एक फर्म की भूमिका को भी संदर्भित करता है जब यह किसी ग्राहक के लिए एजेंट के रूप में कार्य करती है और ग्राहक से अपनी सेवाओं के लिए कमीशन लेती है। किसी भी एक्सचेंज में व्यक्तिगत ब्रोकर और कॉर्पोरेट ब्रोकर हो सकते हैं।

Stock Broker अपने स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज का सारा व्यापार इन्हीं के जारिये होता है। स्टॉक एक्सचेंज में व्यक्तिगत सदस्यता और कॉर्पोरेट सदस्यता ली जा सकती है। बड़े और फुल सर्विस ब्रोकर मार्केट रिसर्च करते हैं और अपने क्लाईँट के लिये इन्वेस्टमेँट एडवाइजर का काम भी करते हैं।

Broker Meaning in Hindi – ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए भी चाहिए

पहले शेयर बाजार में निवेश करना केवल बड़े शहरों तक ही सीमित था। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने इसकी पहुंच हर जगह बना ली है। इन ब्रोकरों के कारण लगभग कोई भी शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। ब्रोकर के पास अपना खाता खोल कर कोई भी इनके द्वारा प्रदान किये गये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद भी ट्रेडिंग कर सकता है। इसके लिये आपको डीमैट खाते की जरूरत होती है। कई ब्रोकिंग हाउस जो बैंकों से जुड़े हैं वे थ्री इन वन खाते की सुविधा देते हैं जिसमें ट्रेडिंग खाता, डीमैट खाता और सेविंग खाता एक ही जगह खोल सकते हैं। भारत में कुछ बड़े स्टॉक ब्रोकर हैं शेयरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एंजल ब्रोकिंग ओर मोतीलाल ओसवाल। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।

स्टॉक Broker किसी ना किसी सटॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर आप यहां खोज सकते हैं और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य यहां खोज सकते हैं। BSE और NSE के Broker अपने एक्सचेंज के नियमों के अनुसार काम करते हैं और एक्सचेंज इन पर कड़ी निगरानी रखते हैं। इनके अलावा सेबी स्टॉक ब्रोकरों के रेगुलेटर के रूप में कार्य करती है। एक्सचेंज के ट्रेडिंग सदस्यों को एक्सचेंज के नियम, विनियम और उपनियमों और एक्सचेंज में निर्धारित अन्य आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक होता है।

स्टॉक ब्रोकर के रूप में बनाएं करियर, अन्य कई विकल्प भी मौजूद

स्टॉक ब्रोकर के रूप में बनाएं करियर, अन्य कई विकल्प भी मौजूद

अगर आप देश-दुनिया की बिजनेस से संबंधित खबरों में दिलचस्पी रखते हैं तो शेयर मार्केट, स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी और सेंसेक्स जैसे शब्दों से जरूर परिचित होंगे। शेयर मार्केट में दिन-प्रतिदिन उतार-चढ़ाव होता है, ऐसे में इस इंडस्ट्री के विस्तार के साथ-साथ इसमें रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। अगर आप भी इस क्षेत्र में दिल्चस्पी रखते हैं तो स्टॉक मार्केट में फुल सर्विस ब्रोकर क्या है आप बेहतरीन करियर बना सकते हैं।

जो व्यक्ति निवेशक और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है। स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने के लिए आपके पास ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट होना जरूरी है और इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर की जरूरत पड़ेगी। स्टॉक ब्रोकर दो प्रकार के होते हैं, फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर और डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर। आइए अब जानते हैं कि ये ब्रोकर काम क्या करते हैं।

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