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दलाल नुकसान

दलाल नुकसान
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में प्रदेश की एक दलाल नुकसान लाख सेमग्रस्त व जलभराव की जमीन को सुधारने का लक्ष्य रखा गया है, जिसकी शुरुआत गांव घुसकानी से की गई है। धीरे-धीरे इस क्षेत्र के सभी जलभराव या सेमग्रस्त प्रभावित गांवों में इस योजना को लागू किया जाएगा ताकि जलभराव से किसान को किसी प्रकार का नुकसान न हो और वहां पर पानी की निकासी करके खेती की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की करीब दस लाख एकड़ भूमि ऐसी है, जो जलभराव और सेम से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि जिला भिवानी में करीब सवा लाख एकड़ भूमि जलभराव और सेमग्रस्त है, जिसमें मुख्यरूप से मिताथल, गुजरानी, जाटू लोहारी, मंढाणा, मुंढाल, तिगड़ाना, तालू, धनाना, चांग व आसपास के गांव शामिल हैं। इन गांवों में पाईप लाईन डालकर व पंपसेट लगाकर खेतों का पानी नजदीकी ड्रेन में डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना सौर ऊर्जा पर आधारित है, जिससे बिजली का कोई खर्च नहीं आएगा।

Collector of paddy procurement centers.

गिरदावरी की सही जांच होती तो शासन को नहीं लगता चूना

पत्थलगांव. शासन-प्रशासन की लाख कोशिश करने के बाद भी पूरी पारदर्शिता नहीं आ पा रही है, जिसके कारण धान खरीदी के दौरान हर वर्ष राज्य सरकार को अरबों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। 1 नवंबर से राज्य शासन ने सोसायटियों में किसानो का धान खरीदी का फरमान जारी कर दिया है, जिसे देखते हुए सोसायटियों मे धान खरीदी करने की तैयारियां भी शुरू हो गई है, पर धान खरीदी में सोसायटी प्रबंधक एवं दलालों की मिली-भगत पर जिला प्रशासन रोक नहीं लगा पाता है तो इस बार भी राज्य शासन को धान खरीदी मे अरबों रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है। दरअसल पूरे पत्थलगांव क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष सोसायटी प्रबंधक एवं दलालों की मिली-भगत से दूसरे राज्यों के धान की खरीदी किसानो के धान से अधिक की जाती है, इस कार्य में दलाल पटवारियों द्वारा तैयार गिरदावरी का भरपूर लाभ उठाते हैं। यदि किसानो की गिरदावरी की जांच सही ढंग से की जाती तो दलालों के मार्फत आने वाले धान की बिकवाली पर रोक लगाया जा सकता था। प्रत्येक वर्ष राजस्व अमले द्वारा किसानो की गिरदावरी तैयार की जाती है, पर तैयार गिरदावली के मुताबिक किसान अपने खेतो में फसल नहीं उगा पाते, अधिकांश किसान पर्चा पट्टा बनवाने के बाद भी खेतों मे खेती नहीं करते, जिसका भरपूर लाभ धान खरीदी के दौरान दलाल उठाते हैं, जो खेती ना करने वाले किसानो के पर्चे पट्टे पर दूसरे राज्यों का धान यहां की सोसायटी में बेचकर शासन को करोड़ो रुपए का नुकसान पहुंचाते हैं। इस कार्य में दलालो के साथ-साथ सोसायटी प्रबंधकों की भी अहम भूमिका मानी जाती है, यही कारण है कि शासन धान खरीदी कर लाभ कमाता या ना कमाता हो, पर दो तीन माह की धान खरीदी से अनेक सोसायटी के प्रबंधक करोड़ो की बेनामी संपत्ति के मालिक बन चुके हैं।

जलभराव और सेम से प्रभावित जमीन को सुधारकर कृषि योग्य बनाया जाएगा- कृषि मंत्री जेपी दलाल

11 जून 2022, चण्डीगढ । जलभराव और सेम से प्रभावित जमीन को सुधारकर कृषि योग्य बनाया जाएगा- कृषि मंत्री जेपी दलाल हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री जे पी दलाल ने कहा कि प्रदेश की जलभराव या सेम से प्रभावित भूमि को कृषि योग्य बनाकर किसानों को खुशहाल किया जाएगा। सौर ऊर्जा पर आधारित वर्टिकल जल निकासी प्रणाली को जलभराव वाले क्षेत्रों में लागू किया जाएगा, जिससे बारिश और सेम का पानी निकालकर नजदीकी ड्रेन में डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा, किसान के नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। किसानों को किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है।

कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री दलाल आज भिवानी में अपने पैतृक गांव घुसकानी में करीब एक करोड़ दस लाख रुपए की लागत से बनी सौर ऊर्जा पर आधारित वर्टिकल जल निकासी प्रणाली योजना का शुभारंभ करने के दौरान ग्रामीणों दलाल नुकसान को संबोधित कर रहे थे।

Paytm ही नहीं इन कंपनियों में भी पैसे लगाकर पछता रहे निवेशक, हुआ भारी-भरकम नुकसान, क्या आपके पास भी हैं शेयर?

Paytm ही नहीं इन कंपनियों में भी पैसे लगाकर पछता रहे निवेशक, हुआ भारी-भरकम नुकसान, क्या आपके पास भी हैं शेयर?

पिछले साल न्यू एज टेक कंपनियों में आईपीओ लाने की होड़ मची थी। 2021 में पेटीएम से लेकर नायका और जोमैटो समेत दिग्गज कंपनियों ने दलाल स्ट्रीट पर एंट्री लीं, जिसने बाजार के निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। हालांकि, इन कंपनियों के शेयरों से पैसे लगाकर निवेशकों को भारी भरकम नुकसान हुआ है।दरअसल, पेटीएम (Paytm) से लेकर नायका (Nykaa) और ज़ोमैटो (Zomato) से लेकर कार ट्रेड और पॉलिसीबाजार के आईपीओ ने निवेशकों को ₹2.28 लाख करोड़ का दलाल नुकसान भारी नुकसान कराया है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है।

हरियाणा में किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, बारिश से खराब फसलों का मिलेगा मुआवजा

चंडीगढ़ | हरियाणा में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के चलते खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर सूबे के कृषि मंत्री जेपी दलाल का बड़ा बयान सामने आया है. बता दें कि प्रदेश में पिछले तीन दिनों से रुक रुक कर लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में धान, बाजरा और कपास की फसल में जलभराव से खासा नुकसान पहुंचा है.

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ऐसे में फसलों में हुए नुकसान को लेकर चिंतित नजर आ रहे सूबे के किसानों के लिए प्रदेश सरकार की ओर से राहत भरी खबर सामने आई है. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि बीमित किसानों को मुआवजा बीमा कंपनियों से दिया जाएगा जबकि बाकी किसानों की गिरदावरी हो चुकी है. उन्होंने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि सरकार को 1 लाख एकड़ के करीब फसल खराब होने की सूचना मिली है, जिनकी फसल खराब हुई है उनको मुआवजा दिया जायेगा.

झारखंड में बालू की चौतरफा लूट, दलाल-माफिया राजस्व को पहुंचा रहे नुकसान

एक साल बाद पिछले महीने राज्य स्तरीय कमेटी गठित हुई।

Jharkhand झारखंड में महज 30 बालू घाटों से अधिकृत तौर पर खनन हो रहा है। लेकिन 400 से अधिक घाट सक्रिय हैं। छोटे घाटों का टेंडर जिलों में ही फाइनल होता है। अभी नए खनन पट्टे नहीं लेकिन बालू का स्टॉक भरपूर है।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में बालू का खेल चरम पर है। सरकार के हिस्से का राजस्व दलाल और दलाल नुकसान माफिया उठा ले जा रहे हैं। सालाना 250 से 300 करोड़ रुपये राजस्व देनेवाला यह सेक्टर अधिकृत तौर पर अवैध हाथों में चलता जा रहा है। 400 से अधिक बालू घाट होने के बावजूद अधिकृत तौर पर लगभग 30 खदान ही संचालित हो रहे हैं, लेकिन बालू की कहीं कोई कमी नहीं है।

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