ब्रिटेन दलाल

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अब खड़ाऊ बनने के बजाय खड़े होकर काम करें- जेपी दलाल
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी के दबाव के चलते कांग्रेस ने गैर गांधी को अध्यक्ष चुना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष दोनों का मजबूत होना बेहद जरूरी है.
भिवानी: हरियाणा के भिवानी दौरे पर पहुंचे कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव (congress president election) को लेकर पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के दबाव के चलते कांग्रेस ने गैर गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना है. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मल्लिकार्जुन खड़गे अब खड़ाऊ बनने की बजाय खड़े होकर काम करें क्योंकि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष का मजबूत होना जरूरी (Mallikarjun Kharge becomes non-Congress president) है.
इसके साथ ही हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल (Haryana Agriculture Minister JP Dalal) ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर किसानों का दिल दुखाने का आरोप लगाया है. साथ ही हरियाणा के किसानों को उम्मीद थी कि केजरीवाल हरियाणा के होने के नाते उन्हें पानी दिलाएंगे, लेकिन केजरीवाल ने किसानों का दिल तोड़ा है. किसान केजरीवाल की पार्टी को कभी माफ नहीं करेंगे. इसके साथ ही जेपी दलाल ने दावा किया कि हरियाणा में खाद की कोई कमी नहीं.
वहीं एसवाईएल को लेकर पंजाब और हरियाणा के सीएम की वार्ता विफल होने पर कहा कि अब एसवाईएल से गंभीर विषय भाखड़ा नहर का पुनर्निर्माण (Reconstruction of Bhakra Canal) है. लेकिन पंजाब सरकार ने उसे डिनोटिफाइड कर गंभीर अपराध किया है. बता दें कि कृषि मंत्री जेपी दलाल भिवानी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने हमेशा की तरह अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. जिसके बाद वो मीडिया से मुखातिब हुए और देश प्रदेश की राजधानी के साथ अपने विभाग को लेकर पर अपना पक्ष रखा. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने जाने पर भारतीयों के लिए गौरव की बात कही. उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में भारतीय प्रतिभा को मान्यता मिली है.
Sanjay Bhandari : भारत की बड़ी जीत, ब्रिटेन से भारत लाया जाएगा हथियार डीलर संजय भंडारी
Sanjay Bhandari : हथियार सौदों की दलाली करने वाले एवं कर चोरी के मामलों में आरोपी संजय भंडारी को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की अदालत ने भंडारी को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है। इसे मामले में भारत की जीत हुई है। लंदन स्थित वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट ने भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। साथ ही जज ने प्रत्यर्पण के इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए देश के गृह मंत्रालय को भी निर्देश जारी किए हैं। भंडारी पर हथियार ब्रिटेन दलाल सौदों में दलाली और कर चोरी करने सहित अन्य आरोप हैं।
Sanjay Bhandari : भारत की बड़ी जीत, ब्रिटेन से भारत लाया जाएगा हथियार डीलर संजय भंडारी
Sanjay Bhandari : हथियार सौदों की दलाली करने वाले एवं कर चोरी के मामलों में आरोपी संजय भंडारी को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की अदालत ने भंडारी को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है। इसे मामले में भारत की जीत हुई है। लंदन स्थित वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट ने भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है।
Updated Nov 7, 2022 | 06:26 PM IST
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भंडारी पर कर चोरी का आरोप है।
- भंडारी पर आरोप है कि उसने जानबूझकर आयकर विभाग के साथ धोखाधड़ी की
- उसने अपनी संपत्तियों के बारे में जांच एजेंसी को सही जानकारी नहीं दी, उसे गुमराह किया
- भंडारी पर पिलैटस डील में बिचौलिये की भूमिका निभाने, अधिकारियों को घूस देने का आरोप है
Sanjay Bhandari : हथियार सौदों की दलाली करने वाले एवं कर चोरी के मामलों में आरोपी संजय भंडारी को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की अदालत ने भंडारी को भारत प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है। इसे मामले में भारत की जीत हुई है। लंदन स्थित वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट ने भंडारी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। साथ ही जज ने प्रत्यर्पण के इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए देश के गृह मंत्रालय को भी निर्देश जारी किए हैं। भंडारी पर हथियार सौदों में दलाली और कर चोरी करने सहित अन्य आरोप हैं।
भंडारी पर आय कर विभाग से जालसाजी करने का आरोप
भंडारी पर आरोप है कि उसने जानबूझकर एक जुलाई 2015 से सात फरवरी 2017 के बीच आय कर विभाग के साथ जालसाजी की। इसने आयकर विभाग से अपनी वास्तविक छिपाई। भारतीय नागरिक होते हुए भी विदेश में अपनी संपत्तियों के बारे में एवं वहां से होने वाली कमाई के बारे में उसे ब्योरा देना था लेकिन उसने जांच एजेंसी को इसके बारे में सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। भंडारी पर कई रक्षा सौदों में रिश्वत लेने और मनीलॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।
पिलैटस डील में बिचौलिये की भूमिका निभाने का आरोप
आरोप यह भी है कि उसने पिलैटस डील में बिचौलिये की भूमिका निभाई और साल 2009 में स्विजटजरलैंड की एक कंपनी से 75 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट खरीदने वाले फैसले को प्रभावित करने के लिए भारतीय वायु सेना एवं रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को घूस दी। पिलैटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड ने 2,895 करोड़ रुपए का सौदा पाने के लिए कथित रूप से दुबई स्थित अपनी कंपनी ऑफसेट इंडिया सोल्यूशंस एफजेडसी के बैंक अकाउंट में कथित रूप से भुगतान किया।
जुलाई 2020 में लंदन में गिरफ्तार हुआ भंडारी
इन सभी मामलों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। अपने ऊपर शिकंजा कसता देख भंडारी साल 2016 में देश से फरार हो गया। हालांकि, उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ था। प्रत्यर्पण के एक वारंट पर उसे गत 15 जुलाई 2020 को लंदन में गिरफ्तार किया गया। कहा जाता है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ कारोबारी संबंध हैं। हालांकि, वाड्रा ने भंडारी के साथ किसी तरह का संबंध होने से हमेशा इंकार किया है।
ब्रिटेन दलाल
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते अभी तक हम दुनिया पर पड़ते दबावके बारे बाते करते थे या पढ़ते थे लेकिन अब हमें उसका असर दुनिया पर दिखने भी लगा है। इस युद्ध ब्रिटेन दलाल के चलते लगातार बढ़ते तेल के दाम और मुद्रास्फीति ने पूरी दुनिया में भूचाल ला दिया है। अभी तक हमें इसका सबसे ज्यादा असर ब्रिटेने के उपर पड़ता नजर आ रहा है। खबरों के अनुसार ब्रिटेन में लाखों लोग जीवन-यापन की बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए एक समय का खाना छोड़ रहे हैं।
हालिया समय का सबसे बड़ा आर्थिक संकट
आपको बता दे कि, इसे हालिया समय का सबसे बड़ा आर्थिक संकट कहा जा रहा है। वहीं एक उपभोक्ता समूह- 'हेड ऑफ पॉलिसी विच' (Head of Policy Which?) की तरफ से तीन हजार लोगों पर किए गए सर्वे में सामने आया कि ब्रिटेन के लगभग आधे परिवार एक समय का खाना छोड़ रहे हैं। इसके अलावा लगभग इतने ही लोग पहले के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ खाद्य पदार्थों को खरीदने में अक्षमता दिखा रहे हैं। इसके अलावा ब्रिटेन के करीब 80 फीसदी लोगों ने वित्तीय बोझ बढ़ने की शिकायत की है।
वहीं उपभोक्ता समूह की प्रमुख सू ब्रिटेन दलाल डेविस के मुताबिक, जीवनयापन में इस संकट की वजह से लाकों लोगों को या तो अपना खाना छोड़ना पड़ रहा है या फिर उनकी थाली से स्वस्थ खाना गायब हो रहा है। इतना ही नहीं ब्रिटेन सरकार का ऊर्जा कीमतों को कम न करने का फैसला इन सर्दियों में लोगों को घरों में बिना हीटिंग व्यवस्था के छोड़ देगा।
40 साल के उच्चतम स्तर पर मुद्रास्फीति
ब्रिटेन में यह रिपोर्ट ब्रिटेन दलाल ऐसे समय में सामने आई है, जब यहां खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ने से सितंबर में मुद्रास्फीति 40 साल के उच्च स्तर 10.1 प्रतिशत पर पहुंच गई। ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय ने बुधवार को सितंबर के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में सूचकांक 10.1 प्रतिशत उछल गया। अगस्त में मुद्रास्फीति में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि ब्रिटेन दलाल हुई थी।
मुद्रास्फीति के नए आंकड़ों से पता चलता है कि ब्रिटेन में मुद्रास्फीति वर्ष 1982 के शुरुआती समय के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इस दौरान जुलाई 2022 में भी मुद्रास्फीति ने इस स्तर को छुआ था। सांख्यिकीय कार्यालय ने कहा कि सितंबर में मुद्रास्फीति की तीव्र वृद्धि में खाद्य उत्पादों का बड़ा योगदान रहा है। इस दौरान खाद्य मुद्रास्फीति एक साल पहले की तुलना में 14.5 प्रतिशत तक बढ़ गई।
यह 1980 के बाद की सर्वाधिक खाद्य मुद्रास्फीति है। मुद्रास्फीति के इस उच्च स्तर को देखते हुए बैंक ऑफ इंग्लैंड की तरफ से नीतिगत ब्याज दर में एक बार फिर बढ़ोतरी किए जाने की आशंका बढ़ गई है। ब्रिटिश केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत तक लाने की कोशिशों में लगा हुआ है लेकिन इसमें अभी तक उसे नाकामी का ही सामना करना पड़ा है।
हथियार डीलर संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी, ब्रिटेन की कोर्ट ने दी मंजूरी
लंदन
हथियारों के दलाल संजय भंडारी को भारत प्रत्यर्पित करने के मामले में बड़ी खबर आई है। एक एक ब्रिटिश कोर्ट ने सोमवार को संजय भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। भंडारी को जुलाई 2020 में प्रत्यर्पण वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। भंडारी ने इसके खिलाफ वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में अपील की थी।
सीबीआई और ईडी की तरफ से संजय भंडारी के खिलाफ भारत में मनी लान्ड्रिंग के आरोप तय किए गए हैं। ब्रिटेन में होने के कारण उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। भारत सरकार ने भंडारी के प्रत्यर्पण की अपील ब्रिटेन से की थी। 16 जून 2020 को तत्कालीन ब्रिटिश गृहमंत्री प्रीति पटेल ने भंडारी के प्रत्यर्पण आग्रह को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद 15 जुलाई 2020 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे अदालत ने 1.20 लाख पाउंड की सिक्योरिटी के साथ अपना पासपोर्ट जमा कराने, मध्य लंदन स्थित घर में नजरबंद रहने और नजदीकी पुलिस स्टेशन में रोजाना हाजिरी लगाने समेत सात शर्तों के साथ जमानत दी थी।
कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो मनी लान्ड्रिंग के मामले में भगोड़ा घोषित संजय भंडारी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा का करीबी कहा जाता है। वाड्रा के खिलाफ लंदन में भंडारी से बहुत सस्ते दाम पर बंगला खरीदने की जांच भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है। हालांकि वाड्रा उसके साथ कोई भी व्यापारिक संबंध होने से इनकार करते रहे हैं।