हेजिंग तंत्र

इसी तरह 30 से 50 फीसदी नुकसान की आशंका होने पर बैंकों को 40 आधार अंक अधिक रकम अलग रखनी होगी और 50 से 75 फीसदी नुकसान की आशंका में 60 आधार अंक ज्यादा प्रावधान करना होगा। 75 फीसदी से अधिक संभावित नुकसान की स्थिति में 80 आधार अंक ज्यादा प्रावधान करने की जरूरत होगी।
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक बयान में कहा, अनुबंध भारत और विदेशों में सोयाबीन तेलों के प्रसंस्करण और संबद्ध उद्योगों की सुविधा प्रदान करेगा। एनएसई के एमडी और सीईओ विक्रम लिमये ने कहा कि एक्सचेंज सुविधाजनक और लागत प्रभावी ऑनशोर हेजिंग उत्पाद प्रदान करके भारतीय कमोडिटी बाजारों को गहरा करने के लिए समर्पित है।
भारत दुनिया में खाद्य तेलों के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है, इसके लिए कच्चे सोयाबीन तेल के लिए एक कुशल हेजिंग तंत्र की आवश्यकता होती है। यह उत्पाद बाजार सहभागियों और बड़े पैमाने पर कमोडिटी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक सही मूल्य जोखिम प्रबंधन उपकरण के रूप में काम करेगा।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक बी वी मेहता ने कहा कि एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव अनुबंध एक बहुत ही उपयोगी उपकरण है जो उद्योग के लिए मूल्य जोखिम हेजिंग तंत्र प्रबंधन को सुविधाजनक और आसान बनाता है।
बिना हेजिंग कर्ज के लिए बैंक रखें पूंजी
भारतीय रिजर्व बैंक ने बगैर हेज वाली विदेशी मुद्रा निवेश या कर्ज के लिए निर्देश जारी करते हुए आज बैंकों के लिए पूंजी और प्रावधान की जरूरतें तय कर दीं। केंद्रीय बैंक का निर्देश उस समय आया है, जब रुपया डॉलर के मुकाबले नए निचले स्तर पर आ गया है और बिना हेजिंग के विदेशी मुद्राओं में कर्ज लेने वाली फर्मों पर ज्यादा नजर रखी जा रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये में इस साल अभी तक 10 फीसदी की नरमी आ चुकी है।
आरबीआई ने कहा, 'विदेशी मुद्रा विनिमय दरों में भारी उतार-चढ़ाव के दौरान उन इकाइयों को भारी नुकसान हो सकता है जिन्होंने विदेशी मुद्रा में अपने निवेश/कर्ज को हेज नहीं किया है। इस नुकसान की वजह से बैंकों से लिया कर्ज चुकाने की उनकी क्षमता प्रभावित हो सकती है और भुगतान में चूक की आशंका बढ़ सकती है, जिससे पूरे बैंकिंग तंत्र की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ हेजिंग तंत्र सकता है।' आरबीआई ने 20 से 80 आधार अंक तक प्रावधान की जरूरत तय की है।
क्यों चुनें एक सदाबहार फंड
- नई दिल्ली,
- 29 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 29 अगस्त 2022, 5:29 PM IST)
बाजार नियामक सेबी की ओर से निर्धारित हाइब्रिड फंड श्रेणी खास पैटर्न का अनुसरण करती है जिसमें फंड हेजिंग तंत्र को अलग-अलग कॉम्बिनेशन में इक्विटी और डेट (ऋण) के लिए एलोकेशन मेनटेन करने की जरूरत होती है.
उनमें बैलेंस्ड एडवांटेज फंड या जैसा कि उन्हें आम तौर पर कहा जाता है, डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड प्रचलित बाजार की स्थितियों के आधार पर फंडों के पोर्टफोलियो की पीरियोडिक रिबैलेंसिंग की वजह से अलग होते हैं. इसमें इक्विटी और डेट के बीच परिसंपत्ति आवंटन के साथ हेजिंग तंत्र के रूप में डेरिवेटिव की खरीद-बिक्री होती है जैसा कि इन फंडों के उद्देश्य में कहा भी जाता है.