इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे Intraday Trading Details Hindi
Best stocks for 2022 शेयर मार्किट के अन्दर आज बहुत से इन्वेस्टर इन्वेस्ट करते है और इन्वेस्टमेंट करते समय बहुत से सवाल मन में आते है जैसे ; 2022 में शेयरों में निवेश करने की योजना? स्टॉक ट्रेंड से आगे रहना चाहते हैं? 2022 में आपको किन शेयरों में निवेश करना चाहिए? क्या स्टॉक में निवेश करने के लिए 2022 एक अच्छा साल होगा? 2022 में निवेश पर सबसे अच्छा रिटर्न कौन सा स्टॉक होगा? हम 2022 में शेयर बाजार से क्या उम्मीद कर सकते हैं? आदि
इसलिए सभी शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट करने से पहले बहुत रिसर्च करते है उसके बाद इन्वेस्टमेंट करते है अब 2022 आने वाला है और सभी इन्वेस्टर इसी बात के बारे में सोच रहे की कौन से स्टॉक में पैसे लगाये कौन सा ऊपर जायेगा या फिर किस प्रकार से शेयर मार्किट से पैसा कमाया जाये तो इस आर्टिकल में हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग जो शेयर मार्किट से अच्छे पैसे कमाने का तरीका है उसके बारे में विस्तार से बतायेंगे |
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है Intraday Trading Details Hindi
What Is Intraday Trading :- इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब है कि आप एक ही ट्रेडिंग दिन पर स्टॉक खरीदते और बेचते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है। शेयर की कीमतों में पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता रहता है और इंट्राडे ट्रेडर एक ही ट्रेडिंग दिन के दौरान शेयर खरीद और बेचकर इन मूल्य आंदोलनों से लाभ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग से तात्पर्य बाजार बंद होने से एक ही दिन पहले शेयरों की खरीद और बिक्री से है यदि आप ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो आपका ब्रोकर आपकी स्थिति को स्क्वायर-ऑफ कर सकता है या इसे डिलीवरी ट्रेड में बदल सकता है इस तरह का व्यापार हमेशा फायदेमंद होता है
इंट्राडे ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है की मूल बातें:
Basics of Intraday Trading:- Day trading से तात्पर्य एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री से है। यह ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जाता है मान लीजिए कि कोई व्यक्ति किसी कंपनी के लिए स्टॉक खरीदता है तो उन्हें इस्तेमाल किए गए प्लेटफॉर्म के पोर्टल में विशेष रूप से ‘इंट्राडे’ का उल्लेख करना होगा। यह उपयोगकर्ता को बाजार बंद होने से पहले उसी दिन एक ही कंपनी के शेयरों की समान संख्या को खरीदने और बेचने में सक्षम बनाता है। उद्देश्य बाजार सूचकांकों की गति के माध्यम से लाभ अर्जित करना है। इसे कई लोग डे ट्रेडिंग भी कहते हैं
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो शेयर बाजार आपको अच्छा रिटर्न देता है। लेकिन Short Term में भी, वे आपको मुनाफा कमाने में मदद कर सकते हैं मान लीजिए कोई शेयर सुबह 500 रुपये पर ट्रेड खोलता है। जल्द ही, यह रुपये तक चढ़ जाता है। एक या दो घंटे के भीतर 550। यदि आपने सुबह 1,000 स्टॉक खरीदे और 550 रुपये में बेचे तो आपको 50,000 रुपये का अच्छा लाभ हुआ होगा – सब कुछ कुछ ही घंटों में इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग- विशेषताएं
Intraday Trading- Features :- ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर, आपको यह specify करना होगा कि कोई ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए specific है या नहीं। उस स्थिति में, आप स्टॉक पर एक पोजीशन लेते हैं और उसी दिन ट्रेडिंग घंटों के भीतर इसे बंद कर देते हैं। यदि आप इसे स्वयं बंद नहीं करते हैं, तो बाजार बंद होने की कीमत पर पोजीशन अपने आप चुकता हो जाती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके द्वारा खरीदे और बेचे जाने वाले शेयरों का स्वामित्व आपको नहीं मिलता है। इंट्राडे ट्रेडिंग का लक्ष्य शेयरों का मालिक होना नहीं है, बल्कि दिन के दौरान कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर मुनाफा कमाना है।
Leverage: Leverage का अर्थ है निवेश पर संभावित रिटर्न को बढ़ाने के उद्देश्य से, अपनी Purchasing Power को बढ़ाने के लिए अपने ब्रोकर से पैसे उधार लेना। ओपन पोजीशन के एक Share का भुगतान करते हुए बड़ा एक्सपोजर लेने के लिए आप इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का लाभ उठा सकते हैं। लीवरेजिंग से जुड़े नियम और शर्तें हैं जिनका लाभ उठाने के लिए आपको अपने ब्रोकर से परिचित होना चाहिए।
Leverage :- Leverage का अर्थ है निवेश पर संभावित रिटर्न को बढ़ाने के उद्देश्य से, अपनी Purchasing Power को बढ़ाने के लिए अपने ब्रोकर से पैसे उधार लेना। ओपन पोजीशन के एक Share का भुगतान करते हुए बड़ा एक्सपोजर लेने के लिए आप इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का लाभ उठा सकते हैं। लीवरेजिंग से जुड़े नियम और शर्तें हैं जिनका लाभ उठाने के लिए आपको अपने ब्रोकर से परिचित होना चाहिए।
• ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर, आपको यह निर्दिष्ट करना होगा कि कोई ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए specify है या नहीं।
• आप स्टॉक पर एक पोजीशन लेते हैं और उसी दिन ट्रेडिंग घंटों के भीतर इसे बंद कर देते हैं।
• यदि आप इसे स्वयं बंद नहीं करते हैं, तो बाजार बंद होने वाले मूल्य पर पोजीशन स्वतः चुकता हो जाती है।
• इंट्राडे ट्रेडिंग का लक्ष्य शेयरों का मालिक होना नहीं है, बल्कि दिन के दौरान कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर मुनाफा कमाना है।
इंट्राडे ट्रेडिंग VS डिलीवरी ट्रेडिंग Intraday Trading Details Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के विपरीत, यदि आप एक शेयर खरीदते हैं, लेकिन उसी ट्रेडिंग दिन पर उसे नहीं बेचते हैं, तो इसे डिलीवरी ट्रेडिंग कहा जाता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में, आपके द्वारा खरीदे गए स्टॉक को आपके डीमैट खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है। आप इसे बेचने से पहले जितनी देर चाहें, दिनों, महीनों या सालों तक अपने पास रखते हैं।
आपके पास इन शेयरों का स्वामित्व बना रहेगा। डिलीवरी ट्रेडिंग में, निवेशक दिन के भीतर कीमतों में उतार-चढ़ाव के बजाय मुनाफा बुक करने के लिए शेयरों के long-term price movement पर विचार करते हैं।
Intrading trading rules क्या है
Share trading का टाइम 9:15 am से 3:30 pm तक होता है. आपके द्वारा ख़रीदे हुए शेयर आपको उस दिन 3:30 pm तक बेचने होते है.
अगर आप उन को किसी वजह से न बेच पाए तो वो delivery product बन जाते है.
मतलब की आपको उन शेयर के पैसे देकर अपने demat account में रखने होते है.
आप अगले 2-3 दिन बाद उन शेयर को दुबारा बेच सकते है.
इंट्राडे ट्रेडिंग अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: Intraday Trading Details Hindi
Q.1 डे ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या अंतर है?
Ans. डे ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग अलग-अलग शब्द हैं लेकिन इनका एक ही अर्थ है। स्टॉक एक्सचेंज में एक ही दिन में शेयरों की खरीद-बिक्री इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाती है। जैसा कि खरीद और बिक्री एक ही दिन होती है, इसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है।
शेयर की कीमतें एक दिन में ऊपर और नीचे चलती रहती हैं, व्यापारी शेयर की कीमत की गति से लाभ कमाता है। शेयर डीमैट खाते में जमा नहीं होते हैं।
Q.2 इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
Ans. एक ट्रेडर को ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में इंट्राडे ट्रेडिंग विकल्प का चयन करना होगा। यह एक विकल्प के रूप में डिफ़ॉल्ट रूप से उपलब्ध नहीं है, लेकिन एक आवेदन पत्र भरकर इसे शुरू करने की आवश्यकता है। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ब्रोकरेज शुल्क डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग से अलग होते हैं। Intraday Trading Details Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के मामले में, यदि कोई ट्रेडर स्टॉक मार्केट में पोजीशन लेता है, तो उसे उसी कार्य दिवस के ट्रेडिंग घंटों के भीतर डील को बंद करना होगा। यदि ट्रेडर द्वारा पोजीशन को बंद नहीं किया जाता है, तो स्टॉक अपने आप क्लोजिंग प्राइस पर चुकता हो जाएगा।
Q.3 इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए, ट्रेडर को संबंधित डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) या स्टॉकब्रोकर के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में इंट्राडे ट्रेडिंग विकल्प का चयन करना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडिंग में, ट्रेडर शेयर बाजार में एक पोजीशन लेता है और एक बार विशिष्ट शेयर की कीमत के अनुकूल होने के बाद, वह सौदे को बंद कर देगा। यदि दिन के दौरान ली गई पोजीशन को ट्रेडर द्वारा बंद नहीं किया जाता है, तो यह स्वचालित रूप से क्लोजिंग मार्केट रेट पर रिवर्स पोजीशन लेती है। दिन के अंत में ट्रेडर के पास शेयर नहीं होते हैं क्योंकि ट्रेडर का इरादा कीमत के उतार-चढ़ाव के आधार पर प्रॉफिट बुक करना होता है।
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कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.
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इंट्राडे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.
पॉजिशनल ट्रेडिंग
पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अवधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
टेक्निकल ट्रेडिंग
टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.
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इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है ?
इंट्राडे ट्रेडिंग हम एक दिन में ही कर सकते है। इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही लोस्स और प्रॉफिट हो जाता है। भारत में शेयर मार्केट मंडे से लेकर फ्राइडे तक सुबह 9 :15 से लेकर शाम के 3 :30 खुलता है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को इसी समय में शेयर को खरीदना और बेचना होगा। ज्यादातर निवेशक दो कारणों की बजह से इंट्राडे ट्रेडिंग करते है। पहला मार्जिन और दूसरा है न्यूज़।
मार्जिन क्या होता है
इंट्राडे में ब्रोकर अपने निवेशको को मार्जिन देते है। मार्जिन का मतलब है ब्रोकर अपने निवेशकों को निवेश करने के लिए पैसे उधार देते है। अगर आप के पास कम पैसे है और आप ज्यादा शेयर खरीदना चाहते है तो आप का ब्रोकर आप को मार्जिन देता है जिस से आप कोई भी कपनी के शेयर खरीद सकते है और जब आप के पास ज्यादा पैसे होंगे तो आप ज्यादा शेयर खरीद पाएंगे और अधिक लाभ कमा सकते है।
न्यूज का बहुत प्रभाव
जब भी कोई कंपनी की न्यूज आती है तो शेयर मार्किट में उस न्यूज का बहुत प्रभाव होता है शेयरों के प्राइस ऊपर निचे होने लग जाते है। जिस का निवेश फायदा उठा कर एक दिन में ही लाभ कमा लेते है। इन्ही दो करने की वजह से निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग करते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग दो प्रकार की होती है।
- लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
- शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
1.इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग हम को जब लगता है कि कोई कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ने वाला है तो हम अपने ब्रोकर से मार्जिन ले कर अपने ब्रोकर की प्लेटफार्म पर जा कर उस कंपनी के शेयर को खरीद कर इंट्राडे सिलेक्ट करेंगे जिस से हमारे ऑडर मार्जिन अप्लाई हो जायेगा। फिर हम उस में क्वांटिटी भर देंगे। इस से हमारा ऑडर अप्लाई हो जायेगा। आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है तो आप को उसी दिन ही शेयर को बेचना होगा। चाहे उस में आप का प्रॉफिट हो जा फिर लोस्स।
2.शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग में जब हम को लगता है कि किसी कंपनी के शेयर का प्राइस गिरने वाला है तो इस में हमारा ब्रोकर में कुछ शेयर उधार पर देता है जिसे हम अपने ब्रोकर के प्लेटफर में जा कर उस कंपनी के शेयर को बेच देते है उस समय उस शेयर का प्राइस 100 रुपए है तो आप उसे बेच देते है उस शेयर का प्राइस 10 रुपए ज्यादा गिर जाये तो आप उस कंपनी के शेयर खरीद कर अपने ब्रोकर को वापिस कर देंगे जो आप ने उस से उधार लिए थे। इस में आप ने ज्यादा प्राइस पर शेयर को बेच कर उसे कम प्राइस में इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है खरीद लिए इस से आप को हर एक शेयर पर 10 रुपए का प्रॉफिट हुआ।
अगर इस में शेयर का प्राइस 10 रुपए ऊपर जाता तो इस में आप को हर एक शेयर पर 10 रुपए का नुकसान होता।
इंट्राडे ट्रेडिंग पर हमे कोन से नुकसान होते है
ब्रोकरेज
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे चाहे प्रॉफिट हो चाहे हमारा नुकसान हो हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है। उस के पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है। इंट्राडे में हम उस दिन ही शेयर खरीदते है और उस दिन ही बेचते है जिस के कारण हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है।
एक दिन का ही समय मिलना
इंट्राडे ट्रेडिंग में हम ने जिस दिन शेयर खरीदते होते है हमे उसे उसी दिन ही बेचना होता है। इस लिए हमारे पास शेयर खरीदने या बेचने के लिए थोड़ा समय ही होता है। अगर इस में हमारा लोस्स हो रहा हो फिर भी हमे शेयर को उसी दिन ही खरीदना या बेचना होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही शेयर खरीदने और बेचने होते है जिस के कारण इस में बहुत ज्यादा रिस्क होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे ज्यादा फायदा और ज्यादा नुकसान दोनों ही हो सकते है। इस लिए अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को इंट्राडे ट्रेडिंग को अच्छी तरह से समझना होगा और इंट्राडे ट्रेडिंग में होने के बारे में भी पता होना चाहिए। तभी आप ट्रेडिंग में सफल हो सकते है।
आज हम ने इस आर्टिकल में जाना कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है ,मार्जिन क्या होता है ,इंट्राडे ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे क्या क्या नुकसान हो सकते है। मुझे उम्मीद है कि मेरे इस आर्टिकल से आप को इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अगर आप को हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो कमेंट करके जरूर बताए।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? Intraday Trading se paise kaise kamaye ? Intraday Trading meaning in hindi.
दोस्तो शेयर बाज़ार की बात जब भी कोई करता है तब अमूमन आपके मन में यही विचार आता होगा कि बाज़ार में पैसा लगाकर जब तक लंबा इंतजार न करें, मुनाफ़ा कमाना संभव नहीं होता। लेकिन हम आपको बता देना चाहते हैं कि ऐसा बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं। इस लेख में हम intraday trading kya hai? जानने के साथ-साथ इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी (intraday trading tips in hindi) के बारे में भी जानेंगे।
दरअसल शेयर बाज़ार अपने निवेशकों को 1 दिन में भी यानि कि इंट्राडे ट्रेडिंग में भी मुनाफ़ा कमाने का भरपूर मौक़ा देता है। आप सोच रहे होंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? तो बता दें कि बाज़ार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर ख़रीदने और बेचने की प्रक्रिया को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं।
इस ट्रेडिंग के अंतर्गत शेयर बाज़ार में सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है। यहाँ शेयर ख़रीदा तो जाता है लेकिन उसका मक़सद निवेश करना नहीं होता, बल्कि एक दिन में उसमें जितनी भी बढ़त मिले, उस बढ़त से मुनाफ़ा कमाना होता है। ध्यान रहे कि इसमें ज़रूरी नहीं कि आपको मुनाफ़ा ही हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें इन हिंदी | intraday trading kaise kare in hindi
शेयर बाज़ार में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? तो इसके लिए सबसे पहले तो आपके नाम पर डीमेट एकाउंट और एक ट्रेडिंग एकाउंट होना चाहिए। इस एकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फ़ोन पर ऑर्डर देकर ट्रेडिंग कर सकते हैं। या ख़ुद से ऑनलाइन ट्रेडिंग भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा ऑप्शन है जिसमें आप कम से कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। यदि आप भी सोच रहे हैं कि शेयर मार्केट इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? how to start intraday trading in hindi तो यह लेख बिल्कुल आपके लिये ही है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को यदि बेहतर जानकारी और संयम के साथ किया जाए तो इसमे कोई संदेह नहीं कि आप घर बैठे अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकते हैं। आइये हम इंट्राडे ट्रेडिंग share market intraday trading in hindi को सरल भाषा में समझने का प्रयास करते हैं। प्रतिदिन शेयर मार्केट से 1000 से 2000 कैसे कमाएं? जानने के लिए क्लिक करें।
दरअसल इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने पसंदीदा शेयरों को एक ही दिन में ख़रीदते और बेचते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम (intraday trading time) की बात करें तो यदि इक्विटी मार्केट में ट्रेडिंग करनी हो तो यह ट्रेडिंग आपको सुबह 9.30 बजे से दोपहर के 3.30 बजे तक करनी होगी। लेकिन यदि आपको कमोडिटी मार्केट commodity market में ट्रेडिंग करनी हो तो इसका ट्रेडिंग टाइम सुबह 9 बजे से रात 11.30 बजे तक का होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ ज़रूरी बातें क्या हैं? | इंट्राडे ट्रेडिंग में कई जाने वाली सावधानियाँ
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ज़रूरी बातें (intraday me savdhaniya) जानना अत्यंत आवश्यक है। आइये जानते हैं ये ज़रूरी सावधानियाँ क्या हैं-
इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे महत्व पूर्ण बात यही है कि आपको यह पता होना चाहिए कि किस स्टॉक को खरीदना या बेचना ज़्यादा बेहतर होगा। किस स्टॉक का परफॉर्मेंस इस समय बेहतर है? यदि आपने इन बातों की जानकारी ठीक ढंग से ले ली है। तो आपको मुनाफ़ा कमाने से कोई नहीं रोक सकता।
किसी भी शेयर को ख़रीदने से पहले उसका तकनीकी विश्लेषण (technical analysis) करना बेहद ज़रूरी होता है। तभी आप उपयुक्त स्टॉक ख़रीदकर आसानी से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय, ख़ासकर इंट्राडे ट्रेडिंग में एंट्री करते समय यह सबसे महत्वपूर्ण होता है कि आप किसी समय में मार्केट में एंट्री ले रहे हैं। क्योंकि सही समय में ली गयी एंट्री आपको कभी-कभी कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने का मौका दे देती है। वरना ग़लत समय में ली गयी एंट्री आपको इंट्राडे में नुक़सान भी पहुँचा सकती है। या फ़िर आपको कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ सकता है। जो कि रिस्की भी हो सकता है।
जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी ट्रेड बिना किसी टारगेट के न करें। ज़्यादा लालच करने के बजाय एक निर्धारित लक्ष्य ज़रूर तय कर लें। इससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग में निश्चित रूप से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में कमाई की बात करें तो आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि जिस इनकम के लिए लोग अपना घर, अपना शहर छोड़कर नौकरियाँ करते हैं। उतनी या उससे भी कहीं ज़्यादा इनकम घर बैठे कमा सकते हैं। यही कारण होता है कि इसमें लालच बढ़ने लगता है। लोग अनलिमिटेड पैसा कम से कम समय में एक साथ कमाना चाहते हैं। जिसका परिणाम घातक हो सकता है। आप कमाने के बजाय भारी नुक़सान में भी जा सकते हैं।
शेयर में पैसा कमाना है तो आपको मार्केट के न्यूज़ से अपडेट रहना ज़रुरी होता है। मार्केट से आप जितना ज़्यादा अपडेट रहेंगे उतना ही ज़्यादा आप मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करनी हो तो याद रखें कि कोई भी ट्रेड करते समय इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है एक सीमा में रहकर ही ट्रेड करने की कोशिश करें। डीमैट एकॉउंट में जितना एमाउंट जमा हो, उससे कम एमाउंट के ही ट्रेड ख़रीदें। वर्ना आपको मार्जिन की समस्या आ सकती है। ऐसा करने से आप आसानी से होल्ड भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में अच्छी कमाई करनी हो तो ट्रेड छोटे-छोटे करें। शुरुआत में छोटे-छोटे मुनाफ़े ही आपका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। ज़्यादातर लोग जब मुनाफ़ा हो रहा होता है तब उस मुनाफ़े को और भी ज़्यादा बड़ा बनाने के चक्कर में मुनाफ़ा बुक नहीं करते। जिस कारण कभी-कभी मुनाफ़े का उल्टा बड़ा नुक़सान भी हो जाता है। इस बात को गाँठ बांध लें कि बाज़ार आपको जितना मुनाफ़ा दे रहा है उसे स्वीकार करें।
उम्मीद है यह लेख "intraday trading क्या है? इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं?" ज़रूर पसंद आया होगा। इस लेख में intraday trading strategies in hindi के संबंध में बतायी गयी जानकारी आपके लिए ज़रूर उपयोगी साबित होगी। इसे पढ़ने के बाद आप अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग में ज़रूर सुधार लाएँगे। साथ ही बेहतर मुनाफ़ा कमाकर शेयर मार्केट का लुत्फ़ उठाएंगे।
Intraday Trading in Hindi (संपूर्ण ज्ञान)
Intraday Trading in Hindi : इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है , इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करते है, इंट्राडे में बड़े नुकसान से कैसे बचे,डे ट्रेडिंग में पैसा लगाने से पहले क्या करना चाहिए? intraday trading से जुड़ी सारे जानकारी एक ही आर्टिकल मे।
आज शेयर मार्केट के नाम से हर कोई ज्ञात है। शेयर मार्केट पर कंपनी के शेयर खरीदे बेची जाती है। इन कंपनी के शेयर को लोग अलग-अलग समय के लिए खरीदते है। जैसे कि कोई व्यक्ति शेयर को खरीदकर 2-3 साल बाद बेचते है। यानी कि वो long term के लिए शेयर को होल्ड करते है। जिसे positional trading या long term इन्वेस्टर कह सकते है। ठीक उसी प्रकार कोई व्यक्ति शेयर को खरीदकर 1-2 हप्ते तक होल्ड कर फिर बेचते है। इसे स्विंग ट्रेडिंग भी कहाँ जा सकता है।
ठीक उसी प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग भी बहुत सारे लोग करते है। जिसमे शेयर buy-sell same डे में करना होता है। यानी अगर आप आज किसी शेयर को खरीदते हो तो आपको आज ही उस शेयर को बेचना होता है। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग या same डे ट्रेडिंग कहाँ जाता है। आजके यह आर्टिकल पूरे इंट्राडे ट्रेडिंग के ऊपर बनाया गया है। अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है या इंट्राडे ट्रेडिंग सीखना है तो आर्टिकल को ध्यान से पढ़ते रहिए। तो चलिए intraday trading in hindi के बारे सम्पूर्ण ज्ञान जानते है।
Intraday Trading In Hindi
दरअसल हमारे इंडियन शेयर मार्केट सुबह के 9:15 को ओपन होते है और शाम 3:30 तक चलता है। आपको इसी टाइम के अंदर ही आर्डर लगाना होता है।
इस टाइम के अंदर खरीदे हुए शेयर को आप 3 टाइम फ्रेम तक होल्ड कर पाते हो।
अगर आप किसी शेयर को same day में buy करके, sell करते हो तो उसे intraday ट्रेडिंग कहाँ जाता है।
Intraday trading में आपको किसी भी शेयर को सुबह 9:15 के बाद खरीदना होता है और उसे 3:30 से पहले बेचना पड़ता है। अगर किसी कारण बसत आप शेयर को नही बेच पाते हो तो आप ब्रॉकर खुद ब खुद उसे सेल कर देते है।
आज बहुत सारे लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है। लेकिन एक बात बता देता हूँ कि इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत risky होते है। अगर आप जोखिम लेने में सक्षम हो तो तभी आप intraday trading में आए।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको डेमेंट एकाउंट के जरूरत पढ़ते है। डेमेंट एकाउंट बनाने के लिए सबसे पहले नीचे दिए दस्तावेज के होना अनिवार्य होता है।
आगर आपके पास यह तीन दस्तावेज है तो आप डेमेंट एकाउंट बनाने के लिए eligible हो।
तो सबसे पहले आपको किसी भी ब्रॉकर के एप्प को डाऊनलोड करना पड़ेगा । जैसे
App को डाऊनलोड करने के बाद आप मांगी गई इनफार्मेशन को फील करके डेमेंट एकाउंट को बना सकते हो।
आपके डेमेंट कम्पलीट होते के बाद आप शेयर के buy , sell कर सकते हो।
जब आप कंपनी के शेयर खरीदने जाओगे तो वहाँ आपको प्रोडक्ट टाइप के ऑप्शन मिलेगा जहाँ से आप intraday को सेलेक्ट करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हो।
और इंट्राडे ट्रेडिंग में खरीदे हुए शेयर को position पर जाकर बेच भी सकते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में बड़ा लॉस से बचने के उपाय?
- Trends : ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के जड़िया मान सकते हो ट्रेंड्स। इंट्राडे ट्रेडिंग में भी आपको ट्रेंड्स को पडख़ाना जरूरी है। मार्किट के दिशा क्या है, पिछले कुछ समय मे क्या मूवमेंट किया है इन चीज़ों पर ध्यान देना जरूरी है।
- Stop Loss/Target : ऐसा कोई बार देखा गया है कि इंट्राडे में भी मार्किट काफी ज्यादा volatile होते है और जिससे काफी ज्यादा लोस्स झेलना पड़ता है। और इससे बचने के उपाय है stop loss. आपको शेयर खरीदने के पहले से इसका स्टोप loss यानी कितना नीचे जाने में बेचना है यह decide रहना चाहिए और कितना ऊपर उठने बेचना है यह भी पहले से लिख कर रखना चाहिए।
- Risk Management : बड़ा लोस्स से बचने के लिए आपको risk management भी करना जरूरी है। आप किसी भी शेयर को खरीदने से पहले आपको कितना नुकसान झेलना है उस हिसाब से quantity को सेलेक्ट करके रिस्क फ्री ट्रेडिंग कर सकते हो।
- Revenge Trading : Revenge Trading एक बहुत बड़ा step होते है जो लोगो को बड़ा लोस्स बनने के कारण होते है। लोगो के mind psychology कुछ इस प्रकार के होते है – “मान लो आज आपके हज़ार रुपए के लोस्स हो गया और तभी आपके mind में loss रिकवर के सुझाब आएगा और जिसके लिए आप ओर शेयर को ख़रीदने लगोगे“। यानी कि आप revenge trading करके loss को recover करना चाहोगे जो कि loss के बड़ा बजह होते है। अगर आपको back to back losses आ रहा है तो उस दिन आपको मार्किट पर exit मार लेना चाहिए और इससे बड़ा लोसेस से भी बच सकते हो।
- ज्यादा ट्रेडिंग करना : इंट्राडे ट्रेडिंग में लोग एक ऐसा भी गलती करता है कि वे बहुत ज्यादा शेयर खरीदते है और यह भी एक loss के बजह है। इंट्राडे आप maximum 5 शेयर ही खरीदे। इससे ज्यादा शेयर खरीदना expert ने हानिकारक बताया है।
इंट्राडे के लिए शेयर को कब ढूंढना चाहिए?
बहुत लोगो के देखा है कि जब मार्केट ओपन होते है तब शेयर ढूंढते रहते है। लेकिन यह गलती मत करे।
आप पिछले दिन ही शेयर को ढूंढ के रखे, उसके आर्डर प्राइस, stop loss , टारगेट को डिसाइड करके रखे।
यह मैं नही बता रहा हूँ। वल्कि हर मार्किट experts के यही राय होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फ़ायदे
भले ही इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्की होते है लेकिन इसके कोई सारे फायदे भी होते है।
Daily Passive Income : इंट्राडे ट्रेडिंग आपको डेली पैसिव इनकम के सुविधा देते है।
Margin : इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर के ख़रीदत्तरी में कुछ हद तक मार्जिन भी दिया जाता है।
No loss after market close : मार्किट क्लोस होने के बाद आपके लोस होने के कोई चान्सेस नही होते है। जिससे आप टेंशन फ्री नींद ले सकते हो।
Short selling : इंट्राडे में आप शार्ट सेल्लिंग कर सकते हो। यानी कि शेयर को पहले बेचकर फिर उसे खरीदकर प्रॉफिट ले सकते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
- Intraday में आपको बहुत जोल्दी डिसिशन बनाना होता है और आपके गलत डिसिशन लॉस करबा सकते है।
- इंट्राडे में बहुत कमाने के लालसा आते है और ज्यादा कमाने के चक्कर मे ज्यादा गबा भी देते है।
- इंट्राडे में मार्जिन मिलने के कारण लोग आपने portfolio से ज्यादा शेयर खरीदते है और जिससे उसके कैपिटल को खोना पड़ता है।
- इंट्राडे बहुत ज्यादा रिस्की होते है। क्योंकि मार्किट में बहुत बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिलते है।
इंट्राडे में मार्जिन क्या होता है?
आपने बैंक से कभी न कभी लोन जरूर लिया होगा जो आपको अपने जरूरत को पूरा करने के मदत करते है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन के नाम प्रोवाइड किया जाता है।
मान लो आपके पास ट्रेडिंग के प्रयाप्त धन नही है तो आप इंट्राडे में मार्जिन के साथ ट्रेड कर सकते हो। Sebi के नए रूल के अनुसार आप 5X तक मार्जिन ले सकते हो।
यानी अगर आपके पास 10,000 है तो आप उसके 5x यानी 50,000 से ट्रेड कर सकते हो।
Intraday ट्रेडिंग के लिए टाइम फ्रेम
अगर आप ट्रेडिंग chat को ओपन करते हो आपको कोई सारे टाइम फ्रेम देखने को मिल जाते है। जैसे 1M, 1D, 1H , 5M
Intraday के लिए आप 1h से कम के टाइम फ्रेम को chose कर सकते हो। ज्यादातर लोगों का मानना है कि इंट्राडे के लिए 5मिनट, 15 मिनिट, 30 मिनिट ज्यादा अच्छा रहता है। बाकी आप अपने strategy के हिसाब से कोई सा भी टाइम फ्रेम ले सकते हो।
Conclusion
तो दोस्तो उम्मीद है, मैं आपको समझा पाए इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और कैसे करते है Intraday in Hindi? अगर आपको इस बारे में कोई भी डाउट रह गए है तो आप कमेंट करते पूछ सकते है।
Intraday trading in hindi यह पोस्ट आपको कैस लगा हमे कमेंट करके जरूर बताएं।
पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।
Suraj Debnath
असम के निवासी सूरज देबनाथ इस ब्लॉग के संस्थापक है। इन्होने विज्ञान शाखा में स्नातक किया हुआ है। इन्हें शेयर मार्किट, टेक्नोलॉजी, ब्लोगिंग ,पैसे कमाए जैसे विषयों का काफी अनुभव है और इन विषयों पर आर्टिकल लिखते आये है। Join Him On Instagram- Click Here