एक मुद्रा कैरी ट्रेड की मूल बातें

अमेरिकी सत्र

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30 लाख भारतीय अमेरिकी:

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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे टूटा, घरेलू शेयर बाजारों में तेजी

मुंबई। विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मबजूती और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे टूटकर 81.81 पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.81 पर खुला, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट दर्शाता है।

रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 12 पैसे की तेजी के साथ 81.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.16 पर पहुंच गया।

वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.08 प्रतिशत गिरकर 88.29 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। विशेषज्ञों ने बताया कि चीन में कोविड संबंधी सख्त पाबंदियां लगने की आशंका से एशियाई मुद्राएं प्रभावित हुईं। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 697.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

Sensex 8 सत्र में 5000 अंक चढ़ा, इनवेस्टर्स की वेल्थ 19 लाख करोड़ रुपये बढ़ी

गुरुवार (17 मार्च) को निफ्टी 50 में 311 अंक यानी 1.84 फीसदी की तेजी आई। कारोबार के अंत में यह 17,287 अंक पर रहा। सेंसेक्स 1,047 अंक यानी 1.84 फीसदी के उछाल के साथ 57,863 अंक पर बंद हुआ।

बीएसई सेंसेक्स 8 सत्र में 5,000 अंक से ज्यादा चढ़ चुका है। इससे स्टॉक मार्केट में रौनक लौट आई है। लंबे अरसे बाद गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुख में बदलाव दिखा। उन्होंने इंडियन मार्केट में खरीदारी की। स्टॉक मार्केट का सेंटिमेंट कई वजहों से बेहतर हुआ है। रूस-यूक्रेन क्राइसिस खत्म करने के लिए कोशिशें जारी हैं। क्रूड का प्राइस 100 डॉलर से नीचे आ गया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक इंट्रेस्ट रेट 0.25 फीसदी बढ़ाया है।

7 मार्च को सेंसेक्स 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था। यह अपने रिकॉर्ड हाई लेवल से 16 फीसदी टूट गया था। 15 मार्च को छोड़ दें तो पिछले 8 कारोबी सत्रों में सेंसेक्स 5000 अंक से ज्यादा चढ़ा है। निफ्टी 50 में इस दौरान 1400 अंक से ज्यादा की तेजी आई है। 11 फरवरी के बाद से फॉरेन इनवेस्टर्स ने पहली बार खरीदारी की है।

संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से, मोदी सरकार ने छह को सर्वदलीय बैठक बुलाई

NewDelhi : सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में सुचारू रूप से कामकाज सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यो एवं महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिये छह दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज शुक्रवार को यह जानकारी दी. मेघवाल ने भाषा को बताया, सर्वदलीय बैठक छह दिसंबर को सुबह 11 बजे बुलाई गयी है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में संसद सत्र के दौरान सुचारू रूप से कामकाज सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों का सहयोग मांगा जायेगा.

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक में शामिल होने के लिए लोकसभा एवं राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को निमंत्रण भेजा है. इसमें कहा गया है कि संसद के आसन्न शीतकालीन सत्र में लिये जाने वाले संभावित विधायी कार्यो एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए लोकसभा एवं राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं.

शीतकालीन सत्र में 17 बैठकें होंगी

इसमें कहा गया है, मैं दोनों सदनों में सुचारू रूप से कामकाज सुनिश्चित करने में आपका सहयोग चाहता हूं. बैठक छह दिसंबर को सुबह 11 बजे संसदीय भवन परिसर में संसद लाइब्रेरी भवन में होगी. बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा. इस सत्र में 17 बैठकें होंगी. लोकसभा और राज्य सभा ने अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी कर तारीखें अधिसूचित कर दी हैं.

लोकसभा सचिवालय के बयान में कहा गया है कि 17वीं लोकसभा का दसवां सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और सरकारी कामकाज के अनुरूप यह 29 दिसंबर को समाप्त हो सकता है. सूत्रों ने कहा कि सत्र पुराने संसद भवन में ही आयोजित होने की संभावना है, क्योंकि नये भवन का निर्माण साल के अंत तक खिंच सकता है. दोनों सदनों द्वारा जारी समान अधिसूचनाओं में कहा गया है, सरकारी कामकाज की अनिवार्यताओं के अधीन, गुरुवार 29 दिसंबर 2022 को सत्र समाप्त होने की संभावना है.

मोदी के भाषण की 10 महत्‍वपूर्ण बातें

मोदी के भाषण की 10 महत्‍वपूर्ण बातें

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल अमेरिकी संसद के संयुक्त अमेरिकी सत्र सत्र को संबोधि‍त किया। इस दौरान उन्‍होंने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर प्रहार किया और भारत-अमेरिका के बीच बढते रिश्तों को एक नए युग की शुरुआत बताया। अमेरिकी संसद में पांचवें भारतीय पीएम के रूप में भाषण देने वाले नरेंद्र मोदी ने भारत और अमेरिकी सत्र अमेरिका के सभी आयामों पर चर्चा की। इस अमेरिकी सत्र दौरान अमेरिकी संसद में उनका तालियों से जोरदार स्वागत हुआ। ऐसे में आइए जानें नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 खास बातें.

भारतीयों का स्वागत:

अमेरिकी संसद में संबोधित करते हुए सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद में बोलने का मौका मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। यहां पर हो रहा उनका स्वागत 125 करोड़ भारतीयों का स्वागत है।

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