क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट

Top Cyptocurrency Price : सस्ती क्रिप्टोकरेंसी एक्सआरपी और सोलाना आज करा रहीं है ज्यादा नुकसान
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का कॉइन स्विच कुबेर पर इस वक्त रेट 1465999.99 क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट रूपये पर चल रहा है | इसमें इस वक्त 1.18 फिसदी की गिरावट देखने को मिल रही है | बीते 24 घंटे के दौरान बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम कीमत 1485915 रूपये और न्यूनतम कीमत 1457570 रूपये रही है | पिछले एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी ने अपने निवेशकों को 17.05 फिसदी का निगेटिव रिटर्न क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट दिया है |
इथेरियम
इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी का कॉइन स्विच कुबेर पर इस वक्त रेट 111034.00 रूपये पर चल रहा है | इसमें इस वक्त 1.13 फिसदी की गिरावट देखने को मिल रही है | बीते 24 घंटे के दौरान इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम कीमत 113290.00 रूपये और न्यूनतम कीमत 108763 रूपये रही है | पिछले एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी ने अपने निवेशकों को 18.25 फिसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है |
बिएनबी क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट का कॉइन स्विच कुबेर पर इस वक्त रेट 25472.93 रूपये पर चल रहा है | इसमें इस वक्त 3.15 फिसदी की गिरावट देखने को मिल रही है | बीते 24 घंटे के दौरान बिएनबी क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम कीमत 26311.45 रूपये और न्यूनतम कीमत 25248.53 रूपये रही है | पिछले एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी ने अपने निवेशकों को 9.92 फिसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है |
एक्सआरपी
एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी कॉइन स्विच कुबेर पर इस वक्त रेट 33.7400 रूपये पर चल रहा है | इसमें इस वक्त 3.41 फिसदी की गिरावट देखने को मिल रही है | बीते 24 घंटे के दौरान एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम कीमत 35.2700 रूपये और न्यूनतम कीमत 33.5700 रूपये रही है | पिछले एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी ने अपने निवेशकों को 18.36 फिसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है |
सोलाना क्रिप्टोकरेंसी का कॉइन स्विच कुबेर पर इस वक्त रेट 1205.45 रूपये पर चल रहा है | इसमें इस वक्त 3.55 फिसदी की गिरावट देखने को मिल रही है | बीते 24 घंटे के दौरान सोलाना क्रिप्टोकरेंसी की अधिकतम कीमत 1248.58 रूपये और न्यूनतम कीमत 1186.35 रूपये रही है | पिछले एक महीने में इस क्रिप्टोकरेंसी ने अपने निवेशकों को 58.10 फिसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है |
क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में गिरावट: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
कुछ नकारात्मक खबरों से क्रिप्टो बाजार हाल में टूटा है. बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन समेत सारी डिजिटल करेंसी अपने शिखर स्तरों से बड़ी छूट के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. फिर भी आशंकाओं के कारण निवेशक क्रिप्टो मार्केट में अपनी रणनीति को लेकर संशय में हैं. आइए देखते हैं क्रिप्टो बाजार में स्ट्रेटेजी को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या है सलाह-
क्रिप्टो कीमतों में आई है भारी गिरावट:
पूरे क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का वैल्यूएशन बीते कुछ दिनों में काफी नीचे आया है. बिटकॉइन ने 14 अप्रैल को अपना 64,850 डॉलर का उच्चतम स्तर हासिल किया था. कॉइनमार्केटकैप वेबसाइट के अनुसार रविवार सुबह बिटकॉइन इस स्तर से करीब 42% नीचे रहकर 37,500 डॉलर के क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट करीब व्यापार कर रहा है. बीते एक हफ्ते में ही इस क्रिप्टोकरेंसी के भाव में करीब 22% की बड़ी कमी आई है.
इथेरियम केवल आखिरी 7 दिनों में लगभग 40% टूटकर 2300 डॉलर के करीब ट्रेड कर रहा है. 12 मई को इथेरियम ने अपना 4,362 का शिखर स्तर बनाया था.
बाइनेंस कॉइन अब क्रिप्टो बाजार में मार्केट कैप के अनुसार तीसरे की जगह पांचवें स्थान पर आ गया है. 10 मई को 690 डॉलर का रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव अब 57% नीचे रहकर 300 डॉलर के करीब है. एक हफ्ते में बाइनेंस कॉइन 48% कमजोर हुआ है.
Dogecoin भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह ही हफ्ते क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट भर में काफी गिरकर 35% नीचे आ गया है. अभी 0.34 डॉलर के करीब व्यापार कर रहा Dogecoin अपने 8 मई के शिखर स्तर से 53% नीचे है. अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी इसी तरह बड़े करेक्शन के साथ ट्रेड कर रहे हैं.
क्रिप्टो करेंसी का ग़ुब्बारा
Frankfurt, Hesse, Germany - April 17, 2018: Many coins of various cryptocurrencies
अचानक तेज़ी से चलन में आयी क्रिप्टो करेंसी पर संकट मंडरा रहा है। क्रिप्टो करेंसी का मतलब है- प्रच्छन्न अर्थात् गुप्त मुद्रा। यह एक डिजिटल करेंसी है, जो बटुए में नहीं है; परन्तु है। फिर भी कुछ देशों में इस क्रिप्टो करेंसी से सब कुछ ख़रीदा और बेचा जा रहा है। परन्तु अक्टूबर के पहले पखवाड़े के अन्त में असली क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन में 75 प्रतिशत की गिरावट ने इस डिजिटल करेंसी की अस्थिरता का भाँडा फोड़ दिया। क्रिप्टो करेंसी की इस बड़ी गिरावट ने कई अमीरों की अमीरी छीन ली। कुछ की भारी-भरकम अमीरी का तो स$फाया ही हो गया, जबकि क्रिप्टो करेंसी के कई निवेशकों को जबरदस्त घाटा हुआ है।
इस गिरावट से एक झटके में बाज़ार में टिके रहने का और अमीरी का भ्रम टूट गया। एक समय ऐसा भी था, जब बिटकॉइन को गोल्ड या यूएस डॉलर से भी अधिक मूल्यवान बताया जा रहा था। उस समय समझदार अर्थ शास्त्रियों ने इस करेंसी को लेकर चेतावनी दी थी कि यह एक भ्रामक करेंसी है, जो कभी भी घाटे का सौदा हो सकती है। कुछ अर्थ शास्त्रियों ने तब इसके नुक़सान गिनाते हुए कहा क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट था कि क्रिप्टो करेंसी आने वाले समय में नुक़सानदायक साबित होगी, क्योंकि इसकी क़ीमतें बेहद अस्थिर हैं। क्रिप्टो करेंसी पर किसी बैंक या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, क्योंकि यह एक पीयर-टू-पीयर व्यवस्था है, जो किसी को भी, कहीं भी भुगतान करने और भुगतान प्राप्त होने को तो सक्षम बनाती है, परन्तु ये किसी के बटुए में नहीं है, बस डिजिटल खाते में है। इसलिए सभी देशों की सरकारें क्रिप्टो करेंसी को लेकर एकमत नहीं हैं। कुछ देशों ने क्रिप्टो करेंसी को करेंसी माना ही नहीं है, तो कुछ देशों में सरकारों ने इसे वैधानिक करार दे दिया है।
बड़े अपराधी मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध ख़रीदारी जैसी अवैध गतिविधियों में क्रिप्टो करेंसी का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ रिपोट्र्स ने तो दावा किया है कि ड्रग्स माफ़िया डार्क वेब के माध्यम से क्रिस्टो करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स बेचने और ख़रीदने के लिए भी कर रहे हैं। नोटों की तरह दिखायी न देने वाली यह क्रिप्टो करेंसी हैकर्स की पसन्दीदा है। क्रिप्टो करेंसी का एक बड़ा नुक़सान यह है कि इंटरनेट कनेक्शन वाले कम्प्यूटर की मदद से कोई भी इसे हासिल कर सकता है। इस प्रक्रिया को क्रिस्टो करेंसी की माइनिंग यानी खनन कहते हैं। परन्तु इसके लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। हालाँकि क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की वजह से सुरक्षित भी है, परन्तु इसके क्रिप्टो एक्सचेंज और वॉलेट को हैक करने के मामले भी कम नहीं हैं। कई बार हैकर्स ने लाखों डॉलर की क़ीमत की क्रिस्टो करेंसी उड़ा क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट ली है। बिटकॉइन के अतिरिक्त दूसरी क्रिप्टो करेंसी का तो और भी बुरा हाल है, जिनमें से कई एक ही साल में 80 से 90 प्रतिशत तक गिर गयी हैं।
अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की अर्थशास्त्री अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने भारत सरकार को क्रिप्टो करेंसी को नियामक बनाने की सलाह दी थी। उन्होंने क्रिस्टो करेंसी को विश्व की उभरती अर्थ-व्यवस्थाओं के हित में बताते हुए इसे रेगुलेट करने की सलाह दी थी। क्रिस्टो करेंसी पर एक वैश्विक नीति बनाने का सुझाव देते हुए गीता गोपीनाथ ने कहा था कि क्रिप्टो करेंसी के कई एक्सचेंज ऑफशोर हैं और वे किसी विशेष देश के नियमों के अधीन नहीं हैं। उन्होंने वैश्विक नीति वैश्विक नीति की वकालत करते हुए गीता गोपीनाथ ने कहा था कि कोई भी देश इस समस्या को अपने दम पर हल नहीं कर सकता है, क्योंकि क्रिप्टो करेंसी ट्रांजेक्शन आसानी से सीमा पार से किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि इस पर तत्काल एक वैश्विक नीति की ज़रूरत है।
सन् 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने तैयारी तेज़ कर दी और 17 दिसंबर, 2021 को देश के इस सबसे बैंक के केंद्रीय बोर्ड ने एक बैठक की, जिसमें क्रिप्टो करेंसी नियामकीय दायरे में लाने को लेकर गम्भीरता से चर्चा हुई थी। इस बैठक में क्रिप्टो करेंसी के दुरुपयोग की आशंका जतायी गयी थी। आरबीआई गवर्नर क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट शक्तिकांत दास कई बार ज़ोर देकर कहा है कि क्रिप्टो करेंसी के दाम में उतार-चढ़ाव और इसमें छोटे निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी चिन्ता के विषय हैं। हालाँकि आरबीआई ने 1 दिसंबर को डिजिटल करेंसी का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है। पिछला आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी को डिजिटल रुपया कहते हुए इशारे-इशारे में इसे आम लोगों के लिए उपयोगी साबित करने की कोशिश की थी और कहा था कि क्रिप्टो करेंसी पर सरकार 30 प्रतिशत टैक्स लेगी। उन्होंने कहा था कि डिजिटल करेंसी आने से फ़िलहाल जो करेंसी मैनेजमेंट का सिस्टम है, वो का$फी आसान और सस्ता हो जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी क्रैश : Luna Cryptocurrency की कीमत में आई 99% की गिरावट, निवेशकों का हुआ अरबों रुपयों का नुकसान
LUNA का मूल्य नाटकीय रूप से गिरा, 1 मई को एक सिक्के की कीमत लगभग $100 थी, और 16 मई को इसकी कीमत 0.00023c पर आ गई। 24 घंटों के भीतर, LUNA के मूल्य में 99% की गिरावट आई, जिससे कई KSI जैसे निवेशक, मझधार में फंस गए।
नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दुनिया भर में शेयर मार्किट में मंदी के बाद अब क्रिप्टो बाजार भी गिरावट के दौर से गुजर रहा है। डिजिटल करेंसी में भी कमाल की उछल-कूद देखने को मिल रही है। इस बीच क्रिप्टोकरेंसी लूना (LUNA) में भारी गिरावट दर्ज की, जहां निवेशक गिरावट और इसमें हुए झोल के लेकर सोशल मीडिया पर अपनी आवाजें उठा रहे है।
इस दौरान एक यूट्यूबर ओलाजाइड ओलायिंका विलियम्स “जेजे” ओलाटुन्जो (Olajide Olayinka Williams “JJ” Olatunji,) उर्फ KSI को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। लगभग साढ़े 23 करोड़ का निवेश 24 घंटे के अंदर लगभग 8 करोड़ तक आ गया।
आपको बता दे यूट्यूबर ने LUNA में अपने निवेश और नुकसान का एक स्क्रीनशॉट अपने ट्विटर हैंडल “KSICrypto” से शेयर किया है। दरअसल, यूट्यूबर ने टेरा लूना में $2.8 मिलियन का निवेश किया, जिसने पिछले हफ्ते बड़ी मात्रा में बिकवाली का अनुभव करना शुरू किया, लेकिन क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में से एक का मार्केट कैप अप्रैल में $ 40 बिलियन से गिरकर 16.मई तक को सीधे $ 1.6 बिलियन पर आ गिरा।
LUNA का मूल्य नाटकीय रूप से गिरा, 1 मई को एक सिक्के की कीमत लगभग $100 थी, और 16 मई को इसकी कीमत 0.00023c पर आ गई। 24 घंटों के भीतर, LUNA के मूल्य में 99% की गिरावट आई, जिससे कई KSI जैसे निवेशक, मझधार में फंस गए।
LUNA नेटवर्क पर बीच में बंद हुई बिकवाली
LUNA में इन्वेस्टर्स के बड़े नुकसान का कारण बीच में व्यापर भी रहा, कई व्यक्ति जो गिरावट के बीच कम वैल्यू में इसे बेचना चाह रहे थे या फिर इसे खरीदना चाह रहे थे, ऐसा नहीं कर पा रहे थे क्योंकि इस दौरान कुछ एक्सचेंजों, जैसे कि बिनेंस (Binance), ने अस्थायी रूप से LUNA नेटवर्क पर निकासी को रोक दिया था और इस बीच LUNA में हर मिनट भारी गिरावट जारी थी।
अपने नुकसान की आवाज उठाने के लिए निवेशकों ने ट्विटर और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म का सहारा लिया।
टेरा क्रिएटर्स (TERA creaters) टेराफॉर्म लैब्स के संस्थापक डो क्वोन ने मंगलवार को ट्विटर पर घोषणा की और बताया कि डेवलपर्स टेरा स्थिर सिक्का यूएसडीटी (USDT) के लिए एक रिकवरी योजना तैयार कर रहा हैं। उन्होंने निवेशकों से अपील की है कि कुछ दिन LUNA को नहीं छेड़े, उसे अपने पास ऐसे ही रहने दे।